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गुजरात के Tanuj Patel: कोरोना काल में बांट रहे मास्क, ऐसे कर रहे लाखों की मदद
महामारी के इस दौर में पीड़ितों की मदद के लिए मैदान मे उतरे तनुज पटेल उनके लिए मसीहा साबित हुए हैं। इन्होंने लॉकडाउन के तंग हालातों में भी जंग लड़ते हुए दिन-रात भारत को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
गुजरात। आज के इस युग में परोपकार शब्द का लोग मतलब ही भूल चुके हैं। गरीबों की मदद करना, दीन-बंधुओं के लिए अच्छे काम करना, उनके लिए कुछ अच्छा करना अब लोगों की फितरत में ही नहीं है। ऐसे में गुजरात के तनुज पटेल ने बीड़ा उठाते हुए महामारी कोरोना के संकटग्रस्त इन हालातों में सामाजिक कार्यों का निर्वहन करते हुए लोगों की सहायता की है। पीड़ितों की मदद के लिए मैदान मे उतरे तनुज पटेल उनके लिए मसीहा साबित हुए हैं। इन्होंने लॉकडाउन के तंग हालातों में भी जंग लड़ते हुए दिन-रात भारत को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। तनुज पटेल और उसकी टीम द्वारा अब तक 4 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों को भोजन की सेवा दी गई है।
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4 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों को भोजन
गुजरात के आणंद जिले में कार्यरत सेवाभावी सामाजिक संस्था रूट्स फाउंडेशन ने कोरोना की वैश्विक महामारी के दौरान काफी सारा सामाजिक काम करके लोगों को सहाय की हैं। रूट्स फाउंडेशन ने कोरोना वैश्विक महामारी मैं लोगों को भोजन दिया, राशन - फ्रूट - शाकभाजी की कीट पहोंचाया साथ साथ लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए मास्क, सेनेटाइजर, होमियोपैथिक दवा का वितरण भी किया गया।
फोटो-सोशल मीडिया
रूट्स फाउंडेशन के संस्थापक तनुज पटेल जी ने बताया कि गुजरात में एक हमारी सामाजिक संस्था होगी जिन्होंने आजतक पांच लाख से ज्यादा मास्क बनाके लोगों को पहुचांया हैं।
तनुज पटेल जी ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं हुई है केवल एक ही उपाय है वो है बहार जाते वक्त मास्क जरूर से पहेनना ओर हाथ को सेनेटाइज करना। अभी भी मास्क का वितरण कार्यरत हैं और आगे भी रहेगा।
फोटो-सोशल मीडिया
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भाई बहनों को भूखा पेट नहीं सोने दूंगा
बता दें कि गुजरात के आनंद के निवासी तनुज पटेल मल्टीस्पेश्यालिटी अस्पताल के उद्घाटल कार्य हेतु अमेरिका से भारत अपने मूल देश आए थे, लेकिन दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरे भारत में लॉकडाउन जैसी गंभीर स्थिति होने की वजह से उन्होंने अपने परिवार में वापस जाने के बजाए अपने वतन में ही रह कर जरूरतमंद लोगों की सेवा करने का फैसला किया।
फोटो-सोशल मीडिया
वह अपनी मातृभूमि में रहकर जरूरतमंद लोगों की सेवा कर मानवता के धर्म का पालन कर रहे थे। तनुज पटेल का कहना है इस तरह की मुश्किल स्थिति में मैं अपने देश के हर वर्ग के भाई बहनों को भूखा पेट नहीं सोने दूंगा और जब तक यह महामारी चलती रहेगी, तब तक मैं मानव सेवा में लगा रहूंगा।
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30,000 से ज्यादा शाकभाजी और फ्रूट की किट जरूरतमंदों को
फोटो-सोशल मीडिया
तुनज पटेल और उनकी टीम के द्वारा लॉकडाउन के समय में अब तक चार लाख से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को भोजन की सुविधा दी जा चुकी है। इसके अलावा तीस हजार से ज्यादा शाकभाजी और फ्रूट की किट भी उन्होंने जरूरतमंदों को दी है।
साथ ही लॉकडाउन के दौरान गुजरात से अपने राज्य वापस लौट रहे 17 हजार से ज्यादा श्रमिक यात्री को गांव जाने की व्यवस्था व मुसाफरी के दौरान खाने-पीने का आयोजन किया था।
उन्होंने पांच लाख से ज्यादा कॉटन मास्क का वितरण किया है। उनकी टीम द्वारा आनंद में कोरोना केयर सेंटर में कोरोना ग्रस्त मरीज को सुबह और शाम का भोजन प्रदान किया जाता है।
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