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कोविड-19 के मरीजों को दी जाएगी ब्लड कैंसर की दवा

कोविड-19 के मरीजों पर अब ब्लड कैंसर की दवा का प्रयोग किया जाएगा। अमेरिका के बोस्टन स्थित डाना फार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने इस बारे में एक क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया है।

Ashiki
Published on: 22 May 2020 4:28 PM GMT
कोविड-19 के मरीजों को दी जाएगी ब्लड कैंसर की दवा
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रामकृष्ण बाजपेयी

नई दिल्ली: कोविड-19 के मरीजों पर अब ब्लड कैंसर की दवा का प्रयोग किया जाएगा। अमेरिका के बोस्टन स्थित डाना फार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने इस बारे में एक क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया है।

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कोरोना से फेफड़ों की सुरक्षा करेगी ये दवा

दुनिया भर में कोविड-19 के मरीजों को अलग अलग दवाएं दी जा रहीं क्योंकि अभी तक कोई पक्की दवा का पता नहीं चल सका है। इसी क्रम में कई रिपोर्टों में पता चला है कि ब्लड कैंसर की ‘इब्रूटिनिब’ नामक दवा से फेफड़ों की सुरक्षा कोरोना वायरस से की जा सकती है।

सफल हुआ तो काफी मरीजों की जान बचाई जा सकेगी

डाना फार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट में इस ट्रायल का मकसद ये पता करना है कि क्या ‘इब्रूटिनिब’ दवा से मरीजों में वेंटिलेटर या ऑक्सिजन के सपोर्ट की जरूरत कम की जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो काफी मरीजों की जान बचाई जा सकेगी और मरीजों को अस्पताल में कम दिन रुकना पड़ेगा।

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हारवर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर स्टीवन ट्रेओन का कहना है कि अगर ये दवा सफल साबित होती है तो ये बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। प्रोफेसर ट्रेओन इस ट्रायल को लीड कर रहे हैं।

दवा का इस्तेमाल करने वाले संक्रमित मरीजों को नहीं हुई सांस संबंधी दिक्कत

‘इब्रूटिनिब’ एक ओरल औषधि है जिसका प्रयोग रक्त के कई तरह के कैंसर के इलाज में किया जाता है। ये दवा इम्यून सेल्स में पाये जाने वाले इंजाइम की गतिविधि को ब्लॉक कर देती है। प्रोफेसर ट्रेओन ने ये ट्रायल इसलिए शुरू किया है क्योंकि ब्लड कैंसर के कुछ मरीज जो ये दवा ले रहे थे और उनको कोविड-19 संक्रमण भी हो गया लेकिन इन मरीजों को सांस संबंधी गंभीर दिक्कत नहीं हुई और अस्पताल में भी भर्ती नहीं होना पड़ा।

46 मरीजों पर ये ट्रायल शुरू

इस खोज से उत्साहित हो कर 46 मरीजों पर ये ट्रायल शुरू किया गया है। प्रोफेसर ट्रेओन का कहना है कि ‘इब्रूटिनिब’ दवा ब्लड कैंसर के करीब दो लाख मरीजों को दी जा रही है और इस दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है। कई मरीज कई वर्षों से ‘इब्रूटिनिब’ ले रहे हैं।

बता दें कि इस ट्रायल को कई दिग्गज फार्मा कंपनियाँ फ़ंड कर रही हैं।

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