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मुस्लिमों पर जुर्म: अमेरिका के तगड़े एक्शन से भड़का चीन, खुल गई पोल
कोरोना वायरस की भीषण तबाही से जूझ रहे अमेरिका की चीन से फैली महामारी को लेकर तनातनी जारी है। ऐसे में अमेरिका के एक अहम कदम से चीन तिलमिला सकता है।
नई दिल्ली : कोरोना वायरस की भीषण तबाही से जूझ रहे अमेरिका की चीन से फैली महामारी को लेकर तनातनी जारी है। ऐसे में अमेरिका के एक अहम कदम से चीन तिलमिला सकता है। अमेरिका की कांग्रेस ने उइगर मुसलमानों को अपनी हिरासत में लेने से चीन के सीनियर अधिकारियों को रोकने के लिए विधेयक को मंजूरी दे दी है।
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हिरासत में रखने और जुल्म करने के लिए
बात ये है कि अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने बीते बुधवार को चीन के पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में उइगर मुसलमानों को हिरासत में रखने और उन पर जुल्म करने के लिए चीनी अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंधों का आह्वान करते हुए एक बिल पारित किया है। इस बिल को अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास भेजा गया है।
सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी कांग्रेस में राष्ट्रपति ट्रंप के रिपब्लिकन सदस्यों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रंप बिल पर हस्ताक्षर करेंगे। हालांकि व्हाइट हाउस ने अभी तक यह संकेत नहीं दिया है कि ट्रंप ऐसा भी कुछ करेंगे या नहीं।
मुस्लिम समूहों के दमन
साथ ही रिपोर्ट के मुताबिक, यह बिल चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर और अन्य मुस्लिम समूहों के दमन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रतिबंधों का आह्वान करता है। वहीं संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि शिविरों में दस लाख से अधिक मुसलमानों को हिरासत में लिया गया है।
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इसके अलावा इस बिल के पास होने के बाद अमेरिकी रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने कहा कि कांग्रेस ने स्पष्ट संदेश दिया कि चीनी सरकार ऐसा किसी भी तरह का काम नहीं कर सकती है।
आगे हाउस की स्पीकर नैन्सी पलोसी ने भी एक बयान में कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस बीजिंग के उइगरों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
उइगर मुसलमान
मुसलमानों में इस्लाम धर्म को मानने वाले उइगर समुदाय के लोग चीन के सबसे बड़े और पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग प्रांत में रहते हैं। चीन में उइगरों मुसलमानों की आबादी एक करोड़ से भी ज्यादा है।
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ऐसे में कई मानवाधिकार समूह का कहना है कि कम से कम 10 लाख उइगर और अन्य तुर्की मूल के मुस्लिमों को चीन के उत्तर-पश्चिम में स्थित जीनजियांग प्रांत के शिविरों में रखा जा रहा है।
ये है पूरा मामला
दुनिया के सामने चीन भले मानवाधिकारों की बात करता है, लेकिन सच्चाई तो यही है कि चीन उइगर मुसलमानों पर लगातार जुर्म कर रहा है। चीन की इस करतूत का खुलासा एक रिपोर्ट के कुछ लीक दस्तावेजों के माध्यम से किया है। साथ ही इसमें बताया गया है कि कैसे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 'जरा भी दया न' दिखाने का आदेश दिया।
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