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Online Betting: बच कर रहिये, लूटने को तैयार बैठे हैं ऑनलाइन बेटिंग धंधेबाज

Online Betting: सट्टेबाजी ऐप्स यूजर्स का भरोसा जीतने के लिए कई तिकड़मों का इस्तेमाल करते हैं : प्रभावशाली मार्केटिंग, अपने को बड़ा दिखाना, व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट प्रशंसापत्र, ब्रांड एसोसिएशन, टेलीग्राम स्पूफिंग आदि।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 6 Oct 2023 10:54 AM IST
online betting traders
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online betting traders   (photo: social media )

Online Betting: 1867 के सार्वजनिक जुआ अधिनियम के तहत जुआ निषिद्ध है, लेकिन ऑनलाइन सट्टेबाजी के संबंध में कानून अप्रभावी है। ऐसा प्रोडक्ट बनाना जो लोगों को जल्दी अमीर बनाने का वादा करता हो, कोई नई बात नहीं है। जल्दी-जल्दी अमीर बनने की योजनाएं सदियों से चली आ रही हैं, जिनमें लगातार नए बदलाव सामने आते रहते हैं। मूल विचार हमेशा एक ही होता है: बिना काम किए पैसा कमाने का तरीका खोजना। इंसान की इसी कमजोरी का फायदा उठाने की फिराक में धंधेबाज रहते हैं और नए नए तरीके ईजाद करते रहते हैं। महादेव बुक ऐप भी इसी कड़ी का लेटेस्ट हिस्सा है। इन सभी रैकेट के सिर्फ दो आधार होते हैं - इच्छा और विश्वास। ग्राहक में ये दोनों होने चाहिए, धंधेबाज इसी का खेल खेलते हैं।

दरअसल, इंटरनेट ने ऑनलाइन सट्टेबाजी को बड़े व्यापक वर्ग तक पहुंचने में सक्षम बनाया है। ‘ड्रीम 11’ और ‘एमपीएल’ जैसे ऐप खुद को फंतासी गेमिंग ऐप के रूप में पेश करते हैं जहां यूजर्स उनके खिलाफ पैसे का दांव लगाने के लिए काल्पनिक टीम बनाते हैं। लेकिन महादेव बुक आपको लाइव क्रिकेट मैचों पर दांव लगाने देता है। कोई गेंद, ओवर, टॉस, मैच आदि के नतीजे पर सट्टा लगा सकता है। महादेव पुस्तक ऐप प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। दरअसल, महादेव बुक में कोई वेब ऐप भी नहीं है। इसमें बस एक लैंडिंग पेज और एक व्हाट्सएप नंबर है। सट्टेबाजी जल्दी पैसा कमाने का वादा करती है और इंसान की चाहत इसकी शिकार हो जाती है।

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आप ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स तक कैसे पहुंच पाते हैं

सट्टेबाजी ऐप्स यूजर्स का भरोसा जीतने के लिए कई तिकड़मों का इस्तेमाल करते हैं : प्रभावशाली मार्केटिंग, अपने को बड़ा दिखाना, व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट प्रशंसापत्र, ब्रांड एसोसिएशन, टेलीग्राम स्पूफिंग आदि।

- भारत में लोकल इन्फ्लूएन्सर्स की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। इन्फ्लूएन्सर्स हर दिन लाखों लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। सट्टेबाजी ऐप्स अपनी वेबसाइट को बढ़ावा देने के लिए इन्हीं क्षेत्रीय इन्फ्लूएन्सर्स को पकड़ते हैं और उनके फालोअर्स बदले में ऐप वालों की मार्केटिंग का शिकार हो जाते हैं। इन इन्फ्लूएन्सर्स की कहानियां आमतौर पर जल्दी अमीर बनने या अपनी जीवनशैली को बेहतर बनाने के इर्द-गिर्द होती हैं। महादेव ऐप या किसी भी ऐप में आप इन्फ्लूएन्सर्स को प्रमोट करते पाएंगे। इसके अलावा सेलिब्रिटी को भी ये ऐप वाले खूब इस्तेमाल करते हैं और इनसे अपना प्रमोशन कराते हैं। मिसाल के तौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स में से एक, ‘रेड्डी अन्ना’ के पास आगामी लाइव मैचों के बारे में अपडेट के साथ एक बड़ा इंस्टाग्राम चैनल है।इसकी स्टोरी केटेगरी में विवेक ओबेरॉय, काजल अग्रवाल, उर्वशी रौतेला, सुनील शेट्टी और वेबसाइट का समर्थन करने वाले कई अन्य लोगों के वीडियो का कलेक्शन है।

