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कोरोना से निपटने की तैयारिओं का मंडलायुक्त ने लिया जायजा, दिए ये निर्देश

मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने जिले में कोविड 19 से निपटने के प्रशासनिक कदमों पर संतोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि जिले में प्रशासनिक तैयारी सही दिशा में चल रही है

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Published on: 22 July 2020 4:04 PM GMT
कोरोना से निपटने की तैयारिओं का मंडलायुक्त ने लिया जायजा, दिए ये निर्देश
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बलिया: मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने जिले में कोविड 19 से निपटने के प्रशासनिक कदमों पर संतोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि जिले में प्रशासनिक तैयारी सही दिशा में चल रही है। उन्होंने आज कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष रूप से जोर दिया। इसके साथ ही सैम्पल की संख्या प्रतिदिन 500 से ऊपर लिये जाने का निर्देश दिया। इस बीच आज जिले में 77 नये केस आये।

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मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने आज जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष जोर देने का निर्देश दिया। यह भी कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग के साथ-साथ लैब में जांच के लिए भेजे जाने वाला सैंपल भी प्रतिदिन कम से कम 500 से ऊपर लिया जाए। उन्होंने सीएमओ से कहा कि किसी भी आइसोलेशन सेंटर में मरीज को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। अभी भी अगर कहीं कोई दिक्कत है तो उसको ठीक करा लिया जाए।

सैम्पलिंग पांच से दस दिन में कर ली जाए

समीक्षा बैठक में उन्होंने टीम को और मजबूत बनाने व इसमें तेजी लाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान जिनमें लक्षण मिले , उनकी जांच तत्काल तथा लक्षणविहीन लोगों की सैम्पलिंग पांच से दस दिन में कर ली जाए। आरटीपीसीआर टेस्ट (लैब में जाने वाला सैम्पल) भी कम नहीं होना चाहिए। शहर में अस्थाई बूथ बनाकर सैम्पलिंग कराई जाए और उस बूथ का सोशल मीडिया व अखबार के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जाए। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित किया जाए।

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मंडलायुक्त ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में भी भ्रमण कर यह देखा जाए कि निर्धारित प्रोटोकाल का पालन हो रहा है या नहीं। अगर कहीं उल्लंघन हो रहा है तो स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करें। बैठक में उन्होंने होम आइसोलेशन, मरीजों को भर्ती करने तथा डिस्चार्ज करने की गाइडलाइन के बारे में पूछताछ की। साथ ही महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा किया। कहा, होम आइसोलेशन की पूरी शर्तों का भी प्रचार-प्रसार कराया जाए।

होम क्वारंटाइन मरीजों से रोज हो जाए बात

कमिश्नर पंत ने कहा कि होम क्वारंटाइन की व्यवस्था को गाइडलाइन के हिसाब से सुनिश्चित कराया जाए। ऐसे मरीजों से प्रत्येक दिन एक बार जरूर बात कर लिया जाए। आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए भी एक टीम बना दें। उन्होंने कहा, होम क्वारंटाइन की व्यवस्था में निगरानी समिति का रोल महत्वपूर्ण हो जाएगा। इसलिए हर निगरानी समिति को उनकी जिम्मेदारी एक बार फिर से बता दी जाए। जिलाधिकारी ने शहर की हर समिति को अवगत करा दिया गया है।

मेडिकल स्टाफ की करते रहें हौसला आफजाई

कमिश्नर ने कहा कि इस लम्बी लड़ाई में अपना योगदान देने वाले मेडिकल स्टाफ का हौसला बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि समय-समय पर अपने स्टाफ से बात करते रहें। बेहतर कार्य करने वाले की हौसलाआफजाई हमेशा करते रहें। एक कर्मचारी के लिए उसके अधिकारी द्वारा की गई सराहना ही उसके लिए कीमती उपहार होता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बीच अगर कोई लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ सख्त रुख भी अख्तियार करें।

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मास्क व सोशल डिस्टेंस को लेकर सख्ती बरते पुलिस

