TRENDING TAGS :
आए चीनी वैक्सीन के नतीजे, 60 हजार को भेजा हाई रिस्क जोन में, जानें क्या है रिजल्ट
कि चीन ने अपने लोगों को जब वैक्सीन की खुराक दी तो करीब 60 हजार लोगों को हाई रिस्क जोन में भेजा, जहां पर कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा था। लेकिन वहां से लौटे लोगों को किसी तरह का कोई रिएक्शन नहीं हुआ।
नई दिल्ली: बीते कई महीनों से पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रही है। साल 2020 खत्म होने वाला है और नए साल की शुरूआत के साथ ही लोगों को जल्द वैक्सीन मिलने की भी उम्मीद है। बता दें कि अब तक अमेरिका और ब्रिटेन में दो कोविड-19 वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू हो गया है। अब चीन भी अपनी वैक्सीन के सफल नतीजों को लेकर दावा कर रहा है। उसका कहना है कि उसने अलग-अलग चरणों में वैक्सीन का ट्रायल किया है, जो सही साबित हुआ है।
चीन ने वैक्सीन के सुरक्षित होने का किया दावा
वहीं चीनी वैक्सीन स्टेट काउंसिल के प्रमुख झेंग ने टीके को लेकर कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद अब तक किसी तरह की समस्या सामने नहीं आई है, ऐसे में वैक्सीन को सुरक्षित माना जा सकता है। उन्होंने बताया कि अगर वैक्सीन लगने के बाद किसी को कोई साइड इफेक्ट या रिएक्शन नहीं होता है और वायरस से सुरक्षा मिलती है तो फिर यह सफल है। काउंसिल के प्रमुख झेंग ने दावा किया है कि चीन ने अपने यहां करीब दस लाख लोगों पर इमरजेंसी वैक्सीन लगाई है। वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों में रिएक्शन देखा गया, लेकिन कोई सीरियस नहीं था।
यह भी पढ़ें: हुआ भयानक धमाका: लाल हो गया पूरा शहर, ऐसी तबाही की लोग माँग रहे दुआ
(फोटो- सोशल मीडिया)
60 हजार लोगों को भेजा गया था हाई रिस्क जोन में
बताया जा रहा है कि चीन ने अपने लोगों को जब वैक्सीन की खुराक दी तो करीब 60 हजार लोगों को हाई रिस्क जोन में भेजा, जहां पर कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा था। लेकिन वहां से लौटे लोगों को किसी तरह का कोई रिएक्शन नहीं हुआ। ऐसे में ड्रैगन दावा कर रहा है कि उसकी वैक्सीन सेफ है। गौरतलब है कि कोरोना की शुरूआत चीन से ही हुई थी, हालांकि अप्रैल के बाद से वहां कोई बड़ा आउटब्रेक नहीं हुआ। ज्यादा मरीज ना होने के चलते कई कंपनियां वैक्सीन का ट्रायल अलग अलग देशों में कर रही हैं।
यह भी पढ़ें: दनादन बम धमाके: डॉक्टरों के हो गए टुकड़े-टुकड़े, मौतों से कांप उठा अफगानिस्तान
दुनिया में दो वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू
बता दें कि दुनिया में अभी तक केवल दो वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू हुआ है, उनमें फाइर और मॉर्डना का नाम शामिल है। ब्रिटेन, अमेरिका में टीकाकरण शुरू भी कर दिया गया है। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो देश में जनवरी की शुरूआत में वैक्सीन को मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें: रानी की लीक हुई सैंकड़ों न्यूड फोटोज, राजा से झगड़ा होना बताया जा रहा वजह
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।