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भूमि पूजन पर जगमग हुई रामनगरी, लोगों में दिख रहा दीपावली जैसा उल्लास
लोगों में रामजन्म जैसा उल्लास दिख रहा है। गौरी गणेश की पूजा के साथ अनुष्ठान की शुरुआत के बाद सोमवार से रामनगरी में दीपोत्सव का नजारा दिखने लगा है।
अंशुमान तिवारी
अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सोमवार को तीन दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत के साथ ही पूरी अयोध्या राममय हो चुकी है। लोगों में रामजन्म जैसा उल्लास दिख रहा है। गौरी गणेश की पूजा के साथ अनुष्ठान की शुरुआत के बाद सोमवार से रामनगरी में दीपोत्सव का नजारा दिखने लगा है। अनुष्ठान के दूसरे दिन मंगलवार को रामार्चा पूजा होगी। भूमि पूजन का मुख्य अनुष्ठान कराने के लिए काशी के तीन वैदिक विद्वान अयोध्या पहुंच गए हैं। इन विद्वानों की अगुवाई में अन्य आचार्य मुख्य पूजा का अनुष्ठान संपन्न कराएंगे।
गौरी-गणेश की पूजा के बाद कुलदेवी की आराधना
राम मंदिर निर्माण के लिए तीन दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत सोमवार को हुई। 21 वैदिक आचार्यों ने गौरी गणेश की पूजा के साथ पहले दिन के अनुष्ठान की शुरुआत की। गौरी गणेश की पूजा के बाद माता सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की आराधना की गई।
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आज रामार्चा और पताका की पूजा
अनुष्ठान की शुरुआत के साथ ही रामनगरी पूरी तरह रामामय हो चुकी है और लोगों ने जगह-जगह दीप जलाकर खुशियां जताई। रामनगरी में मठ-मंदिरों में सजावट के साथ ही तमाम स्थानों पर दीये भी जलाए गए। राम मंदिर आंदोलन के महानायक रहे महंत रामचंद्र दास परमहंस की समाधि पर भी दीप जलाकर राम मंदिर निर्माण की खुशियां मनाई गईं। तीन दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन रामार्चा पूजा के साथ ही हनुमानगढ़ी में भगवान हनुमान की पताका की भी पूजा की जाएगी।
मोदी इसलिए करेंगे हनुमानगढ़ी के दर्शन
तीन दिवसीय अनुष्ठान का मुख्य कार्यक्रम 5 अगस्त को होना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण की नींव रखेंगे। भूमि पूजन के पूर्व पीएम मोदी हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे। भगवान राम का हनुमान से बड़ा कोई भक्त नहीं माना जाता और इसीलिए भगवान राम से जुड़े किसी भी काम की शुरुआत से पहले हनुमान की पूजा जरूरी है। इसीलिए भूमि पूजन से पूर्व पीएम मोदी हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे।
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मुख्य अनुष्ठान के लिए काशी के विद्वान पहुंचे
श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन का मुख्य स्थान काशी विद्वत परिषद के तीन विद्वानों की देखरेख में संपन्न होगा। इस अनुष्ठान को कराने के लिए काशी के तीन विद्वान डॉ राम नारायण द्विवेदी, प्रोफेसर विनय चंद्र पांडेय और रामचंद्र पांडेय अयोध्या पहुंच गए हैं। अयोध्या रवाना होने से पहले इन तीनों विद्वानों ने काशी में संकटमोचन में भगवान हनुमान का आशीर्वाद लिया। लोगों ने जय श्री राम और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ इन तीनों विद्वानों को अयोध्या रवाना किया। ज्योतिषाचार्य प्रोफेसर रामचंद्र पांडे ने बताया कि जिस मुहूर्त में भगवान राम के मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है, वह सर्वोत्तम है।
इस तरह होगा मुख्य अनुष्ठान
काशी विद्युत परिषद के मंत्री डॉ राम नारायण द्विवेदी ने बताया कि भूमि पूजन से पहले महागणपति का आह्वान किया जाएगा। भूमि पूजन का काम सुबह आठ बजे ही शुरू हो जाएगा। सबसे पहले सूर्य आदि नवग्रहों का आह्वान होगा। उसके बाद देवताओं का आह्वान किया जाएगा ताकि ब्रह्मांड के नायक भगवान राम के मंदिर के लिए भूमिपूजन के समय ऐसा महसूस हो कि देव, सूर्य, गंधर्व समेत देवता भी दुंदुभि बजाते हुए पुष्प वर्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विश्व का भव्यतम और दिव्य मंदिर होगा जो सनातन धर्म की आस्था का केंद्र होगा।
