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गाज़ा में एक बार फिर इजराइल ने हमला बोला है और इस हमले में बहुत से बेगुनाह लोग भी मारे गए हैं। इस वजह से इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हालात और बिगड़ गए हैं।
नई दिल्ली: गाज़ा में एक बार फिर इजराइल ने हमला बोला है और इस हमले में बहुत से बेगुनाह लोग भी मारे गए हैं। इस वजह से इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हालात और बिगड़ गए हैं।
हालांकि इजराइल का दावा है कि ये हमला फिलिस्तीनी कट्टरपंथी नेता अबू अल-अत्ता को मारने के लिए किया गया था जो इजराइल के खिलाफ बड़े हमले की साजिश कर रहा था। अब इस हमले खिलाफ फिलिस्तीन ने भी इजराइल पर पटलवार शुरू कर दिया है।
बता दें कि गाजा से संचालित इस्लामिक जिहाद समूह ने दो दिन की भीषण लड़ाई के बाद गुरुवार को संघर्ष विराम की घोषणा की थी। इसके बाद भी इस्राइली सीमा में कई रॉकेट दागे गए जिसकी जिम्मेदारी फिलहाल किसी ने नहीं ली है।
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इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता मुसब अल बरीम ने बताया कि मिस्त्र की मध्यस्थता से गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे संघर्ष विराम प्रभावी हुआ। बरीम के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही रॉकेट गाजा से दागे गए।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन रॉकेट को जानबूझकर दागा गया या टाइमर की वजह से ये स्वत: ही प्रक्षेपित हुए। इन रॉकेट हमलों पर इस्राइल ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
इस्लामिक जिहाद से जुड़े सूत्रों ने कहा कि संभवत: सभी सदस्यों के बीच संघर्ष विराम की सूचना नहीं पहुंचने की वजह से यह घटना हुई।
वहीं इजरायली सेना ने ट्वीट किया कि वह गाजा के आसपास के इलाकों को छोड़कर बाकी स्थानों से पाबंदियों को हटा रही है।
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इससे पहले इस्राइल और फलस्तीन प्रशासित गाजा के इस्लामिक जिहादी समूहों के बीच हुई भीषण लड़ाई में 34 फलस्तीनी मारे गए जबकि कई इजरायली इलाके लगभग ठप हो गए थे।
इस्राइल के विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों को चुनचुन कर मारने का काम जारी रहेगा। वहीं सेना ने अपने आतंकरोधी अभियान को और तेज कर दिया है।
इस्राइल के विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों को चुनचुन कर मारने का काम जारी रहेगा। वहीं सेना ने अपने आतंकरोधी अभियान को और रफ्तार दे दी है।
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