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अब इस दवा से अमेरिका जीतेगा कोरोना की जंग, दी मंजूरी
इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। इस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है। इस बीच अमेरिका ने कोरोना के खिलाफ रेमडेसिवीर को हरी झंडी दिखा दी है।
नई दिल्ली: इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। इस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है। इस बीच अमेरिका ने कोरोना के खिलाफ रेमडेसिवीर (Remedesivir) को हरी झंडी दिखा दी है। अमेरिका के एफडीए से मंजूरी मिलने के बाद अब इस दवा को कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस दवा पर दुनियाभर की उम्मीदें टिकी हुई हैं। तो चलिए जानते हैं इस दवा के बारे में सबकुछ-
इबोला के लिए तैयार की गई थी दवा
इस दवा को सबसे पहले इबोला के वैक्सीन के तौर पर बनाया गया था। अब इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना वायरस के मरीजों में भी जल्दी जल्दी सुधार देखने को मिल रहा है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ इस दवा के सफल होने के बाद हमें एक नई उम्मीद मिल चुकी है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी ने भी इस दवा की तारीफ की है।
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31 फीसदी तेजी से रिकवर हो रहे हैं मरीज
कोरोना मरीजों को दी जा रही रेमडेसिवीर दवा के बाद वो 31 फीसदी तेजी से रिकवर हो रहे हैं। ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी ने इस दवा को जादुई दवा करार दिया है। इस दवा के चलते मरीजों के जल्दी ठीक होने का मतलब है कि अब हम रेमडेसिवीर दवा का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सकते हैं। डॉ. फॉसी ने ये बातें व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के सामने मीडिया से बातचीत में कही।
कोरोना के खिलाफ एक नया हथियार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेमडेसिवीर ट्रायल को वैक्सीन बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने वाला कदम बताया। बता दें कि रेमडेसिवीर ड्रग को अमेरिकी कंपनी गिलिएड ने बनाया है। अब यह दवा कोरोना के खिलाफ एक नई उम्मीद बनकर सामने आई है।
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कुछ दिनों पहले शुरु किया गया था क्लीनिकल ट्रायल
गौरतलब है कि अमेरिका ने कुछ दिनों पहले ही रेमडेसिवीर ड्रग का क्लीनिकल ट्रायल शुरु किया था। इस ट्रायल के नतीजे अब सामने आए हैं। ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी ने कि रेमडेसिवीर दवा का कोरोना मरीजों के रिकवर होने समय में बहुत स्पष्ट, प्रभावी और सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
कोरोना मरीजों पर दिखा रहा प्रभावी असर
रेमडेसिवीर को इबोला बीमारी की वैक्सीन के तौर पर तैयार किया गया था। लेकिन अब कोरोना के खिलाफ भी दवा अपना प्रभावी असर दिखा रहा है। अमेरिका के शिकागो शहर में कोरोना के गंभीर 125 लोगों को रेमडेसिवीर दवा दी गई थी, इनमें से 123 लोग रिकवर हो गए थे।
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मडेसिवीर के ट्रायल पर नजर बनाए हुए है भारत
वहीं भारत COVID- 19 वैक्सीन के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के साथ साझा ट्रायल का हिस्सा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के निदेशक डॉक्टर रमण गंगाखेडकर कहा था कि भारत रेमडेसिवीर दवा के ट्रायल पर अपनी नजर बनाए हुए है और उससे जुड़ा डेटा कलेक्ट किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह दवा कोरोना के खिलाफ सफल साबित होती है तो यह एक बड़ी कामयाबी होगी। भारत की कुल आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है और उसे देखते हुए इस दवा की कीमत और उपलब्धता पर भी हम नजर बनाए हुए हैं।
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