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बाबू मत आने दीजिएः पीएम मोदी की सलाह, ट्रेनी आईएएस को किया संबोधित
पीएम मोदी आज लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती के अवसर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स को संबोधित किया।
नई दिल्ली: स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही पीएम मोदी सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर 'राष्ट्रीय एकता दिवस' परेड की सलामी ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है। पीएम मोदी आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पीएम मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोबेशनरी IAS अफसरों को संबोधित भी किया।
पीएम ने कहा-अफसरों को Rule और Role का ख्याल रखना चाहिए
पीएम मोदी आज लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती के अवसर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेनी आईएएस अफसरों से कहा है कि अपने दिमाग में बाबू मत आने दीजिए, उन्होंने कहा कि आप कहां से आए हैं इसका ख्याल रखिए। पीएम ने कहा कि अफसरों को Rule और Role का ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने अफसरों से कहा कि आपको ध्यान यह भी रखना है छपास और दिखास का रोग न लगे, नहीं तो आप लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएंगे।
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वाटर एरोड्रम (केवडिया) का उद्घाटन
इसके बाद उन्होंने वाटर एरोड्रम (केवडिया) का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने सीप्लेन सेवा (केवडिया से साबरमती रिवरफ्रंट तक) का भी किया। राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम सरदार साहब की इस गगनचुंबी प्रतिमा के सान्निध्य में भारत की प्रगति का प्रण दोहरा रहे हैं। पीएम ने कहा कि केवड़िया में कुछ ही दिनों में विकास के कई कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही ये स्थान दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर छाने वाला है।
अद्भुत संयोग है कि आज ही वाल्मीकि जयंती भी है-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सरदार सरोवर से साबरमती रिवर फ्रंट तक सी-प्लेन सेवा का भी शुभारंभ होने जा रहा है. सरदार साहब के दर्शन के लिए, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए देशवासियों को अब सी-प्लेन सर्विस का भी विकल्प मिलेगा. ये सारे प्रयास इस क्षेत्र में पर्यटन को भी बहुत ज्यादा बढ़ाने वाले हैं।
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पीएम ने कहा कि ये भी अद्भुत संयोग है कि आज ही वाल्मीकि जयंती भी है. आज हम भारत की जिस सांस्कृतिक एकता का दर्शन करते हैं, जिस भारत को अनुभव करते हैं, उसे और जीवंत और ऊर्जावान बनाने का काम सदियों पहले आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ही किया था। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का श्लोक जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी की प्रेरणा हमें आज तक मातृभूमि की महता की सीख देती है।
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क्या है सी-प्लेन की खासियत
आइए जानते हैं कि सी प्लेन क्या है और क्या खास है इसका उड़ान।
-सी प्लेन प्लेन जमीन-पानी दोनों से उड़ान भर सकता है।
-सी प्लेन को पानी और जमीन पर लैंड कराया जा सकता है।
-महज 300 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है सी प्लेन।
-300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में मुमकिन है।
-ये एंफीबियस कैटेगरी का प्लेन होता है।
-सी प्लेन में एक बार में 19 यात्री सफर कर सकेंगे।
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