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आडवाणी, जोशी व कल्याण नहीं पहुंचेंगे अयोध्या
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का गाना है की मुख्य आयोजन में भारत से 36 परंपराओं के 135 संत महात्माओं को आमंत्रित किया गया है। पांच अगस्त को पीएम मोदी के हाथों में होने वाले मुख्य आयोजन में 175 लोगों को न्योता भेजा गया है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर आंदोलन के अगुवा रहे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और वरिष्ठ वकील के.पारासरन बुजुर्ग होने के कारण कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे।
कार्ड के कोड से मिलेगा प्रवेश
उन्होंने बताया कि मुख्य आयोजन के लिए आमंत्रण पत्र ही प्रवेश पास होगा। सुरक्षा की दृष्टि से आमंत्रण पत्र पर बार कोड लगाया गया है जो एक बार ही उपयोग में लाया जा सकेगा। ऐसे में यदि कोई बाहर निकला तो वह दोबारा प्रवेश खाने में सक्षम नहीं होगा। एक कार्ड पर सिर्फ एक व्यक्ति की एंट्री होगी। साथ ही अपनी आईडी रखना भी अनिवार्य होगा। अतिथियों को प्रधानमंत्री के आगमन से दो घंटे पहले ही पहुंचना होगा।
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अंसारी व शरीफ को भी भेजा न्योता
उन्होंने बताया कि भूमिपूजन का पहला निमंत्रण पत्र विघ्नहर्ता भगवान गणेश को दिया गया है जबकि दूसरा कार्ड बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को दिया गया है। निमंत्रण पत्र पाने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा कि भगवान राम की कृपा से मुझे भी भूमिपूजन के आयोजन का निमंत्रण मिला है और मैं इसे स्वीकार करता हूं। मैं इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए जरूर जाऊंगा। हजारों लावारिस लाशों की अंतिम क्रिया करने वाले समाजसेवी पद्मश्री मोहम्मद शरीफ को भी भूमि पूजन के कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
शहीद कारसेवकों के परिजन भी आमंत्रित
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया की आयोजन में अयोध्या व आसपास के शहीद कारसेवकों के परिजनों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि अयोध्या निवासी शहीद राजेंद्र दरकार, वासुदेव गुप्ता व रमेश पांडे तथा भेलसर निवासी रामअचल गुप्ता के परिवारों के एक-एक सदस्य को 5 अगस्त के मुख्य आयोजन के लिए निमंत्रित किया गया है।
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पीएम मोदी जारी करेंगे डाक टिकट
राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डाक टिकट भी जारी करेंगे। पीएम मोदी राम जन्मभूमि परिसर में पारिजात का पौधा भी लगाएंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि नींव में नौ शिलाओं की स्थापना की जाएगी और पीएम मोदी सबका पूजन करेंगे। नींव के लिए भारत माता मंदिर के संस्थापक शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी के संकल्प के अनुसार कई खास सामग्री भेजी गई है। इस मौके पर कांची पीठ की ओर से सभी संतों को चांदी का सिक्का भी भेंट किया जाएगा।
मोरारी बापू देंगे 11 करोड का दान
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए संत मोरारी बापू ने अपनी ओर से पांच रुपए दिए हैं। मोरारी बापू की अपील पर देश-विदेश के भक्तों ने काफी रकम जुटाई गई है और मुरारी बापू की ओर से मंगलवार को ट्रस्ट को 11 करोड़ रुपए का दान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विदेशी भक्तों ने भी करीब सात करोड़ रुपए की दान राशि दी है लेकिन अभी विदेशी चंदा लेने का प्रमाण पत्र न होने के कारण इसे बाद में जमा कराया जाएगा। पुणे स्थिति एमआईटी की ओर से 21 करोड़ रुपए की धनराशि मंदिर निर्माण के लिए दी जा रही है।
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