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नफ़ासत-ए-लखनऊ: यहां चिकन खाने के साथ पहना भी जाता है
अगर आप लखनऊ आए और यहां के बारे में नहीं सुना तब क्या खाक लखनऊ आए। लखनऊ ऐसा शहर है जहां चिकन खाते भी है और पहनते भी हैं। और यहां के चिकन के कपड़ों की बात ही अलग है। मलमल और जॉर्जेट के कपड़ों पर चिकनकारी बहुत ही सुंदर लगती है और लोगों को इनमे सुकून मिलता है।
लखनऊ: अगर आप लखनऊ आए और यहां के बारे में नहीं सुना तब क्या खाक लखनऊ आए। लखनऊ ऐसा शहर है जहां चिकन खाते भी है और पहनते भी हैं। और यहां के चिकन के कपड़ों की बात ही अलग है। मलमल और जॉर्जेट के कपड़ों पर चिकनकारी बहुत ही सुंदर लगती है और लोगों को इनमे सुकून मिलता है।
चिकनकारी की वजह से लखनऊ शहर दुनियाभर में मशहूर है। यहां कोई भी आता है तो जाते समय चिकन के कपड़े ले जाना नहीं भूलता। लखनवी चिकन में हो रहे नए प्रयोग कद्रदानों को और भी लुभा रहे हैं। चिकनकारी लेडीज वियर के साथ-साथ जेंट्स के लिए कुर्ता-पैजामा भी अलग-अलग टाइप के फैशन में मिलता हैं। आज हम आपको बतातें हैं लखनवी चिकनकारी के बारे में...
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अलग-अलग तरीके से हो रही है चिकन में वैराइटी
चिकन में लेडीज वियर में पहले साड़ी, सलवार सूट, कुर्ती व जेंट्स वियर में कुर्ता-पैजामा मिलते थे। लेकिन टाइम के साथ अब काफी चेंज आ गया है। चौक में मैन्यूफैक्चरर मो। हमजा जुबैर कहते हैं, फैशन को देखते हुए चिकन में भी विस्तार हो रहा है। प्योर जॉर्जेट, विस्कोस जार्जेट, कॉटन चंदेरी, टसर फैब्रिक व प्रिंटेड फैब्रिक पर चिकनकारी के नई वैराइटी इंडियन व वेस्टर्न वियर में तैयार हो रही है।
वेस्टर्न वियर में भी चिकन
चिकन के शौकीन वेस्टर्न वियर में भी फैशन चाहते हैं, इसलिए इसमें नए डिजाईन कर फ्यूजन किया जा रहा है। चौक स्थित एक दुकान के मालिक शरद कहते हैं, फैशन के साथ कदमताल मिलाने के लिए लेडीज स्ट्रेचबल पैंट, लैगिंग, प्लाजो, लेडीज ट्राउजर, सिगरेट पैंट, डिजाइनर कुर्ती, टॉप, शरारा, गरारा, लहंगा, एडिशनल वर्क के साथ गोटा-पत्ती सूट और साड़ी जैसी वेस्टर्न व इंडियन वियर की वैराइटी तैयार कराते हैं।
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कलीदार से 'ए' लाइन तक का सफर
मैंने जब चिकन का काम शुरू किया था, तब से आज बहुत बदलाव आया है। सेवा लखनऊ की जनरल सेक्रेट्री व पद्मश्री रूना बनर्जी कहती हैं, मैं भी बचपन से चिकन के कपड़े पहनकर बड़ी हुई हूं। चार कली वाला चिकन का कुर्ता खूब पहना है। उसका चार्म अब खत्म हो रहा है, मगर सेवा में आज भी मिलता है। कलीदार कुर्ते की जगह अब 'ए' लाइन के कुर्तो ने ले ली है। पिछले 35 वर्षो से चिकन इंडस्ट्री में मैंने बहुत बदलाव देखे हैं। परंपरागत डिजाइन के साथ हम भी फैशनेबल परिधान तैयार कर रहे हैं।
फिल्मी शादियों में बढ़ रहा क्रेज
समय के साथ हर चीज बदलती है। ऐसे ही कुछ बदलाव चिकन के कपड़ों में भी किए जा रहे हैं। अमीनाबाद स्थित एक विक्रेता संजय कहते हैं, पिछले कुछ वर्षो में फिल्मी शादियों में चिकन खूब पहना जा रहा है। यही वजह है कि अब मिडिल व अपर मिडिल क्लास शादियों में भी चिकन के कपड़ों की मांग बढ़ी है।
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मुंबई लेकर जाएंगे लखनवी चिकन
अमीनाबाद में चिकन की कुर्तियां खरीद रहीं मुनीषा व प्रिया कहती हैं, हम मुंबई से लखनऊ घूमने आए हैं। लोगों को गिफ्ट करने के लिए भी चिकन के कपड़ों से अच्छा कुछ नहीं होता है, इसीलिए हम लोग वापस जाने से पहले चिकन के कपड़े खरीद रहे हैं।