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गुड न्यूज भारत में बननी शुरू हुई कोरोना की ये वैक्सीन

ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा किया है।

Shreya
Published on: 18 April 2020 6:14 AM GMT
गुड न्यूज भारत में बननी शुरू हुई कोरोना की ये वैक्सीन
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गुड न्यूज भारत में बननी शुरू हुई कोरोना की ये वैक्सीन

नई दिल्ली: इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रही है। इस जानलेवा वायरस से अब तक दुनिया में 22 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि डेढ़ लाख से अधिक मौते हो चुकी हैं। दुनिया के तमाम देश कोरोना का इलाज ढूंढने में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में ब्रिटेन भी शामिल है। ब्रिटेन के भी वैज्ञानिक कोरोना का इलाज खोजने के लिए शोध कर रहे हैं।

सितंबर तक आ जाएगी कोरोना की वैक्सीन

वहीं अब ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा किया है। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने दावा किया कि सितंबर तक कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी। उन्होंने कहा कि हम महामारी का रुप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे। इस बीमारी को एक्स नाम दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस पर हमें योजना के साथ काम करने की जरुरत थी।

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एक डोज में ही सामने आए बेहतर परिणाम

प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कहा कि इसके करीब 12 परीक्षण किए जा चुके हैं, जो ChAdOx1 तकनीक के साथ किए गए हैं। इसके एक डोज के साथ ही इम्यून को लेकर बेहतर परिणाम सामने आए। जबकि RNA और DNA तकनीक के साथ इसके 2 या उससे अधिक खुराक की जरुरत होती है। प्रोफेसर ने कहा कि इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरु हो चुका है। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि सितंबर तक इसकी करीब 1 मिलीयन डोज तैयार हो जाएगी।

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क्लीनिकल ट्रायल से पहले शुरु की मैन्युफैक्चरिंग

ऑक्सफोर्ड की टीम को इस वैक्सीन को लेकर इतना कॉन्फिडेंस है कि उन्होंने क्लीनिकल ट्रायल से पहले ही इसकी मैन्युफैक्चरिंग शुरु कर दी है। इस बाबत प्रोफेसर एड्रियन हिल ने कहा कि टीम में भरपूर विश्वास है। वे क्लीनिकल ट्रायल पूरा होने तक यानि सितंबर तक का इंतजार नहीं करना चाहते। प्रोफेसर ने कहा कि हमने जोखिम के साथ बड़े स्तर पर वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग शुरु कर दी है। उन्होंने बताया कि दुनिया के तमाम हिस्सों में कुल 7 मैन्युफैक्चरर्स के साथ मैन्युफैक्चरिंग की जा रही है।

उन्होंने बताया कि में कुल 7 मैन्युफैक्चरर्स में से तीन ब्रिटेन, दो यूरोप, एक चीन और एक इंडिया से है। प्रोफेसर ने उम्मीद जताई है कि इस साल सितंबर तक या अधिक से अधिक इस साल के अंत तक वैक्सीन की एक मिलियन डोज को तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 510 वॉलंटियर्स के साथ तीन चरणों के ट्रायल की शुरुआत हो गई है। उन्होंने तीसरे चरण तक 5000 वॉलंटियर्स के जुड़ने की उम्मीद जताई है।

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