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नित्यानंद पर नई आफत! आश्रम से दो साधिकाएं गिरफ्तार, IAS अफसर की भूमिका पर सवाल
स्वयंभू बाबा नित्यानंद के अहमदाबाद स्थित आश्रम से उसकी दो सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद अब इस बाबा की मुश्किलें और भी बढ़ गईं हैं। नित्यानंद के आश्रम से पुलिस ने चार बच्चों को छुड़ाने के बाद प्राणप्रिया और तत्वप्रिया नामक दो साधिकाओं को गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद: स्वयंभू बाबा नित्यानंद के अहमदाबाद स्थित आश्रम से उसकी दो सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद अब इस बाबा की मुश्किलें और भी बढ़ गईं हैं। नित्यानंद के आश्रम से पुलिस ने चार बच्चों को छुड़ाने के बाद प्राणप्रिया और तत्वप्रिया नामक दो साधिकाओं को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, बंगलुरु के जनार्दन शर्मा नामक एक व्यक्ति अपनी १९ व १५ साल की दो बेटियों व १३ साल के बेटे की तलाश में अहमदाबाद पहुंचे थे। शर्मा खुद नित्यानंद स्वाभी के अनुयायी हैं। शर्मा ने आरोप लगाया है कि जब उनका नित्यानंद और उसके आश्रम से मोहभंग हो गया और उनसे नाता तोडऩे की कोशिश की तो उन्हें धमकियां दी गईं। यही नहीं, उनके बच्चों को जबरन अहमदाबाद ले जाया गया।
शर्मा ने बताया कि उनके बच्चे बंगलुरु के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करते थे और वहां ही नित्यानंद आश्रम में रहते थे। उन्हें बताये बिना ही उनके बच्चों को बंगलुरु के आश्रम से नित्यानंद के अहमदाबाद के योगिनी सर्वाज्ञपीठम आश्रम में भेज दिया गया था। शर्मा ने बताया कि पिछले चार महीने से वह अपनी पत्नी के साथ बच्चों से मिलने आ रहे थे लेकिन आश्रम के लोगों ने उन्हें अपने बच्चों से मिलने नहीं दिया।
शर्मा की दो बेटियों का अब तक पता नहीं चला है लेकिन इनमें से एक ने वीडियो बयान जारी करके अपरहण के आरोपों को गलत बताया और कहा कि वो अपनी मर्जी से ट्रिनिडाड-टोबैगो में रह रही है। शर्मा दंपति ने अब
गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके अपनी बेटियों की कस्टडी की गुहार लगाई है। शर्मा ने पुलिस में शिकायत की थी कि उसकी बेटी ने अपने बयान में कहा है कि दोनों ही साधिका प्राणप्रिया और तत्वप्रिया उनके साथ मारपीट करती थीं, और डोनेशन के लिए टॉर्चर भी करती थीं।
शर्मा दंपति की पुलिस व चाइल्ड केयर में दर्ज शिकायत के बाद पुलिस ने आश्रम से चार बच्चों को छुड़ाया है। चारों बच्चों के बयान एक जैसे होने के बाद आश्रम की दोनों साधिकाओं को गिरफ्तार कर लिया गया। अहमदाबाद पुलिस ने
इस पूरे मामले में नित्यानंद के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से आश्रम चलाने और आश्रम में बच्चों के साथ मारपीट करने का मामला भी दर्ज किया है।
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नित्यानंद उस समय सुखिर्यों में आये थे जब दक्षिण की एक अभिनेत्री ने आरोप लगाया था कि उसके साथ 40 बार बलात्कार किया गया। नित्यानंद के कुछ शिष्यों ने भी उन पर शारीरिक शोषण के आरोप लगाये थे। एक शख्स के साथ जबरदस्ती समलैंगिक रिश्ते बनाने के आरोप में भी नित्यानंद के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। आईएएस की भूमिका पर सवाल
पता चला है कि डीपीएस ईस्ट अहमदाबाद को एक प्रख्यात शिक्षाविद डा. मंजुला श्रॉफ संचालित कर रहे थे। वो खुद नित्यानंद के अनुयायी हैं। अहमदाबाद में एक एनजीओ चलाने वाले अमिताभ शाह नामक व्यक्ति ने श्रॉफ को नित्यानंद से मिलवाया था।
अहमदाबाद में नित्यानंद का आश्रम स्थापित करने में एक आईएएस अफसर की भूमिका भी सामने आई है। हालांकि पुलिस ने किसी आईएएस का नाम नहीं लिया है लेकिन एक कांग्रेसी नेता शक्ति सिंह गोहि ने कहा है कि आईएएस अफसर नित्यानंद को बचा रहे हैं।
बताया जाता है कि गोहिल के आरोपों पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मुख्य सचिव जे.एन. सिंह से उक्त आईएएस के नित्यानंद से संबंधों पर रिपोर्ट मांगी है। गुजरात की ब्यूरोक्रेटिक गलियारों में चर्चा है कि उक्त आईएएस ने २०१४ में कथित तौर पर नित्यानंद को २५ किलो सोना दान दिया था। ये भी चर्चा है कि वदोदरा जिले में तैनाती के दौरान इस आईएएस ने एक अन्य धार्मिक पंथ चलाने वालों को 6 एकड़ जमीन खरीदने में मदद की थी।
इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि डीपीएस के परिसर में आश्रम की विवादास्पद गतिविधियों के संचालन की इजाजत क्यों दी जा रही थी। वैसे,डीपीएस ने अब आश्रम के साथ अपने करार को रद कर दिया है।