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Tourist Place Near By Kedarnath: केदारनाथ धाम जाने का कर रहे प्लान तो इन जगहों को भी कर लें शामिल, बेहद पास है यह मंदिर
Tourist Place Near By Kedarnath: केदारनाथ मंदिर चार धाम यात्रा में से एक है। यह प्रमुख तीर्थस्थलों में गिना जाता है। जहां भगवान शिव की ज्योर्तिलिंग स्थापित है
Tourist Place Near By Kedarnath: हिमालच प्रदेश के पर्वतों पर स्थित केदारनाथ मंदिर चार धाम यात्रा में से एक है। यह प्रमुख तीर्थस्थलों में गिना जाता है। जहां भगवान शिव की ज्योर्तिलिंग स्थापित की गई है, कहा जाता है कि यदि कोई भक्त बद्रीनाथ गया है और केदारनाथ धाम के दर्शन नहीं किए उसकी यह यात्रा अधूरी ही रहती है। केदारनाथ मंदिर 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जो बेहद ही खूबसूरत है, जितना सुंदर यह मंदिर उतनी ही सुंदर केदारनाथ धाम के आस-पास की जगहें भी हैं, जहां हर साल लोग घुमने जाते हैं। यदि आप भी केदारनाथ मंदिर घुमने की तैयारी कर रहे हैं तो इन जगहों पर जाना ना भूलें जो मंदिर बेहद ही पास है, और दर्शन के बाद आप आसानी से इन जगहों पर जा सकते हैं।
केदारनाथ धाम के पास घूमने की जगहें
सोनप्रयाग- Sonprayag
केदारनाथ में स्थित सोनप्रयाग एक पवित्र और प्रसिद्ध जगह हैं। जहां शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था। यह स्थल 1829 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा यह स्थान प्रकृति का बेहद ही सुंदर दृश्य दिखाता है। जहां मंदाकिनी नदी बासुकी नदी से जाकर मिलती है।
वासुकी ताल झील - Vasuki Tal Lake
केदारनाथ में स्थित वासुकी ताल झील बेहद ही फेमस है, इस जगह से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर विष्णु ने इसी झील में स्नान किया था। जिसके बाद से इस झील का नाम वासुकी ताल पड़ा। इस झील से आप चौखम्बा चौटी के सुंदर दृश्यों का भी आनंद ले सकते हैं। शांत झील के आसपास का प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को यहां आने के लिए मजबूर करता है।
त्रियुगी नारायण मंदिर- Triyuginarayan Temple
केदारनाथ में स्थित त्रियुगी नारायण मंत्री भक्तों की आस्था का केंद्र है, कहते हैं कि इसी गांव में पर भगवान शिव और मां पार्वती का ब्याह रचाया गया था। यह शुभ विवाह भगवान विष्णु के सामने ही हुआ था, जिस वजह से इस जगह पर यह त्रियुगी नारायण मंदिर बनावाया गया था। मां पार्वती के भाई के रूप में भगवान विष्णु ने उनके विवाह की सभी जिम्मेदारियां निभाई थीं। तो ब्राहम्ण के रूप में ब्रह्मा जी यहां पधारे थे। इस तरह इस मंदिर का नाम त्रियुगी नारायण पड़ा।
गौरीकुंड- Gaurikund
केदारनाथ के पास स्थित गौरीकुंड मंदाकिनी नदी के किनारे ही स्थित है। जिसे मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है। यह स्थाय करीब 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यहां पर गौरीकुंड मंदिर और गौरी झील महत्वपूर्ण तीर्थस्थल के रूप में जाने जाते हैं। इस मंदिर के नीचे बहती वासुकी गंगा के कारण यहां का हरा-भरा नज़ारा बेहद ही खास और सुंदर दिखाई देता है।
बाबा केदारनाथ की महिमा के बारे में सभी जानते हैं, जिनके दर्शन मात्र से लोगों के कष्ट दूर होते हैं। यहीं कारण है कि अपनी विपदा को दूर करने और भगवान शंकर की महिमा पाने के लिए हर साल हज़ारों लोग यहां आते हैं। लेकिन केदारनाथ के पास और भी कई मंदिर हैं जहां से आप जा सकते हैं। इसके अलावा घूमने के लिए भी कई तरह की जगहें आपको यहां पर मिल जाएंगी।