इमरजेंसी की हालत देख नाराज हुए मंत्री, अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार

मंत्री ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सर्विस का खासतौर से निरीक्षण किया। सरकार द्वारा यहां ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करायी है। जिससे तुरंत जांच रिपोर्ट प्राप्त हो जाती है।

Ashiki
Published on: 29 May 2020 4:16 PM GMT
इमरजेंसी की हालत देख नाराज हुए मंत्री, अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार
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झाँसी: दूसरों की पीड़ा को जो हर ले वही डॉक्टर है। डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को ज्यादा शिद्धत, सतर्कता व आत्मीयता से मरीजों के साथ पेश आना चाहिए। मरीजों को कोविड से बचा रहे हैं, लेकिन बाकी पेशेंट का भी जिनका जैसा इलाज करने की आवश्यकता है किया जाए। इमरजेंसी की स्थिति ठीक नहीं पाई गई। जिनकी भी लापरवाही होगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल कॉलेज में फोल्डिंग बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी।

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उक्त बातें वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी व कोविड 19 हॉस्पिटल का निरीक्षण करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में वही लोग आते हैं जिनके मन में सेवा भाव होता है, परंतु यहां इसकी कमी दिखाई दी। जिसका मुझे दुख है।

समय पर नहीं आते हैं चिकित्सक

मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी में आने वाले मरीज तथा ओपीडी में आने वाले मरीजों की जानकारी ली। मंत्री ने टेली मेडिसन के बारे में भी उपस्थित चिकित्सकों से जानकारी ली। निरीक्षण में उन्होंने चिकित्सक समय से अस्पताल आ रहे हैं के बारे में भी पूछा। कोविड 19 के प्रतिदिन कितने सैंपल की जांच की जाती है और परिणाम कब तक आ जाता है के विषय में भी जानकारी ली।

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मंत्री ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सर्विस का खासतौर से निरीक्षण किया। सरकार द्वारा यहां ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करायी है। जिससे तुरंत जांच रिपोर्ट प्राप्त हो जाती है। मरीज को इमरजेंसी सेवाएं तभी दी जा सकती है जब तुरंत यह पता चल जाए कि मरीज पॉजिटिव है या नेगेटिव, क्योंकि पहले कोरोना टेस्ट होता है। झांसी में 4 मशीन है जिसमें 40 से लेकर 50 टेस्ट दिन में हो सकते हैं और रिपोर्ट दो-तीन घंटे में आ जाती है।

मरीज को देखने वाले डॉक्टर नियमित राउंड पर आना चाहिए

मंत्री ने इमरजेंसी का खासतौर से जायजा लिया और वहां चिकित्सकों सहित पेशेंट से बात की और कहा कि यहां पर सुधार की बहुत आवश्यकता है क्योंकि जो परिस्थितियां हैं यहां, उसमें चाहे सीएमएस हो या जो मरीज को देखने वाले डॉक्टर उन्हें नियमित राउंड पर आना चाहिए ताकि मरीज की केयर हो सके।

मरीजों के साथ किया जाता हैं दुर्व्यवहार

उन्होंने कहा कि नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ हों, सभी को सहानुभूति पूर्वक पेशेंट के साथ व्यवहार करना चाहिए व आत्मीयता होनी चाहिए। मेडिकल क्षेत्र में वही लोग आते हैं जिनके मन में सेवाभाव होता है जिसकी यहां पर कमी दिखाई पड़ी, इसका मुझे दुख है। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान जो भी मैंने पाया उसकी समीक्षा करते हुए उपचार करेंगे ताकि आगे से यह स्थिति ना हो और जो लोग किसी भी प्रकार की लापरवाही के पात्र पाए जाएंगे या जिनकी लापरवाही होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

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पहले किया आगाह

बैठक के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व में इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं आज मैं भी आया हूं मरीजों का समय रहते इलाज किया जाए, सरकार इसके लिए पूरी शिद्दत से काम कर रही है, फोल्डिंग बेड के विस्तार की आवश्यकता को भी जल्द पूरा किया जाएगा।

समय रहते नहीं किया जाता हैं इलाज

मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सरकार को पूरी चिंता है कि कोरोना के साथ बाकी पेशेंट का भी समुचित इलाज हो। उन्होंने कहा कि जिसका जैसा इलाज होने की आवश्यकता हो वह इलाज किया जाए। वह भी समय रहते इलाज हो, और वह भी पूरी सतर्कता के साथ।

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मंत्री सुरेश कुमार खन्ना वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के भ्रमण के दौरान विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत, जिला अध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि अतुल कुमार अग्रवाल सहित मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा, जिलाधिकारी आंद्रा वामसी, एसएसपी डी प्रदीप कुमार, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ साधना कौशिक, निदेशक पैरामेडिकल डॉक्टर एसएन सेंगर, सीएमएस डॉ हरीश चंद्र, डा. जैकी अहमद, डा. अंशुल जैन सहित अन्य चिकित्सक अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: बी.के. कुशवाहा

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