TRENDING TAGS :
अयोध्या में संकट: कोरोना को लेकर बढ़ी चिंता, कैसे होगा भूमि पूजन
कुछ लोग संभावना जता रहे हैं कि समारोह में भीड़ इकट्ठी होने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और ये आशंका निराधार भी नहीं है। बता दें कि कोरोना के चलते राम मंदिर ट्रस्ट ने इस समारोह में 200 लोगों को आमंत्रित करने का फैसला किया है।
लखनऊ: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन में केवल पांच दिन ही बचे हैं। इस बीच कुछ लोग संभावना जता रहे हैं कि समारोह में भीड़ इकट्ठी होने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और ये आशंका निराधार भी नहीं है। बता दें कि कोरोना के चलते राम मंदिर ट्रस्ट ने इस समारोह में 200 लोगों को आमंत्रित करने का फैसला किया है।
यह भी पढ़ें: इस शख्स के लिए लॉकडाउन बना वरदान, 33 साल पुराना सपना हुआ पूरा
एक्टिव केस और नए केसेस में हुई बढ़ोत्तरी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या में पिछले कुछ दिनों में एक्टिव केस और रोजाना आने वाले नए केसेस में वृद्धि हुई है। साथ ही यहां पर रिकवरी रेट भी काफी कम हो गई है। इस भूमिपूजन पर पहले ही कोरोना का ग्रहण लग चुका है। भूमि पूजने से पहले ही रामलला के पुजारी प्रदीप दास और राम जन्मभूमि की सुरक्षा में लगे 14 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
29 जुलाई तक जिले में दर्ज किए गए 993 मामले
अयोध्या में 29 जुलाई तक कुल 993 कोरोना के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जिनमें से 13 लोगों की अब तक जान भी जा चुकी है। वहीं अब तक 605 लोग रिकवर हुए हैं। कुल मिलाकर तो ये आंकड़े डराने वाले नहीं लगते, लेकिन टाइम सीरीज के हिसाब से देखा जाए तो इसकी तस्वीर एक दम उलट है।
यह भी पढ़ें: पति के सामने महिला से रेप की कोशिश, नाकाम होने पर बदमाशों ने किया ऐसा
सात दिनों के अंदर 290 नए केस आए सामने
बता दें कि एक हफ्ते पहले तक अयोध्या में 703 केस दर्ज किए गए थे। जिनमें से 483 लोग रिकवर हुए थे। वहीं महज सात दिनों के अंदर 290 नए केस सामने आए और इस दौरान 122 लोग रिकवर होकर डिस्चार्ज किए गए। इस तरह से जिले में एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई। पिछले हफ्ते यहां पर रिकवरी रेट 73 फीसदी था जो इस हफ्ते घटकर 69 प्रतिशत हो चुका है।
यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन की पहली डोज: पहले इन्हें दी जाएगी दवा, सरकार लेगी फैसला
हर दिन औसतन 44 नए मामले आए सामने
एक हफ्ते पहले तक तो इस जिले में रोजाना करीब-करीब 21 मामले सामने आ रहे थे, लेकिन पिछले एक हफ्ते के दौरान हर दिन औसतन 44 नए मामले दर्ज किए गए हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि अयोध्या में हर 12 दिन पर मामलों की संख्या दोगुनी होती जा रही है। पूरे भारत की बात की जाए तो नेशनल लेवल पर 20 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं, जबकि यूपी में 15 दिनों में केस दोगुने हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें: ऐक्शन में पुलिस: मास्क ना पहनने वालों के लिए निकाला ये अनोखा तरीका
पूरी सावधानी बरतने की बात
वहीं जिला प्रशासन की ओर से 5 अगस्त को होने वाले हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के मद्देनजर पूरी सावधानी बरतने की बात कही जा रही है। प्रशासन का कहना है कि 29 जुलाई को मंदिर और इसकी सुरक्षा में लगे करीब सौ लोगों का कोरोना परीक्षण किया गया था। इनमें से एक पुजारी और 14 पुलिसकर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं।
मंदिर के मुख्य पुजारी पाए गए कोरोना पॉजिटिव
वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास कोरोना निगेटिव पाए गए हैं। जबकि उनके सहयोगी प्रदीप दास कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें होम आइसोलेट कर दिया गया है। बता दें कि यहां पर पिछले हफ्ते तक, अयोध्या में रोजाना 600 के करीब टेस्ट हो रहे थे, लेकिन बीते तीन दिनों से जिले में औसतन दो हजार टेस्ट रोज किए गए हैं।
यह भी पढ़ें: शोध में हुआ बड़ा खुलासा: हेपेटाइटिस की दवा लेने वाले कोरोना से सुरक्षित
PM यात्रा को ध्यान में रखते हुए बढ़ाई गई टेस्टिंग की संख्या
वहीं राम मंदिर भूमि पूजन में पीएम मोदी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने वाले हैं। प्रशासन का कहना है कि जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा को ध्यान में रखते हुए टेस्टिंग की संख्या काफी बढ़ा दी गई है। इसलिए केसों की संख्या में वृद्धि से चिंतित नहीं होना चाहिए।
धार्मिक सभाएं बदली कोरोना क्लस्टर
हालांकि इस बात को भी ध्यान में रखना होगा कि दुनियाभर में धार्मिक सभाएं कोरोना संक्रमण फैलने में काफी सहायक रही हैं। धार्मिक सभाएं कोरोना क्लस्टर में बदल गईं। दक्षिण कोरिया के शिन्चेऑन्जी चर्च से लेकर दिल्ली में तबलीगी जमात इसका बेहतर उदाहरण है।
यह भी पढ़ें: सुशांत केस में सुप्रीम कोर्ट पहुंची बिहार सरकार, रिया की इस मांग का किया विरोध
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।