मंडलायुक्त ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में प्रोटोकॉल का बकायदा अनुपालन हो। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित कराएं कि घर से बाहर निकलने वाला हर व्यक्ति मास्क लगाकर निकले। इसके लिए अगर सख्ती बरतने की जरूरत है तो बरतें। मास्क का प्रयोग नहीं करने या सोशल डिस्टेंस के उल्लंघन पर कार्रवाई करने में पुलिस तनिक भी संकोच ना करें।

बीते कल की समीक्षा और अगले कल की प्लानिंग रोज करें

मंडलायुक्त ने जोर देकर कहा कि हर रोज प्रमुख अधिकारियों की एक बैठक हो, जिसमें बीते कल में क्या हुआ, इसकी समीक्षा की जाए। साथ ही आने वाले कल (अगले दिन) को क्या करना है इसकी प्लानिंग कर ली जाए। इससे यह फायदा होगा कि अगर किसी क्षेत्र में प्रगति धीमी है तो चर्चा के बाद उसमें सुधार होगा और आने वाले कल में बेहतर कार्य होगा।

नोडल अधिकारी ने बताई कुछ और सुधार की जरूरत

शासन की ओर से आए नोडल अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि पहले से काफी सुधार हुआ है, लेकिन सफाई में अभी भी सुधार की जरूरत है। उन्होंने भी टेस्ट को बढ़ाए जाने पर जोर दिया। कहा कि शहर में बिना मास्क के चलने का चलन और सोशल डिस्टेंस की कमी पर पुलिस विभाग को नजर रखने का निर्देश दिया। सलाह दी कि जुर्माना वसूलने के साथ उनको मास्क भी दिया जाए तो और बेहतर होगा।

बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन ने डोर-टू-डोर सर्वे की कार्यवाही के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डीएम श्रीहरि प्रताप शाही, एसपी देवेन्द्रनाथ, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, सीआरओ प्रवरशील बरनवाल, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, एसडीएम रसड़ा मोती लाल यादव, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य आज़मगढ़ के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

सैंपलिंग बूथ का लिया जायजा, लोगों से की अपील

कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने टाउन हॉल व जापलिनगंज में बने सैम्पलिंग बूथ का जायजा लिया। दोनों बूथ पर उन्होंने सैंपल लेने वाली टीम से जरूरी जानकारी ली। बताया गया कि फिलहाल एंटीजन टेस्ट से जांच हो रही है। इस पर कमिश्नर ने कहा, लैब में टेस्ट के लिए भेजे जाने वाला सैम्पल भी अधिक से अधिक लोगों का लिया जाए। उन्होंने वहां मौजूद आसपास के लोगों से भी अपील किया कि अगर किसी में थोड़ा भी लक्षण मिलता है तो अनिवार्य रूप से जांच करा लें। कोई छुपाए नहीं, किसी प्रकार का मन में डर ना रखे। अब पॉजिटिव मिलने पर अगर लक्षण नहीं होगा तो होम आइसोलेशन में भी रह सकते हैं। इसलिए जांच के लिए आगे आएं और कोरोना की चेन तोड़ने में सहयोग करें।

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इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर का किया निरीक्षण

मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने विकास भवन में संचालित 'इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर' का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वहां काम कर रही अलग-अलग टीम के प्रभारी अधिकारियों से बातचीत की। उनके कार्य से संबंधित जानकारी ली और जरूरी सुझाव भी दिए। इसके अलावा उन्होंने कलेक्ट्रेट में संचालित कंट्रोल रूम को देखा और वहां तैनात अधिकारियों कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

इस बीच आज जिले में 77 नये केस आये। इसको लेकर संक्रर्मित मरीजों की संख्या 852 हो गई है। अब तक 492 संक्रमित स्वस्थ होकर घर चले गये है। जिले में अब कुल एक्टिव केस की संख्या 326 हो गई है। जिले में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है। जिला न्यायाधीश ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला न्यायालय अगले आदेश तक बन्द कर दिया है।

रिपोर्ट: अनूप कुमार हेमकर

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