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झांसी की वीरांगना जिसने 59 साल की उम्र में दे दी शिकस्त
डॉक्टर भी यही सलाह दे रहे हैं सभी को अपने शरीर की इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। योग करना चाहिए। प्रतिरोधक तंत्र मजबूत होगा तो कोई भी रोगाणु शरीर को हानि नहीं पहुंचा सकेगा। कोरोना की फिलहाल कोई दवा और वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
बी.के. कुशवाहा
झांसी। घनी आबादी वाले इलाके ओरछा गेट की निवासी जिस 59 वर्षीय महिला को कुछ दिनों पूर्व तक लोग यह कहकर कोस रहे थे कि वह न जाने कहाँ से जानलेवा कोरोना वायरस को झांसी ले आयी, अब वही महिला जिले की सबसे स्ट्रांग इम्यून सिस्टम अर्थात सबसे अधिक प्रतिरोधक तंत्र वाली शख्सियत का तमगा लेकर अपने घर वापस लौट आयी है। जिस कोरोना वायरस के संक्रमण के खौफ से पूरा जिला अपने घरों में कैद था उसी वायरस को इस बुजुर्ग महिला ने चित कर दिया है।
इस महिला का परिवार भी जिले का ऐसा पहला परिवार बन गया है जिसके खून में कोरोना वायरस को भी मात देने का माद्दा है। यह सब केवल कोरे दावे नहीं हैं। जिले के चिकित्सकों ने उन्हें यह 'प्रमाण पत्र' दिया है कि उन्होंने कोरोना वायरस से जंग जीत ली है।
26 अप्रैल तक झांसी कोरोना वायरस से मुक्त थी। हालांकि कोरोना वायरस दबे पांव झांसी की सरहद में प्रवेश कर चुका था। उसने अपने छुपने के ठौर तो ढूंढ लिए थे पर वह अपना रंग-रूप प्रदर्शित नहीं कर रहा था। इस कारण डॉक्टर और प्रशासन की नजरों से बचता रहा।
ऐसे पकड़ में आया कोरोना संक्रमण
घुटने में दर्द और चलने-फिरने में परेशानी को लेकर एक 59 वर्षीय महिला के परिजन जब उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने उपचार शुरू किया किन्तु कोरोना काल में दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पी रहा है। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने महिला का कोविड टेस्ट कराया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया।
आनन-फानन में उस क्षेत्र को सील कर दिया गया। महिला की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री तलाशी जाने लगी। उंसके परिजनों को क्वारन्टीन कर दिया गया और उसके सम्पर्क में आने वाले लोगों के भी सैंपल लिए गए।
महिला के परिजनों की कोरोना जांच कराई गई तो उसके बेटे और जेठ की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तो प्रशासन के होश उड़ गए। एक ही परिवार के तीन सदस्य कोविड 19 पॉजिटिव मिलने के बाद तो तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। प्रशासन ने उस क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया।
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स्वास्थ्य विभाग ने सघन जांच शुरू कर दी। उधर महिला और उसके परिजनों का उपचार जारी रहा। महिला के स्वास्थ्य में सुधार नजर आया तो उसकी दूसरी बार जांच कराई गई। रिपोर्ट निगेटिव आने पर डॉक्टरों ने राहत की सांस ली।
तालियां बजाकर की हौसला अफजाई
कुछ दिन बाद महिला की सभी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया गया। मेडिकल कॉलेज से महिला की विदाई के समय जिलाधिकारी आंध्रा वापसी एवं अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। सभी ने तालियां बजाकर कोरोना को मात देने वाली बुजुर्ग महिला की हौसला अफजाई की।
यह महिला पूरे जिले के लिए कोरोना फाइटर के रूप में उभरी। कोरोना से संक्रमित महिला के बेटे और जेठ ने भी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस को चारों खाने चित कर दिया और वापस अपने घर लौट आए।
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इसके बाद तो एक दर्जन से अधिक संक्रमित मरीजों ने कोरोना वायरस को मात देकर यह साबित कर दिया है कि उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कोरोना वायरस का भी खात्मा कर सकती है। जिले में 26 संक्रमित अपने शरीर की बेहतर इम्यूनिटी के बल पर दुनिया के सबसे खतरनाक वायरस के चक्रव्यूह को भेदने में कामयाब रहे हैं।
चार संक्रमित पहले से थे बीमार
जिले में 31 संक्रमितों में से 4 की मृत्यु हो गई है। बताया जाता है कि वे सभी कई अन्य बीमारियों से ग्रसित थे और लम्बे अर्से से उनका शरीर इन गम्भीर बीमारियों से लड़ रहा था। इस कारण वह कोरोना का आक्रमण झेल नहीं पाये। कई दिनों तक कोरोना मुक्त रहे जिले में रानीपुर क्षेत्र के एक व्यक्ति के संक्रमण की पुष्टि के बाद फिर हलचल मच गई है।मेडिकल कॉलेज में उसकी भी कोरोना वायरस से जंग शुरू हो गई है।
डॉक्टरों की सलाह, सभी बढ़ाएं शरीर की इम्यूनिटी
डॉक्टर भी यही सलाह दे रहे हैं सभी को अपने शरीर की इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। योग करना चाहिए। प्रतिरोधक तंत्र मजबूत होगा तो कोई भी रोगाणु शरीर को हानि नहीं पहुंचा सकेगा। कोरोना की फिलहाल कोई दवा और वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बचाव ही इसके प्रकोप से बचा सकते हैं। बार-बार हाथ धोना, सेनिटाइजर का प्रयोग, मास्क लगाना और सोशल डिस्टेनसिंग इससे बचने के प्रमुख उपाय हैं।