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तबाही से बिछी लाशें: उत्तराखंड में मची चीख-पुकार, सैंकड़ों लोगों की तलाश जारी

उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने के बाद जल-सैलाब आ गया है। ऐसे में चमोली में भयानक तबाही से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। ताजा जानकारी मिली है कि चमोली के तपोवन इलाके में एनटीपीसी साइट से तीन शव बरामद किये गये हैं।

Vidushi Mishra
Published on: 7 Feb 2021 9:54 AM GMT
तबाही से बिछी लाशें: उत्तराखंड में मची चीख-पुकार, सैंकड़ों लोगों की तलाश जारी
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उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने पर भारी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। इस तबाही ने ऋषिगंगा के पावर प्रोजेक्ट को पूरी तरह से तबाह कर दिया है।

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भीषण तबाही आ गई है। ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है। जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से धौलीगंगा नदी का जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में नदी में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, और अब नजदीक के गांवों को खाली करा दिया गया है। जलसैलाव धौलीगंगा से अब श्रीनगर तक पहुंच गया है। इस तबाही से सबसे ज्यादा असर चमौली पर पड़ा है। हालातों को देखते हुए श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट जारी हो गया है।

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मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती

UTTRAKHAND फोटो-सोशल मीडिया

उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने के बाद जल-सैलाब आ गया है। ऐसे में चमोली में भयानक तबाही से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। ताजा जानकारी मिली है कि चमोली के तपोवन इलाके में एनटीपीसी साइट से तीन शव बरामद किये गये हैं।

ऐसे में बताया जा रहा है कि मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है। धौलीगंगा में बाढ़ जैसे हालात बनने से पूरे इलाके को खाली कराया गया है। वहीं आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है।

chamoli फोटो-सोशल मीडिया

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ग्लेशियर टूटने की वजह से बाढ़

मिली जानकारी के अनुसार, ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है। लोगों की मदद और बचाने के लिए आईटीबीपी, NDRF और SDRG की कई टीमें मौके पर रवाना हुई हैं। ऐसे में श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट है। वहीं ऋषिकेश बांध खाली करा लिया गया है। यहां पर पानी का तेज बहाव है, साथ ही पानी का स्तर भी पहले से काफी अधिक बढ़ा है।

वहीं सैन्य अधिकारियों ने बताया है कि लगभग 600 जवान ग्लेशियर टूटने की वजह से बाढ़ की चपेट में आने वाले इलाकों के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही वायुसेना भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

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Vidushi Mishra

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