×

नागरिकता कानून पर अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने का किया आग्रह

अमेरिका ने भारत से यह आग्रह किया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए धार्मिक अल्पअसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए।

Shreya
Published on: 17 Dec 2019 5:13 AM GMT
नागरिकता कानून पर अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने का किया आग्रह
X

वाशिंगटन: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) बनने के बाद से इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया है। CAA को कई देशों ने भारत का आंतरिक मामला करार दिया है। जबकि अमेरिका ने भारत से यह आग्रह किया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए धार्मिक अल्पअसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। बता दें कि, देश के उत्तर पूर्व से लेकर दक्षिण तक लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र सरकार से इस कानून को बदलने की मांग कर रहे हैं।

अल्पसंख्यकों के अधिकारों की हो रक्षा

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि, धार्मिक स्वतंत्रता और कानून के तहत समान व्यवहार के लिए सम्मान हमारे दो लोकतंत्रों के मूल सिद्धांत हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका भारत से भारत के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह करता है।

यह भी पढ़ें: भारतीय सेना का पाकिस्तान को तगड़ा जवाब, बिछा दीं लाशें ही लाशें, कई चौकियां तबाह

हिंसा से दूर रहने का किया आग्रह

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि, 'हम नागरिकता संशोधन अधिनियम के हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। हम प्रदर्शन कर रहे लोगों के अधिकारों की रक्षा और सम्मान करने का आग्रह करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि, हम प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने का भी आग्रह करते हैं।

कई जगह हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन

गौरतलब है कि, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली, समेत कई स्थानों पर हिंसा के बाद भी सोमवार को प्रदर्शन जारी रहा। राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने और स्थानीय लोगों ने कल भी विरोध प्रदर्शन किया।

यह भी पढ़ें: धूं-धूं कर जला मऊ: इंटरनेट सेवाएं बंद, 18 लोग गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल में भी हिंंसा

पश्चिम बंगाल के कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचाया है। ट्रेनों, स्टेशनों और बसों में आग लगा दी। रविवार को भी राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्गों को अवरुद्ध करने के लिए उन पर पेड़ काटकर गिराए और टायरों में आग लगाई। प्रदर्शन के चलते पूरी रेल सेवा बाधित हो गई। दक्षिण-पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड पर ईएमयू लोकल ट्रेन सेवा 10 घंटे अवरुद्ध रहने के बाद शनिवार शाम बहाल हुई। पूर्वी रेलवे ने रविवार को चलने वालीं 9 एक्सप्रेस और चार लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द कर दीं।

राजधानी लखनऊ में भी पहुंची चिंगारी

वहीं हिंसक प्रदर्शनों की चिंगारी उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है। कल यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित नदवा कॉलेज में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही उन्होंने पथराव भी किया। यूपी के लगभग 8 जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध के साथ ही धारा 144 लागू कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश वासियों से शांति और सौहार्द की अपील की।

क्या है नागरिकता कानून

बता दें कि नागरिकता कानून के तहत मुस्लिम बहुल आबादी वाले देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में उत्पीड़न के कारण भाग कर भारत आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।

यह भी पढ़ें: ठंड ने तो़ड़ा कई सालों का रिकॉर्ड, थर-थर कांपे लोग

Shreya

Shreya

Next Story