×

एमएस धोनी: मुश्किल मुकाबलों के बादशाह खिलाड़ी, सारी दुनिया ने माना लोहा

धोनी अब टीम इंडिया की ओर से मैदान में अपने जौहर दिखाते हुए नहीं दिखेंगे। धोनी ने खुद इंस्टाग्राम में पोस्ट कर खुद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।

Shivani
Published on: 15 Aug 2020 9:18 PM IST
एमएस धोनी: मुश्किल मुकाबलों के बादशाह खिलाड़ी, सारी दुनिया ने माना लोहा
X
Legend MS Dhoni retires after 16-year international career

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम इंडिया में वापसी को लेकर काफी दिनों से चल रही कयासबाजी का पूरी तरह अंत हो गया है। धोनी अब टीम इंडिया की ओर से मैदान में अपने जौहर दिखाते हुए नहीं दिखेंगे। धोनी ने खुद इंस्टाग्राम में पोस्ट कर खुद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। हालांकि धोनी के प्रशंसकों के लिए राहत भरी खबर यह है कि आईपीएल मुकाबलों में धोनी का लाजवाब खेल आगे भी दिखेगा।

क्रिकेट फैंस को लगा धक्का

धोनी की इस घोषणा से उन करोड़ों क्रिकेट फैंस को काफी धक्का लगा है जो उनके खेल के दीवाने रहे हैं। धोनी ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनकी प्रतिभा का लोहा सारे दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों ने माना है। उन्होंने कई ऐसे मुकाबलों में टीम इंडिया को जीत दिलाई है जिसमें भारत का जीतना काफी मुश्किल नजर आ रहा था।

शानदार खेल से जीता सबका दिल

धोनी ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनके फैंस क्रिकेट खेलने वाले दुनिया के हर देश में हैं। देश ही नहीं विदेश के मैदानों पर भी धोनी ने अपने खेल और अपनी कप्तानी से सबका दिल जीता है। धोनी ने इंस्टाग्राम पर मैं पल दो पल का शायर हूं गाने के साथ एक वीडियो पोस्ट किया। इसके साथ उन्होंने लिखा है कि आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद। आज शाम 7:29 बजे के बाद से मुझे रिटायर समझा जाए।

ये भी पढ़ेंः अभी-अभी रैना का सन्यास: धोनी के साथ रिटायरमेंट का एलान, फैंस को तगड़ा झटका

धोनी के योगदान को किया याद

धोनी के इंस्टाग्राम पोस्ट के बाद ही सोशल मीडिया पर यह खबर बहुत तेजी से फैली और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। सभी लोगों ने टीम इंडिया के लिए धोनी के योगदान के चर्चा करते हुए कहा कि धोनी का संन्यास टीम इंडिया के लिए बड़ा धक्का है। हालांकि धोनी की उम्र सन्यास लेने लायक हो चुकी है मगर फिर भी उनके खेल के दीवाने उनके संन्यास को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।

कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा

धोनी गत 7 जुलाई को 39 साल के हुए हैं। धोनी का जन्म झारखंड की राजधानी रांची में हुआ था। उस समय झारखंड बिहार का ही हिस्सा हुआ करता था। क्रिकेट की दुनिया में झारखंड और बिहार की कभी धमक नहीं रही मगर रांची से रिश्ता रखने वाले धोनी ने 2004 में टीम इंडिया ने शामिल होने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान कई यादगार पारी खेलकर और अपने शानदार विकेटकीपिंग से क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया।

ये भी पढ़ेंः ‘कैप्टन कूल’ ने ऐसे बदली IND. क्रिकेट की तस्वीर, इन कामों में भी आजमा चुके हैं हाथ

