×

रेलवे ने तोड़े रिकॉर्ड: फिर रचा इतिहास, शेषनाग की रफ्तार ने बनाई मिसाल

भारतीय रेलवे लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। इस बीच गुरुवार को पटरियों पर 2.8 किलोमीटर लंबे शेषनाग ट्रेन के दौड़ने के साथ ही रेलवे ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

Shreya
Published on: 3 July 2020 7:15 AM GMT
रेलवे ने तोड़े रिकॉर्ड: फिर रचा इतिहास, शेषनाग की रफ्तार ने बनाई मिसाल
X

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। इस बीच गुरुवार को पटरियों पर 2.8 किलोमीटर लंबे शेषनाग ट्रेन के दौड़ने के साथ ही रेलवे ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। गुरुवार को 2.8 किलोमीटर लंबी शेषनाग ट्रेन को नागपुर डिवीजन से कोरबा के बीच चलाया गया। इस ट्रेन को चलाने के लिए रेलवे ने चार इंजनों का इस्तेमाल किया और इसमें 251 वैगन थे। बता दें कि 'शेषनाग’ भारतीय रेल पर चलने वाली अब तक की सबसे लंबी ट्रेन है।

यह भी पढ़ें: UP पुलिस का बदला: ताबड़तोड़ एनकाउंटर, दो बदमाशों को उतारा मौत के घाट

छह घंटे में पूरा किया 260 किलोमीटर का सफर

भारतीय रेलवे की सबसे लंबी ट्रेन शेषनाग ने 260 किलोमीटर के सफर को करीब छह घंटे में पूरा किया। मालगाड़ियों के Transit टाइम को कम करने के लिए भारतीय रेलवे ने यह अनोखा प्रयोग किया है। इस ट्रेन को पटरी पर दौड़ाने के लिए इसमें छह हजार हॉर्स पावर की क्षमता वाले चार इलेक्ट्रिक इंजन लाए गए थे।

यह भी पढ़ें: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय और अतुल दुबे पुलिस मुठभेड़ में ढेर

तीन इलेक्ट्रिक इंजन के साथ पटरी पर दौड़ी थी सुपर एनाकोंडा

जबकि सुपर एनाकोंड़ा में छह हजार हॉर्स पावर वाले तीन इलेक्ट्रिक इंजन लगाए गए थे। बता दें कि यह ट्रेन दो किलोमीटर लंबी थी। शेषनाग ट्रेन में 251 वैगन थे, जबकि सुपर एनाकोंडा ट्रेन में 177 लोडेड वैगन थे। इसी के साथ रेलवे ने एक ही दिन में सुपर एनाकोंडा का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। बता दें कि सुपर एनाकोंडा बुधवार को पटरियों पर उतरी थी।

यह भी पढ़ें: सेना ने लिया जवानों की शहादत का बदला, खूंखार आतंकी को दी दर्दनाक मौत

15 हजार टन का वजन किया गया था लोड

बुधवार को रेलवे ने तीन इंजन और मालगाड़ियों को जोड़कर सुपर एनाकोंडा ट्रेन बनाया, जिसकी लंबाई दो किलोमीटर रही। सुपर एनाकोंडा को एनाकोंडा फॉर्मेशन में ओडिशा के लाजकुरा और राउरकेला के बीच चलाई गई थी। इसकी अधिकतम स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा रही। इसमें ये सफर करीब सवा दो घंटे में पूरा किया था। इस ट्रेन में 15 हजार टन का वजन लोड था और इससे एक करोड़ रुपये से ज्यादा के सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया गया था।

यह भी पढ़ें: दुनिया का पहला Gold होटल: हर तरफ सिर्फ सोना ही सोना, मात्र इतना है किराया

इससे पहले बुधवार को रचा था ये कीर्तिमान

बता दें कि बुधवार को रेलवे ने एक और कीर्तिमान रचा था। दरअसल, एक जुलाई को देश में चली 201 ट्रेनें अपने तय समय के अनुसार स्टेशनों पर पहुंची और ऐसा रेलवे के 167 साल के इतिहास में पहली बार हुआ था कि सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर स्टेशन पर पहुंची हो। पहली बार सभी ट्रेनें 100 फीसदी समय की पंचुअल्टी से चली और अपने गंतव्य स्थान पर तय समय पर पहुंची।

यह भी पढ़ें: मई में Google पर सबसे ज्यादा पूछे गए ऐसे सवाल, जून में बदल गया ट्रेंड

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story