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विजय माल्या 'विलफुल डिफॉल्टर' घोषित, 1566 करोड़ को लेकर जारी हुआ नोटिस
आईडीबीआई बैंक ने विजय माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। इसके साथ बुधवार को बैंक ने एक पासपोर्ट साइज फोटो के साथ एक नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली: आईडीबीआई बैंक ने विजय माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। इसके साथ बुधवार को बैंक ने उनके एक पासपोर्ट साइज फोटो के साथ एक नोटिस जारी किया है। यह नोटिस विजय माल्या की एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर को लेकर जारी हुआ है।
आईडीबीआई बैंक एनपीए प्रबंधन समूह ने किंगफिशर एयरलाइंस को कर्जदाता के रूप में विलफुल डिफॉल्टर का नोटिस जारी किया है और विजय माल्या को निदेशक और गारंटर के तौर पर।
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इस नोटिस में विजय माल्या की एक पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर है, जो उनके आवास यूबी टॉवर, बैंगलोर भेजी गई है। बता दें कि विजय माल्या इस समय लंदन में हैं और भारत सरकार कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में लगी है।
बता दें कि विजय माल्या ब्रिटेन में प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहे हैं। 63 वर्षीय विजय माल्या ने भारतीय बैंकों से 9,000 करोड़ रुपए का लोन लिया था और उसे नहीं चुका पाने के की वजह से 2 मार्च, 2016 को देश छोड़कर भाग गए थे।
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माल्या बार-बार देश से भागने से इंकार करते हैं। उन्होंने कहा है कि वह भारतीय बैंकों को दिए गए पैसे वापस करने के लिए तैयार हैं। भारत ने 2017 में माल्या के प्रत्यर्पण की मांग की थी।
विजय माल्या को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय जांच एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभी तक सफल नहीं हो पाई हैं। दिसंबर 2018 में लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने माल्या को भारत भेजने का फैसला सुनाया था।
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विजय माल्या ने वित्त मंत्री के संसद में दिए एक बयान पर कहा था कि इस देश (भारत) में कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए और न ही उसे गिरा हुआ समझा जाना चाहिए। इससे उलट हमें आईबीसी कानून की मूल भावना के अनुरूप कर्ज की समस्या से निकलने के लिए कोई सम्मानजनक रास्ता या समाधान उपलब्ध कराना चाहिए।
माल्या ने कहा था कि यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान है। इसी भावना के साथ 100 प्रतिशत समाधान की मेरी पेशकश को भी स्वीकार किया जाए।