- भरोसा जीतने के लिए ये ऐप लोगों के व्हाट्सअप स्क्रीन शॉट का उपयोग करते हैं। इनकी इंस्टाग्राम स्टोरी में ऐसे ग्राहकों के व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट से भरे पाएंगे जिन्होंने जीती हुई राशि निकाली थी। इससे लोगों को लगता है कि वे भी दूसरों की तरह पैसा बना सकते हैं।

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- तमाम ऐप का लैंडिंग पेज पेटीएम, गूगल पे, फोनपे और यूपीआई लोगो को दर्शाता है। इससे ये दिखाया जाता है कि सट्टेबाजी का पैसा इनमें से किसी भी मोड के जरिये ट्रान्सफर किया जा सकता है। ये लोगों को गुमराह करने के लिए भी किया जाता है जिसे लोगों को लगे कि ये ब्रांड ऐप के साथ जुड़े हुए हैं जबकि वास्तव में ऐसा होता नहीं है।

- ऐसे ऐप अपने टेलीग्राम चैनल भी चलाते हैं। जिनमें दांव पर चर्चा होती है लेकिन ये बंद ग्रुप होते हैं जिसमें चुनिंदा व्यक्ति ही उत्तर दे सकते हैं। इन ग्रुपों की फ़ीड में सिर्फ ऐप की प्रशंसा भरी होती है। इन ग्रुपों में नए लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए काम किया जाता है।


बचें ऑनलाइन गेमिंग रैकेट का शिकार होने से

- किसी भी ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ने से पहले, उसकी प्रतिष्ठा और यूजर समीक्षाओं पर शोध करें। रिसर्च करें कि गेमिंग प्लेटफार्म किसका, कहाँ का है और उसका ट्रैक रिकॉर्ड क्या है।

- प्रसिद्ध और विश्वसनीय गेमिंग प्लेटफार्मों पर टिके रहें जिनके पास उचित लाइसेंसिंग और नियामक निरीक्षण है। इन प्लेटफ़ॉर्मों में अक्सर अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए उपाय होते हैं। ऐप या प्लेटफार्म की कानूनी वैधता जरूर चेक करें।

- गेमिंग प्लेटफॉर्म या ऑनलाइन अजनबियों के साथ अनावश्यक व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें। आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी को पंजीकरण और गेमप्ले के लिए आवश्यक जानकारी तक सीमित रखें। ऐसे प्लेटफ़ॉर्म से सावधान रहें जो अत्यधिक व्यक्तिगत विवरण मांगते हैं।

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- अपने गेमिंग खातों के लिए मजबूत और यूनीक पासवर्ड बनाएं और कई प्लेटफार्मों पर एक ही पासवर्ड का उपयोग करने से बचें। कई गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत के रूप में 2 स्टेप वेरिफिकेशन प्रदान करते हैं। इस सुविधा को इनेबल करें, जिसके लिए आमतौर पर आपके पासवर्ड के अलावा आपके मोबाइल डिवाइस या ईमेल पर भेजे गए सत्यापन कोड को दर्ज करना आवश्यक होता है।

- अज्ञात स्रोतों से लिंक पर क्लिक करने या फ़ाइलें डाउनलोड करने से सावधान रहें, खासकर गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के भीतर। दुर्भावनापूर्ण लिंक या डाउनलोड आपके डिवाइस को मैलवेयर से संक्रमित कर सकते हैं या फ़िशिंग प्रयासों को जन्म दे सकते हैं।

- अगर कोई ऐप या प्लेटफार्म सिर्फ पॉजिटिव रिव्यु ही दिखाता है या जिसमें सिर्फ जीतने वालों के ही कमेन्ट भरे हुए हैं तो समझ जाइये कि कुछ न कुछ गड़बड़ है।

- गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म से संबंधित किसी भी अनधिकृत लेनदेन के लिए अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट पर कड़ी नज़र रखें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अपने वित्तीय संस्थान को दें।

- याद रखें कि जुए, सट्टेबाजी, गेमिंग से कोई अमीर नहीं बन सकता। जो आपको गेम खिलवा रहे हैं सिर्फ वही पैसा बनाते हैं सो अपनी रकम को इस तरह के प्लेटफार्म्स पर जाया न करें।

- पैसा बनाने के फेर में कभी भी ऑनलाइन गेमिंग रैकेट में न फंसें, इनके फ्रेंचाईजी न बनें, लोगों को धोखा देने के अपराधी न बनें। याद रखिये कि जो सेलिब्रिटी इन एप्स का प्रमोशन करते हैं वे खुद इन बेटिंग खेलों में शायद कभी न पड़ते हों।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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