TRENDING TAGS :
भारत को बड़ा फायदा: कच्चे तेल से होगा मुनाफा, पानी से सस्ते दाम
ब्लैक गोल्ड यानी कच्चा तेल पूरी दुनिया में इस कदर सस्ता हो जाएगा, कभी किसी को अंदाजा भी नहीं था । पिछले कुछ हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम जीरो डॉलर प्रति बैरल के नीचे चले गए।
नई दिल्ली। ब्लैक गोल्ड यानी कच्चा तेल पूरी दुनिया में इस कदर सस्ता हो जाएगा, कभी किसी को अंदाजा भी नहीं था । पिछले कुछ हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम जीरो डॉलर प्रति बैरल के नीचे चले गए। लेकिन अब इन कीमतों में फिर से उछाल आ रही है। बता दें, डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत 50 फीसदी से बढ़कर 17 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा समय में तो सस्ते कच्चे तेल का फायदा भारत को नहीं मिलेगा। लेकिन 3 मई को लॉकडाउन खुलने के बाद इसका अर्थव्यवस्था और उपभोक्ताओं पर पॉजिटिव रिजल्ट होगा।
ये भी पढ़ें...योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, राज्य कर्मचारियों के भत्ते पर लगाई रोक
सस्ता हुआ कच्चा तेल
लॉकडाउऩ के इस समय में एक लीटर कच्चे तेल के दाम 17 डॉलर प्रति बैरल है। एक बैरल में 159 लीटर होते हैं। तो इस तरह से देखें तो एक डॉलर की कीमत 76 रुपये है। इस हिसाब से एक बैरल की कीमत 1292 रुपये होती है।
ऐसे अब एक लीटर में बदलें तो इसकी कीमत 8.12 रुपये के लगभग आती है। कहां देश में अगर पानी की पैक बोतल की कीमत 20 रुपये है।
लॉकडाउन के चलते खरीदार तेल लेने से मना कर रहे हैं। खरीदार बोल रहे हैं कि तेल की अभी जरूरत नहीं, बाद में लेंगे, अभी अपने पास रखो। लेकिन अब उत्पादन इतना हो गया है कि तेल रखने की जगह नहीं बची है।
ये भी पढ़ें...PNB खाताधारकों को तोहफा, अब करोड़ों को होगा फायदा
देशभर में लॉकडाउन के चलते गाड़ियों का चलना करीब-करीब पूरी तरह बंद हैं। कामकाज और कारोबार ठप है इस वजह से तेल की खपत और उसकी मांग भी कमी आई है।
वहीं कनाडा में तेल के कुछ उत्पादों की कीमत माइनस में चली गई है। बीते सोमवार को जब बाजार खुला तो अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल का भाव 10.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था जो 1986 के बाद इसका सबसे निचला स्तर था।
साथ ही इसके बाद दोपहर तक ये दो डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम स्तर पर आया और गिरते-गिरते 0.01 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा।
ये भी पढ़ें...फूट फूट कर रोया अमेरिका, भारत की वाह, आखिर क्या है राज
पेट्रोल-डीज़ल के सस्ता होगा या मंहगा
विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोल के दाम कई चीजों से तय होते हैं। इसमें एक कच्चा तेल भी है। अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतों में भारी गिरावट के बाद भी भारत में उस अनुपात में पेट्रोल-डीजल की कीमतें नही कम हुई, इसकी दो बड़ी वजहेंं हैं...
पहली वजह-
देश में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला भारी टैक्स है।
दूसरी वजह-
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी है।
ये भी पढ़ें...गर्मी आ गई है, तालाब-चेक डैम का काम पूरा कराएं: योगी आदित्यनाथ