गांगुली की कप्तानी में पहला मैच

टीम इंडिया के लिए धोनी ने 2004 में खेलना शुरू किया। बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में 30 दिसंबर 2004 को खेले गए अपने पहले मुकाबले में धोनी नंबर 3 पर बैटिंग करने के लिए उतरे थे। उस समय टीम इंडिया के कप्तान मौजूदा समय में बीसीसीआई के मुखिया सौरव गांगुली के हाथ में थी। हालांकि बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई अपनी पहली सीरीज में धोनी पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए और उन्होंने तीन वनडे में सिर्फ 19 रन ही बनाए।

एमएस धोनी की फाइल फोटो

पाक के खिलाफ किया धमाका

लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई अगली सीरीज में धोनी ने धमाका कर दिया। पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी भारतीय खिलाड़ी का शानदार खेल वैसे भी फैंस को काफी पसंद आता है। धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 130 बॉल पर 148 रनों की यादगार पारी खेलकर सबका भरोसा जीत लिया।

ये भी पढ़ेंः धोनी ने लिया सन्यास: क्रिकेट प्रेमियों का लगा झटका, टूटा फैंस का दिल

कप्तानी की पूरी दुनिया कायल

धोनी की कप्तानी की पूरी दुनिया कायल रही है। धोनी ने भारत के लिए अब तक सबसे ज्यादा 200 वनडे मुकाबलों में कप्तानी की और इसमें 110 मुकाबलों में टीम इंडिया को जीत हासिल हुई। वे दुनिया के ऐसे तीसरे कप्तान हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा वनडे मुकाबलों में कप्तानी की है। धोनी की कप्तानी के बारे में कहा जाता है कि वह बहुत ठंडे दिमाग से फैसला लेते थे। मैच के तनावपूर्ण लम्हों में भी उनमें किसी प्रकार का तनाव नहीं दिखता था।

एमएस धोनी की फाइल फोटो

एम एस धोनी ने जीता दो वर्ल्ड कप

धोनी के क्रिकेट करियर का सबसे यादगार क्षण 2007 में टी 20 और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप है। इन दोनों में टीम इंडिया की कमान धोनी के हाथों में थी और उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को चैंपियन बना दिया। इन दोनों मुकाबलों के दौरान कई मुश्किल लम्हे भी आए और टीम इंडिया मुकाबले में हारती हुई दिख रही थी मगर धोनी ने अपनी चतुराई भरी कप्तानी से भारतीय टीम को विजय दिला दी। इन दो वर्ल्ड कप के अलावा धोनी ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम इंडिया को विजय दिलाई। इसके बाद 2014 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया था।

ये भी पढ़ेंः धोनी को कोरोना: सामने आई माही की सही रिपोर्ट, IPL का रास्ता साफ

धोनी का लाजवाब कॅरियर

धोनी‌ धोनी ने टीम इंडिया के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मुकाबले खेले हैं। टेस्ट क्रिकेट में निचले स्तर पर बल्लेबाजी करने के बावजूद उन्होंने 4876 रन बनाए हैं। वनडे मुकाबलों में तो उनकी बल्लेबाजी का हर कोई दीवाना रहा है और टीम इंडिया के लिए वनडे मैचों में उन्होंने 10773 रन बनाए। धोनी ने टीम इंडिया के लिए 98 टी-20 मुकाबलों में 1617 रनों का योगदान दिया है।

एमएस धोनी की फाइल फोटो

आईपीएल में गाड़ा झंडा

आईपीएल मुकाबलों के तो धोनी सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी माने जाते रहे हैं। अपनी कप्तानी में उन्होंने सीएसके को लगातार दो बार 2010 और 11 में आईपीएल का चैंपियन बनाया। कप्तान के रूप में धोनी ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 104 मैच जीते हैं। आईपीएल में उनका सबसे लंबा जुड़ाव चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ रहा और उन्होंने सीएसके को 99 मुकाबलों में जीत दिलाई। बीच में कुछ समय के लिए धोनी राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए भी खेले और इस टीम को उन्होंने पांच मैचों में जीत जीत दिलाई।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



Shivani

Shivani

Next Story