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नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्व: नहीं जानते होंगे ये खास बात, जानें क्यों है जरूरी

वैसे तो हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले दीपक जलाए जाते हैं, दीवाली में भी ऐसा ही होता है, लेकिन नवरात्रि में जलने वाले इस दीपक को नौ दिन वो भी बिना बुझे जलाने का प्रावधान है।

Shreya
Published on: 14 Oct 2020 12:14 PM GMT
नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्व: नहीं जानते होंगे ये खास बात, जानें क्यों है जरूरी
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नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्व: नहीं जानते होंगे ये खास बात, जानें क्यों है जरूरी

लखनऊ: बस कुछ ही दिन में शारदीय नवरात्रि (Navratri 2020) शुरू होने वाला है। ये पर्व हिंदुओं के लिए काफी खास माना जाता है। देश भर में नवरात्रि के त्योहार को बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। नौ रातों तक चलने वाले इस पर्व में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान सभी घरों में एक अलग और धार्मिक माहौल रहता है। चारों ओर देवी मां के पंडाल सजते हैं, जागरण होते हैं, हालांकि इस बार कोरोना वायरस के चलते ऐसा नहीं हो पाएगा। लेकिन आप इस त्योहार को घरों में भी उतने ही उत्साह के साथ मना सकते हैं, जैसे आप हर साल मनाते हैं।

नवरात्रि में अखंड ज्योत होती है बेहद खास

नवरात्रि में लोग व्रत रखते हैं और सुबह-शाम माता रानी के गीत गाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। इस दौरान घरों में अलग ही रौनक होती है। वहीं इस पर्व में एक चीज बेहद खास और आवश्यक माना जाता है और वो है पूजा में जलने वाला अखंड दीपक। वैसे तो हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले दीपक जलाए जाते हैं, दीवाली में भी ऐसा ही होता है, लेकिन नवरात्रि में जलने वाले इस दीपक को नौ दिन वो भी बिना बुझे जलाने का प्रावधान है। नवरात्र में सभी घरों में अखंड दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि नवरात्रि में अखंड दीपक क्यों जलाते हैं। चलिए हम बताते हैं इसके पीछे की वजह-

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NAVRATRI (फोटो- सोशल मीडिया)

क्यों जलाते हैं अखंड दीपक?

नवरात्रि के दौरान माता रानी को खुश करने के लिए श्रद्धालु कलश स्थापना, अंखड ज्योत, माता की चौकी करके पूजन-अर्चन करते हैं। नवरात्रि के दौरान घर में कलश स्थापना की जाती है और अखंड दीपक जलाते हैं। ये अखंड ज्योति पूरे नौ दिन तक बिना बुझे जलाने का प्रावधान होता है। कहते हैं कि अखंड दीपक जलाने के बाद उसे अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि अगर ये बुझ जाए तो इसे अपशगुन समझा जाता है। इस अखंड ज्योति को देवी मां को प्रसन्न करने और मनवांछित फल पाने के लिए जलाया जाता है।

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AKHAND JYOTI (फोटो- सोशल मीडिया)

घर-परिवार में बनी रहती है सुख-शांति

नवरात्रि के दौरान 9 दिन तक दीपक को जलाए रखना अखंड ज्योति कहलाता है। माना जाता है कि अगर ये दीपक नौ दिन बिना बुझे जलता रहता है तो इससे घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी कार्य पूरे हो जाते हैं। इसलिए नवरात्रि के पहले दिन ही संकल्प लेते हुए इस दीपक को जलाया जाता है। उसके बाद इस दीपक के पास रहकर उसका संरक्षण किया जाता है। इसे शुद्ध देशी घी से प्रज्जवलित किया जाता है। लेकिन अगर आपके पास गाय का देशी घी नहीं है तो आप इसकी तिल का तेल या सरसों के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

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NAVRATRI 2020 (फोटो- सोशल मीडिया)

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

बता दें कि अखंड ज्योति की बाती का भी विशेष महत्व होता है, इसे रक्षासूत्र यानि कलावा से तैयार किया जाता है। अखंड दीपक को हमेशा मां के दाईं ओर रखना चाहिए। लेकिन अगर आप घी की जगह तेल का उपयोग कर रहे हैं तो फिर इसे बाईं तरफ ही रखें। दीपक को चौकी या पटरे में रखकर ही जलाएं। वहीं दीपक का संरक्षण करने के लिए इसे कांच की चिमनी से ढक कर रखना चाहिए। वहीं संकल्प समय खत्म हो जाने के बाद इस दीपक को अपने आप ही बुझने देना चाहिए। इसे फूंक मारकर या गलत तरीके से बुझाने की गलती बिल्कुल भी ना करें।

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