TRENDING TAGS :
पुलवामा दोहराने की साजिश: सैंट्रो के मालिक की हुई पहचान, जानिए किसकी है कार
सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। जानकारी के मुताबिक कार के मालिक की पहचान कर ली गई है। यह कार हिदायतुल्लाह नाम के शख्स की है, जो शोपियां का रहने वाला है। हिदायतुल्लाह 2019 से हिज्बुल मुजाहिद्दीन का आतंकी है।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में पुलावाम जैसे बड़े हमले की साजिश को सुरक्षाबलों ने गुरुवार को नाकाम कर दिया। सुरक्षाबलों पर कार में आईईडी भरकर हमले की बड़ी साजिश रची गई थी। पुलवामा के राजपोरा क्षेत्र में एक सैंट्रो गाड़ी में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) प्लांट की गई थी। सुरक्षबलों ने समय रहते ही पहचान कर ली। बम डिस्पोज़ल स्क्वायड ने वक्त रहते ही इस बम को डिफ्यूज़ कर दिया। गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट पर कठुआ का नंबर था।
अब इस मामले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। जानकारी के मुताबिक कार के मालिक की पहचान कर ली गई है। यह कार हिदायतुल्लाह नाम के शख्स की है, जो शोपियां का रहने वाला है। हिदायतुल्लाह 2019 से हिज्बुल मुजाहिद्दीन का आतंकी है।
यह भी पढ़ें...पुलिस और बदमाशों में भीषण मुठभेड़, 4 अपराधी गिरफ्तार
आतंकियों ने 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए हमले को दोहराने की साजिश रची थी, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने आंतकियों की साजिश को नाकाम कर दिया। पुलवामा पुलिस को सूचना मिली थी कि आतंकी पुलवामा जैसा आतंकी हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। रात के करीब ग्यारह बजे आयनगुंड में सफेद रंग की सैंट्रो कार दिखी।
यह भी पढ़ें...हांगकांग में चीन का विरोध अब गैरकानूनी, विवादित सुरक्षा विधेयक को चीनी संसद की मंजूरी
इस कार में दुपहिया वाहन का नंबर था। सुरक्षाबलों ने कार को रोकने की कोशिश की, मगर कार में बैठे आतंकियों ने कार को मोड़कर भागने की कोशिश। थोड़ी देर बाद आतंकी कार छोड़कर फरार हो गए। कार की तुरंत तलाशी की गई। कार के भीतर नीले रंग के एक बड़े ड्रंम में विस्फोटक भरा था। कार में 40 से 45 किलो विस्फोटक लदा था।
यह भी पढ़ें...मध्यस्थता पर भारत ने ट्रंप को दिया जवाब, विदेश मंत्रालय ने चीन पर कही ये बड़ी बात
इसके बाद बम डिस्पोजल स्क्वॉड को तुरंत बुलाया गया। इसके बाद पास के गांव को खाली कराया गया और फिर इस ब्लास्ट के साथ बम को डिफ्यूज कर दिया गया। इसके साथ ही सुरक्षाबलों ने एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी। ये वही पुलवामा है, जहां 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर आंतकी हमला हुआ था। हमले में 40 से ज्यादा सैनिक शहीद हुए थे।