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पीएम मोदी की आलोचना नहीं हुई बर्दाश्त, OLA कैब ड्राइवर को गंवानी पड़ गई नौकरी

ट्विटर पर शुक्रवार को #BoycottOla ट्रेंड करने लगा। एक यूजर ने ट्वीट करते हुए ये आरोप लगाया कि एक कैब ड्राइवर ने बातचीत के दौरान मोदी सरकार पर टिप्पणी करने पर उसके साथ अमर्यादित व्यवहार किया।

Aditya Mishra
Published on: 24 Jan 2020 12:33 PM GMT
पीएम मोदी की आलोचना नहीं हुई बर्दाश्त, OLA कैब ड्राइवर को गंवानी पड़ गई नौकरी
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नई दिल्ली: ट्विटर पर शुक्रवार को #BoycottOla ट्रेंड करने लगा। एक यूजर ने ट्वीट करते हुए ये आरोप लगाया कि एक कैब ड्राइवर ने बातचीत के दौरान मोदी सरकार पर टिप्पणी करने पर उसके साथ अमर्यादित व्यवहार किया।

बाद में उसने कैब सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी में इसकी शिकायत कर दी। जिसके बाद ओला ने ड्राइवर पर एक्शन लिया तो लोगों ने ओला को ही बायकॉट करने की मुहिम छेड़ दी।

पूरा मामला क्या है?

मामला कुछ यूं हैं कि ट्विटर पर एक यूजर कनव शर्मा ने शुक्रवार को ट्वीट कर अपने एक्सपीरियंस शेयर किया। कनव शर्मा ने लिखा कि कल ओला में सफर करने के दौरान ड्राइवर ने उनकी बातें सुनी और जवाब दिया कि अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार कैसे जिम्मेदार है, ये पूरी तरह से कांग्रेस की गलती है।’

कनव शर्मा के अनुसार, ड्राइवर ने उन्हें कहा कि कांग्रेस ने जेएनयू बनाया, जहां पर टुकड़े वाले नारे लगाए जाते हैं। इसके अलावा जवाहर लाल नेहरू का दादा मुस्लिम था। कनव शर्मा के मुताबिक, जब उन्होंने ड्राइवर से तथ्य जांचने को कहा तो जवाब में उसने उन्हें ही एंटी नेशनल गैंग का सदस्य बता दिया जो सरकार की आलोचना कर रहे हैं।

इस पूरी बातचीत की कनव शर्मा ने ओला से शिकायत की तो ओला ने ड्राइवर पर एक्शन लेने की बात कही। और भविष्य में ऐसा दोबारा ना होने का आश्वासन दिया।

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कनव शर्मा कौन हैं?

ड्राइवर के व्यवहार को लेकर शिकायत करने वाले कनव शर्मा एक मैनेजमेंट कंस्लटेंट हैं। ट्विटर पर दी गई जानकारी के अनुसार वो AT Kearney नाम की कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने अपनी लोकेशन जम्मू और दिल्ली लिखी है।

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ट्विटर पर लोगों ने जताई नाराजगी

इस पूरे विवाद के बाद लोगों का गुस्सा ओला पर फूट पड़ा। ट्विटर पर #BoycottOla ट्रेंड हुआ और लोगों की ओर से ओला के ऐप को डिलीट करने की अपील की गई। ट्विटर पर यूजर्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि ड्राइवर को नौकरी से निकाल दिया गया है।







हालांकि, ओला की ओर से इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया गया है। जिसमें ड्राइवर के नौकरी जाने की बात कही गई हो। गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी ऐप्लिकेशन को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। इससे पहले भी कई बार धर्म के मुद्दे पर ओला, जोमैटो जैसे मसले पर विवाद हो चुका है।

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