×

चीन के पास मिसाइल से खतरनाक हथियार, दुश्मन देशों के खिलाफ करता है इस्तेमाल

भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं, वहीं चीन 43 सैनिक मारे गए हैं। इस हिंसक झड़प के बाद लद्दाख में एलएसी पर चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर है।

Dharmendra kumar
Published on: 19 Jun 2020 7:40 AM GMT
चीन के पास मिसाइल से खतरनाक हथियार, दुश्मन देशों के खिलाफ करता है इस्तेमाल
X

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं, वहीं चीन 43 सैनिक मारे गए हैं। इस हिंसक झड़प के बाद लद्दाख में एलएसी पर चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर है।

चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग के आदेश से चीनी सेना के हजारों सैनिक भारतीय जमीन पर कब्‍जा करने की फिराक में तैयार हैं। चीन ने जमीन ही नहीं सोशल मीडिया पर भी युद्ध छेड़ा हुआ है। इसके लिए चीन ने अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को मोर्चे पर तैनात कर दिया है। ग्लोबल टाइम्स को मिसाइल से भी खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह चीन का प्रोपेगेंडा मशीन है।

ग्‍लोबल टाइम्‍स ने एक महीने से लागातर ट्वीट कर भारत के साथ ही अमेरिका, ऑस्‍ट्रेलिया और ताइवान के खिलाफ मनोवैज्ञानिक वार छेड़ हुआ है। बता दें कि चीन की बिना गोली चलाए ही युद्ध को जीतने की चाल है। चीन अपनी इस चाल को पूरा करने का काम अपने सरकारी अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स को दे रखा है। लद्दाख में भारत से तनाव के बाद चीन की प्रोपेगेंडा मशीन ग्‍लोबल टाइम्स ने भारत के खिलाफ देखें तो एक तरह से मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़ रखा है।

यह भी पढ़ें...तुरंत हटाएं चाइनीज ऐप: जारी हुए सख्त निर्देश, नहीं तो झेलनी पड़ेगी आफत

चीन की ताकत को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया

एलएसी पर चीन और भात के बीच तनाव चरम पर है। इसके बाद से बीते महीने में चीनी सरकार के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स ने दर्जनों की संख्‍या में ऐसी खबरें प्रकाशित की और वीडियो शेयर किए हैं। इनमें चीन की ताकत को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है और भारत को कमजोर दिखाने की कोशिश की गई। ग्‍लोबल टाइम्‍स पहले चीनी सरकार के दावे को व‍िशेषज्ञ के हवाले से कहता है। इसके बाद चीन की सरकार भी उसी को कहती है। माना जाता है कि चीन की सरकार अप्रत्‍यक्ष तरीके से अपने दावे को मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए प्‍लांट करती है। इसके बाद उसका खुद समर्थन करती है।

यह भी पढ़ें...फेसबुक ने ट्रंप के खिलाफ उठाया ये कठोर कदम, अब क्या करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति

गलवान घाटी है उदाहरण

चीन के इस बात का उदाहरण गलवान घाटी में जारी तनाव है। लद्दाख में तनाव शुरू होने से पहले ग्‍लोबल टाइम्‍स ने दावा क‍िया क‍ि भारत के नियंत्रण वाली गलवान घाटी चीन की है। गलवान घाटी चीन का क्षेत्र है और भारत जानबूझकर वहां विवाद बढ़ा रहा है। उसने कहा कि भारत अवैध तरीके से वहां रक्षा निर्माण कर रहा है। इसकी वजह से चीन के पास जवाब देने के अलावा कोई चारा नहीं है।

ग्लोबल टाइम्स का प्रोपेगेंडा वीडियो



अब चीन की शी जिनपिंग सरकार लगातार दावे पर दावे कर रही है कि यह क्षेत्र उसका है। बता दें कि इस गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए, जबकि चीन 43 सैनिक मारे गए।

यह भी पढ़ें...चीन को जवाब देने की तैयारीः अग्रिम मोर्चों पर बढ़ाई तैनाती, खाली कराए गांव

अमेरिका, ऑस्‍ट्रेलिया और ताइवान के खिलाफ छेड़ा है वार

चीन सरकार के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स ने भारत के साथ चीन का जमकर विरोध कर रहे अमेरिका, ऑस्‍ट्रेलिया और ताइवान के खिलाफ भी युद्ध छेड़ा हुआ है। माना जाता है चीन के नेता अपना नाम सार्वजनिक रूप से नहीं देते हैं बल्कि ग्‍लोबल टाइम्‍स में कथित रूप से विशेषज्ञ बन जाते हैं और अपने हमला करते हैं। हांगकांग पर अमेरिकी विरोध के बाद ग्‍लोबल टाइम्‍स ने उसके खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। तो वहीं ऑस्‍ट्रेलिया और ताइवान को भी डरा रहा है और धमकी दे रहा है।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story