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LAC पर हिंसक झड़प: बौखलाई चीनी सेना ने अब उठाया ये कदम
सीमा पर भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। लद्दाख में एलएसी पर दोनों देश के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस झड़प में चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं।
नई दिल्ली: सीमा पर भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। लद्दाख में एलएसी पर दोनों देश के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस झड़प में चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं। तो वहीं भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि हालात गंभीर बताए जा रहे हैं।
इस संघर्ष के बाद चीनी सेना ने सीमाई क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया। मंगलवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) तिब्बत मिलिट्री कमांड ने तिब्बत के ऊंचाई वाले क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संयुक्त युद्धाभ्यास किया। इसमें चीनी सेना के साथ वायुसेना भी शामिल हुई थी।
चीनी सेना ने लंबी दूरी तक मार करने वाले ऑर्टिलरी सिस्टम, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, विशेष ऑपरेटिव फोर्स, आर्मी एविएशन फोर्स, इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमर्स फोर्स और इंजीनियरिंग और एंटी-केमिकल वारफेयर के सैनिकों के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास किया है।
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चीनी मीडिया के मुताबिक हाल ही में 4,700 मीटर की उंचाई पर स्थित नियांगकिंग तांगगुला या न्येनचेन टोंगला के पहाड़ों में चीनी सेना ने यह युद्धाभ्यास किया है। इसमें दुश्मनों के ठिकानों को नष्ट करने के साथ ही खुफिया गतिविधियों को अंजाम देने की टेक्टिस को परखा गया।
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रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अभ्यास के शुरुआती चरणों में स्काउट सैनिकों ने तकनीकी का इस्तेमाल किया। इसके बाद पहले दुश्मन के क्षेत्र की खुफिया जानकारी हासिल की। इसके बाद मुख्य कमांड से लक्ष्य का निर्धारण किया। इसके बाद चीनी सेना ने शत्रुओं के अग्रिम पंक्ति की चौकी और पैदल सैनिकों पर हमाल शुर कर दिया।
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प्रोपगेंडा वॉर को चीन दे रहा बढ़ावा
इस अभ्यास में चीनी सेना के युद्धक टैंक और आर्मर्ड व्हीकल शामिल हुए और दुश्मनों के क्षेत्र में जमकर बमबारी की गई। युद्धाभ्यास के दौरान ड्रोन की मदद से दुश्मन के इलाकों की रेकी भी की। इसके साथ ही एटी एयरक्राफ्ट गन से दुश्मनों के कई अटैक हेलिकॉप्टरों को मार गिराया गया। कहा जा रहा है कि चीन इस तरह की खबरों को जानबूझकर प्रकासित करवा रहा है जिससे प्रोपगेंडा वॉर को आगे बढ़ाता रहा है।