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Pakistan Blast: पाकिस्तान में जबरदस्त ब्लास्ट, 35 की मौत, 200 से ज्यादा घायल
Pakistan Blast: पाकिस्तान में आतंकी हमला खैबर पख्तूनख्वा राज्य के बाजौर में जमीयत उलेमा इस्लाम की रैली में हुआ।
Pakistan Blast: पाकिस्तान में एक रैली में जोरदार धमाका हुआ जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हो गए। ब्लास्ट पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य के बाजौर में उस समय हुआ जब वहां पॉलिटिकल रैली हो रही थी। ब्लास्ट के बाद वहां भगदड़ मच गया, लोग इधर उधर भागने लगे। पुलिस हमले को आतंकी हमला बता रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्लास्ट में 35 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हो गए। घटना बाजौर की खार तहसील की है। जहां सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (जेयुआई-एफ) की रैली आयोजित की गई थी। रैली में भारी भीड़ जमा थी। इसी दौरा यह जोरदार ब्लास्ट हो गया।
बताया जा रहा है कि धमाका इतना तेज हुआ कि कुछ दूरी तक अंधेरा छा गया। लोग यह समझ ही नहीं पा रहे थे कि क्या हुआ। वहीं देखते ही देखते 35 लोग मौत के आगोश में समा गए तो वहीं 200 लोग घायल हो गए। पुलिस वहां पर राहत और बचाव कार्य में लगी है। वहीं घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा है। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई हैं। इस घटना के पीछे किस आतंकी संगठन का हाथ है। यह अभी पता नहीं चल पाया है। किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार बम धमाके में जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल के एक प्रमुख नेता मौलाना जियाउल्लाह जान की भी मौत हो गई है। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि घायलों को पेशावर और टिमरगेरा के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। वहीं जियो न्यूज ने पुलिस के हवाले से बताया कि बम धमाके में लगभग 200 लोग घायल हो गए और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षाकर्मियों ने घटना स्थल सहित पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि 5 एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
घायलों को अस्पतालों में पहुंचाया-
जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने पार्टी के मीडिया सेल की ओर से जारी एक बयान में इस घटना पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और स्थानीय सरकार से हमले की जांच की मांग की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। साथ ही जेयूआई-एफ कार्यकर्ताओं से तुरंत अस्पतालों में पहुंचने और रक्तदान करने की भी अपील की।
बताया मानवता पर हमला-
इससे पहले जेयूआई-एफ नेता हाफिज हमदुल्ला ने कहा कि उन्हें आज सम्मेलन में शामिल होना था, लेकिन कुछ व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के कारण वह नहीं आ सके। उन्होंने जियो न्यूज से बात करते हुए कहा कि मैं विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं और इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है। कहा, यह घटना मानवता और बाजौर पर हमला है। जमात-ए-इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक अहमद ने भी इस ब्लास्ट की निंदा की और मौतों पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र और प्रांतीय सरकारें, खुफिया एजेंसियां लोगों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की वापसी साबित करती है कि सरकार की सुरक्षा नीति फेल हो गई है। खैबर पख्तूनख्वा के आदिवासी जिले इस आग के बीच में हैं। कहा कि बढ़ते आतंकवाद का मुद्दे को लेकर संसद में एक सत्र बुलाया जाना चाहिए।