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चुनौतियां व समस्याओं को अवसर व ताकत में बदलें- प्रमुख सचिव सिंचाई
मेरठ के नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर्स आपस में एक टीम वर्क के रूप में कार्य करें।
मेरठ। मेरठ के नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर्स आपस में एक टीम वर्क के रूप में कार्य करें। उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग व डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
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गलतियों को एक अवसर व ताकत के रूप में बदलें
प्रमुख सचिव व नोडल अधिकारी टी वेंकटेश ने मेडिकल के डॉक्टर से कहा कि उन्हें अगर किसी प्रकार की कोई आवश्यकता है तो वह उन्हें बताएं जो समस्या जिला स्तर से दूर की जा सकती है।
वह जिला स्तर से दूर कराई जाएगी तथा जो शासन स्तर से दूर की जा सकती है उसको शासन स्तर से दूर कराया जाएगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि अपनी गलतियों को एक अवसर व ताकत के रूप में बदलें तथा एक टीम वर्क के रूप में कार्य करें।
प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज से पूछा कि मेडिकल कॉलेज में कुल कितने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
निकास द्वार पर सुरक्षा बल की तैनाती
इस पर प्रधानाचार्य ने बताया कि कुल 80 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तब प्रमुख सचिव ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों का सर्विलेंस भी नियमित रूप से किया जाना चाहिए।
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जिस पर प्रधानाचार्य ने कहा कि सर्विलेंस नियमित रूप से किया जाता है। इस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य से कहा कि वह सीसीटीवी कैमरों का एक लिंक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में भी दें, ताकि वहां से भी इसकी मॉनिटरिंग की जा सके तथा जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं उसकी वास्तविकता भी जानी जा सके।
प्रमुख सचिव ने प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज द्वारा अवगत कराने पर कि यहां मेडिकल कॉलेज में कुछ लोग आकर पेशेंट को छोड़ कर चले जाते हैं।
जिस पर प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया कि मेडिकल कॉलेज के प्रवेश व निकास द्वार पर सुरक्षा बल की तैनाती की जाए तथा एक पर्ची की व्यवस्था की जाए, जोकि प्रवेश द्वार पर प्राप्त होगी और निकास द्वार पर वह पर्ची दिखाने के उपरांत ही वाहन को वहां से जाने दिया जाएगा।
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इमरजेंसी ओपीडी में डॉक्टर की व्यवस्था
जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्रवेश व निकास द्वार पर पीआरडी जवानों की तैनाती की जाएगी तथा अन्य विकल्प भी तलाशे जाएंगे।
वही डीएम मेरठ अनिल ढींगरा ने कोरोना वायरस की जांच के लिए सीबी नोट मशीन के क्रय करने के लिए मेडिकल कॉलेज को 5 लाख की धनराशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया तथा कहा कि इस धनराशि से सीबी नोट मशीन खरीदी जाए तथा धनराशि की कोई कमी किसी भी प्रकार नहीं होने दी जाएगी।
जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी ओपीडी में डॉक्टर की व्यवस्था करने के लिए प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल ने को निर्देशित किया कि वह एक डॉक्टर उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि स्टाफ या अन्य किसी प्रकार की कोई कमी है तो वह उनको सीधे संपर्क कर सकते हैं।
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180 बेड आइसोलेशन के लिए व 20 बेड आईसीयू
प्रधानाचार्य लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज डॉक्टर आरसी गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज 200 बेड का है जिसमें 40 बेड के चार चार वार्ड तथा 20 वेट के दो-दो वार्ड हैं 180 बेड आइसोलेशन के लिए व 20 बेड आईसीयू के लिए हैं।
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज से प्रतिवर्ष करीब 70 पीजी पास आउट होते हैं तथा 3 साल में करीब 200 पीजी पास आउट होते हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में करीब 400 नर्स कार्यरत हैं। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज को दिए जा रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया ।
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रिपोर्ट : सादिक़ खान