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Jaya Kishori: जया किशोरी ने भारत में तलाक के मामलों में हो रही वृद्धि पर कही बड़ी बात, इस चीज़ को ठहराया ज़िम्मेदार
Jaya Kishori: कथावाचक जया किशोरी जी अपने विचारों और वचनों से सभी को काफी प्रभावित करतीं हैं। ऐसे में उन्होंने अपने विचार प्रकट करते हुए तलाक के बढ़ते मालों पर जो बात कही शायद आप भी ये सुन कर हैरान रह जायेंगे।
Jaya Kishori: कथावाचक जया किशोरी अपने प्रवचनों से सभी का मन मोह लेतीं हैं और अपने विचारों से सभी को मोटीवेट भी करतीं हैं। वहीँ आजकल भारत में बढ़ते तलाक के मामलों को लेकर जया जी ने अपने विचार शेयर किये हैं जिसके बाद शायद आप भी इस पर ध्यान देंगे। आइये जानते हैं आखिर क्या कहा जया किशोरी जी ने तलाक के बढ़ते मामलों को लेकर।
देश में बढ़ते तलाक के मामलों पर क्या कहा जया किशोरी जी ने
कथावाचक जया किशोरी जी अपने विचारों और वचनों से सभी को काफी प्रभावित करतीं हैं। ऐसे में उन्होंने अपने विचार प्रकट करते हुए तलाक के बढ़ते मालों पर जो बात कही शायद आप भी ये सुन कर हैरान रह जायेंगे। जया जी अपने विचारों के लिए बेहद स्ट्रांग रहतीं हैं और काफू ख़ूबसूरती से उसका जवाब भी देतीं हैं। वहीँ विदेशों के साथ साथ अब जहाँ भारत में भी तलाक के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में जया जी ने अपने विचारों को लोगों के साथ साझा किया झाई। आइये जानते हैं आखिर जया जी ने इसके पीछे क्या वजह बताई है।
जया किशोरी जी कहतीं हैं कि पहले समय में 70 प्रतिशत शादियां इसलिए ही टिकी रहती थीं क्योकि उस समय लड़कियां बहुत कुछ सह लेती थीं। वहीँ आजकल की लड़कियां सच के लिए आवाज़ उठाने की हिम्मत रखती हैं। उन्होंने गलत बात बर्दाश्त नहीं है। इतना ही नहीं कई लोग ऐसे हैं जो शादी के समय दिमाग से नहीं बल्कि दिल से सोचते हैं जिसकी वजह से उन्हें बाद में पछताना भी पड़ता है। इसके बाद जया किशोरी जी कहतीं यहीं कि आप चाहे लव मैरिज करें या अरेंज, दोनों में ही एक बात बेहद ज़रुई है और वो ये कि आप शादी से पहले अपने पार्टनर को सही से जान और समझ ज़रूर लें। वहीँ कई साल तक एक दूसरे को समझने के बाद भी कभी कभी तलाक तक बात पहुंच जाती है। क्योकि कपल्स के बीच बनती नहीं है। शादी के बाद पछतावा करने से बेहतर है कि आप पहले ही एक दूसरे को समझ लें। वहीँ अगर एक दूसरे को जानने समझने के बाद भी अगर आपका रिश्ता सही नहीं चल रहा है तो अलग हो जाना ही बेहतर है। अंत में उन्होंने यही कहा कि एक दूसरे को समझना ज़रूरी होता है।