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कोरोना काल में 6 बार PM मोदी ने किया देश को संबोधित, जानिए भाषण की बड़ी बातें
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब तक 6 बार नागरिकों को संबोधित किया है। पीएम मोदी के संबोधन में हर बार देश के नागरिकों का उत्साह बढ़ाए रखने और आत्मनिर्भर बनने के साथ कोरोना से लड़ने के उपाय बताने पर ही केंद्रित रहा है।
नई दिल्ली: जब से कोरोना वायरस की महामारी ने पूरी दुनिया को अपने घेरे में लिया है तबसे करोड़ों लोग इस संक्रमण की चपेट में आ गया है। अब तक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। इस विषय पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब तक 6 बार नागरिकों को संबोधित किया है। पीएम मोदी के संबोधन में हर बार देश के नागरिकों का उत्साह बढ़ाए रखने और आत्मनिर्भर बनने के साथ कोरोना से लड़ने के उपाय बताने पर ही केंद्रित रहा है।
हम आपको यहां बता रहे हैं कि कोरोना काल में कब-कब पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया है और अपने संबोधन में उन्होंने देशवासियों से क्या मांग की और क्या निर्देश दिया। इसीके साथ ही उन्होंने किन योजनाओं की घोषणा की ।
कोरोना काल में पीएम मोदी का पहला संबोधन: जनता कर्फ्यू का आवाहन
19 मार्च 2020 को रात 8 बजे पीएम मोदी कोरोना वायरस को लेकर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए रविवार को जनता कर्फ्यू का आवाहन किया। साथ ही उन्होंने कहा कि 22 मार्च को शाम पांच बजे, पांच मिनट तक तक उन सभी लोगों का ताली बजाकर धन्यवाद अर्पित करें, जो खतरा उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं।
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कोरोना काल में दूसरा संबोधन: पहला लॉकडाउन 21 दिनों का
24 मार्च को जब प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया तो उन्होंने कोरोना से मुकाबले के लिए देशवासियों से कुछ समय मांगा। रात 8 बजे अपने संबोधन में उन्होंने पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन करने की घोषणा की।
कोरोना काल में तीसरा संबोधन : मांगे नौ मिनट- दीये जलाने की अपील
कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री ने 3 अप्रैल को तीसरी बार देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट बुझाकर छत पर या बालकनी में दीये जलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम प्रकाश की ताकत से कोरोना के अंधकार को मिलकर मात देंगे।
कोरोना काल में चौथा संबोधन : लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को राष्ट्र को संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में कदम आगे बढ़ाते हुए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई कर दी।
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कोरोना काल में पांचवा संबोधन : आर्थिक पैकेज की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने 12 मई को 5 वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस संबोधन में पीएम मोदी ने देश को कोरोना संकट से बाहर निकालने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के एक बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की।
कोरोना काल में छठवां संबोधन : नवंबर तक गरीब जनता को मुफ्त राशन
प्रधानमंत्री ने आज मंगलवार को अपने छठवें भाषण में कहा कि अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है। जब से देश में Unlock-One हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढ़ती ही चली जा रही है। पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे।
टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा
लॉकडाउन के दौरान बहुत गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था। अब सरकारों को, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को, फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। विशेषकर कन्टेनमेंट जोंस पर हमें बहुत ध्यान देना होगा। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा।
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हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए
लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए।