मुसलमानों पर चीन का कहर: ऐसे अत्याचार कर रहा ड्रैगन, इन पर लगाया बैन

मुसलमानों पर चीन लगातार कहर ढा रहा है। उइगुर के बाद अब ड्रैगन के निशाने पर हेनान के उत्सुल मुसलमान हैं। धार्मिक कट्टरता को खत्म करने के नाम पर चीन की सरकार मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है।

Newstrack
Published on: 28 Sep 2020 5:40 PM GMT
मुसलमानों पर चीन का कहर: ऐसे अत्याचार कर रहा ड्रैगन, इन पर लगाया बैन
X
धार्मिक कट्टरता को खत्म करने के नाम पर चीन की सरकार मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है। चीन ने टिनी मुसलमान महिलाओं के हिजाब पहनने पर रोक लगा दी है।

लखनऊ: मुसलमानों पर चीन लगातार कहर ढा रहा है। उइगर के बाद अब ड्रैगन के निशाने पर हेनान के उत्सुल मुसलमान हैं। धार्मिक कट्टरता को खत्म करने के नाम पर चीन की सरकार मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है। चीन ने टिनी मुसलमान महिलाओं के हिजाब पहनने पर रोक लगा दी है।

चीन ने यहां के स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में मुसलमान पुरुषों को भी अरबी वेशभूषा पहनकर आना बैन कर दिया है। चीन सरकार की तरफ से पुलिस को आदेश दिया गया है कि वे मुस्लिमों के धार्मिक रीति रिवाज और अरबी पहनावों पर सख्त बैन लगाएं।

चीन में इनकी संख्या सिर्फ 10 हजार

उत्सुल मुसलमान चीन में अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखते हैं। इनकी आबादी करीब 10 हजार के आसपास है। ये लोग मुस्लिम बहुल शिनजियांग से लगभग 12000 किलोमीटर दूर हेनान प्रांत के एक छोटे से शहर सान्या में निवास करते हैं। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के दस्तावेज़ों से यह जानकारी मिली है कि अधिकारियों ने मुस्लिम इलाकों में रहने वाले लोगों निगरानी को बढ़ा दिया है।

यह भी पढ़ें...बिहार चुनाव: महागठबंधन में तेज हुई महाभारत, अब राजद और कांग्रेस में भिड़ंत

utsul muslim in china

स्कूलों में हिजाब पर बैन

सान्या के स्कूलों में लड़कियों के हिजाब पहनने पर बैन लगा दिए थे। इसके बाद स्थानीय लोगों ने चीन सरकार के इस आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था। चीनी सोशल मीडिया में वायरल तस्वीरों और वीडियो में हिजाब पहने लड़कियों का एक समूह को स्कूल के बाहर किताबों को पढ़ते हुए देखा गया था।

यह भी पढ़ें...ड्रग्स चैट पर दीपिका का बड़ा खुलासा: बताया किसे कहती हैं माल, NCB से खोले ये राज

अरबी वेशभूषा प्रतिबंध

एक मीडिया रिपोर्ट में उत्सुल के एक मुसलमान कार्यकर्ता के हवाले से कहा गया है कि आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि कोई भी जातीय अल्पसंख्यक (मुस्लिम) स्कूलों में पारंपरिक अरबी वेशभूषा को पहनने पर प्रतिबंध है। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों को भी सार्वजनिक स्थानों या घरों से बाहर निकलने पर धार्मिक वेशभूषा को पहनने पर रोक है। मुसलमान कार्यकर्ता ने बताया कि हिजाब हमारी संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है। अगर हम इसे उतार देते हैं तो यह हमारे कपड़े उतारने जैसा है।

यह भी पढ़ें...7 हजार रुपए सस्ता हुआ सोना, चांदी के दाम में भारी गिरावट, चेक करें नया रेट

चीन की कैद में 80 लाख मुसलमान

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिनजियांग में उइगर और अन्य समुदायों के लिए चीन की सरकार बड़े पैमाने पर डिटेंशन सेंटर को चला रही है। चीन ने 80 लाख मुसलमानों को केद कर रखा है।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story