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समिति की आपात बैठक में लिए गए ये फैसले, ऐसे होगी विश्वविद्यालय की परीक्षा

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा वर्ष 2020 के संपादन एवं मूल्यांकन कार्य में परिवर्तन किये जाने को लेकर परीक्षा समिति की आपात बैठक...

Ashiki
Published on: 12 May 2020 3:42 PM GMT
समिति की आपात बैठक में लिए गए ये फैसले, ऐसे होगी विश्वविद्यालय की परीक्षा
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मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा वर्ष 2020 के संपादन एवं मूल्यांकन कार्य में परिवर्तन किये जाने को लेकर परीक्षा समिति की आपात बैठक, जिलों के ग्रीन व ऑरेंज जोन में मूल्यांकन कार्य कराया जाएगा। वैश्विक महामारी कोविड-19 परिप्रेक्ष्य में जारी शासनादेश के मद्देनजर आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परीक्षा समिति की एक आपात बैठक मुख्य परीक्षा वर्ष 2020 के संपादन एवं मूल्यांकन कार्य में परिवर्तन किये जाने हेतु वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की गई। विवि के सहायक प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता ने यह जानकारी दी।

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बैठक में इन बिंदुओं पर हुआ मंथन

कुलपति प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में संपन्न हुई परीक्षा समिति की इस बैठक में निम्नलिखित लिए गए निर्णय:-

1. जिलों के ग्रीन व ऑरेंज जोन में मूल्यांकन कार्य कराया जाएगा। इसमें निगरानी के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर मूल्यांकन नियंत्रक तथा काॅलेज स्तर पर समन्वयक नियुक्त किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं एवं ओएमआर शीटों पर बार कोडिंग कराकर महाविद्यालयों को उपलब्ध करायी जायेंगी। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होने के उपरान्त विश्वविद्यालय स्तर पर ओ. एम. आर. से मिलान कराया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा मेरठ एवं सहारनपुर के मंडलायुक्तों को पत्र लिखकर मूल्यांकन कराये जाने व उक्त कार्य में संलिप्त शिक्षकों, कर्मचारियों एवं वाहनों को पास जारी करने लिए अनुरोध किया गया है। जिससे शिक्षक व कर्मचारियों को आने व जाने में कोई असुविधा न हो।

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सेवानिवृत्त परीक्षकों से भी करवा सकते हैं वाइवा

2. परीक्षा समिति द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने स्तर से अपने महाविद्यालय को छोड़कर किसी दूसरे महाविद्यालय से परीक्षक व सेवानिवृत परीक्षक बुलाकर प्रयोगात्मक परीक्षाएं संपन्न करा सकते हैं।

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तब तो होगी छात्रों की बल्ले-बल्ले

3. इस वर्ष की आयोजित होने वाली शेष परीक्षाओं में समय सीमा को कम किया जाएगा तथा छात्र व छात्राओं को प्रश्नपत्र में अधिक विकल्प दिए जाएंगे तथा प्रश्नों के उत्तर भी छात्र व छात्राओं को कम करने होंगे। प्रश्नपत्रों के अंक पहले की ही भांति रहेंगे तथा प्रश्नों की संख्या भी समय के अनुपात में रहेगी।

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4. 10 जून, 2020 से परीक्षाएं कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा। यदि शासन अनुमति प्रदान करता है तो 10 जून, 2020 से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए इस वर्ष की शेष परीक्षाएं कराई जाएंगी।

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ये रहे मौजूद

प्रवक्ता के अनुसार, बैठक में प्रति कुलपति- प्रो. वाई विमला, कुलसचिव- धीरेंद्र कुमार वर्मा, परीक्षा नियंत्रक- डॉ. अश्वनी कुमार, प्रो. जयमाला, प्रो. वीरपाल, प्रो. एमके गुप्ता, प्रो. जगवीर भारद्वाज, प्रो. एके चैबे, प्रो. जेके ढाका, प्रो.योगेंद्र सिंह, डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. चमन लाल, डॉ. सीमा जैन, डॉ. रेखा तिवारी, डॉ. अंजलि मित्तल आदि मौजूद रहे।

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रिपोर्ट- सुशील कुमार

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