बड़ी खबर: करोड़ों का जुर्माना जॉनसन एंड जॉनसन पर, 3 महीने में ही भरना होगा

किसी के भी घर अगर छोटा बच्चा जन्म लेता है, तब से उसकी देख-रेख सबसे ज्यादा की जाती है। सभी उसके साथ बहुत सेफ्टी से पेश आते हैं। उसके खाने-पीने से लेकर हर चीज का ध्यान देते हैं।

Roshni Khan
Published on: 26 Dec 2019 6:45 AM GMT
बड़ी खबर: करोड़ों का जुर्माना जॉनसन एंड जॉनसन पर, 3 महीने में ही भरना होगा
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नई दिल्ली: किसी के भी घर अगर छोटा बच्चा जन्म लेता है, तब से उसकी देख-रेख सबसे ज्यादा की जाती है। सभी उसके साथ बहुत सेफ्टी से पेश आते हैं। उसके खाने-पीने से लेकर हर चीज का ध्यान देते हैं। उसकी तेल-मालिश से लेकर उसके नहाने तक, सब यही बोलते हैं कि काफी समय पुराना ब्रांड जॉनसन एंड जॉनसन बेबी प्रोडक्टे यूज़ करना चाहिए। काफी पुराना और विश्वसनीय है। जो भी इसे यूज़ करता है, उसे इस ब्रांड पर भरोसा होता है।

इस कंपनी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर ये है कि कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन पर 230 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी ने GST कटौती का फायदा कस्टमर्स को नहीं दिया था। नेशनल एंटी प्रोफिटियरिंग अथॉरिटी (ANAA) ने अपने मंगलवार को दिए फैसले में कहा है कि जिस हिसाब से कंपनी ने टैक्स कटौती की गणना की थी, वो काफी गलत आकलन था। जांच में पाया गया कि 15 नवंबर 2017 को कुछ वस्तुओं पर GST की दर 28 से घटाकर 18 फीसदी की गई तो जॉनसन एंड जॉनसन नेकस्टमर्स को फायदा नहीं दिया।

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तीन महीने में भरनी होगी जुर्माने की रकम

जुर्माने की रकम कंपनी को अगले तीन महीने में भरना होगा। जॉनसन एंड जॉनसन एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका कारोबार दुनिया के कई देशों में फैला हुआ है। कुछ समय पहले ही इसके उत्पादों में कैंसरकारक तत्व होने की बात सामने आने पर बहुत से देशों में अपने यहां इस प्रोडक्ट की बिक्री पर रोक लगा दी थी।

भारत में यह कंपनी कंज्यूमर हेल्थकेयर, मेडिकल डिवाइस और फार्मा प्रोडक्ट के कारोबार में है। इसके बेबी ऑयल, क्रीम, पाउडर और सेनिटरी नैपकिन (स्टेफ्री) जैसे प्रोडक्ट यूज़ किए जाते हैं। देश के 4,000 करोड़ रुपये के बेबी केयर बाजार में 2018 के आखिर तक जॉनसन एंड जॉनसन का 75 फीसदी शेयर होने का अंदाजा था। फाइनेंसियल ईयर 2017-18 में भारत में कंपनी की आय 5,828 करोड़ रुपये और फायदा 688 करोड़ रुपये रहा था।

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नेस्ले और पीएनजी भी दे चुके हैं जुर्माना

GST दरें घटने का पूरा फायदा कस्टमर्स न देने की वजह से FMCG कंपनियों प्रॉक्टर एंड गेम्बल (पीएंडजी) और नेस्ले पर भी मुनाफाखोरी रोधी प्राधिकरण जुर्माना लगा चुका है। ANAA ने पीएंडजी पर 250 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था, जबकि नेस्ले को 90 करोड़ का जुर्माना करना पड़ा है।

अगस्त में लगा था 41 अरब रुपये का जु्र्माना

अमेरिका की एक अदालत ने इसी साल अगस्त में कंपनी पर करीब 41 अरब रुपये का जुर्माना लगाया था। ओकलाहोमा की क्लेवलैंड काउंटी की जिला अदालत के जज थाड बाकमैन ने अपने फैसले में कहा कि कंपनी ने जानबूझकर ओपॉयड के खतरे को नजरअंदाज किया और अपने फायदे के लिए डॉक्टरों को नशीली दर्द निवारक दवाएं लिखने के लिए अपने पक्ष में किया। जज ने राज्य सरकार की ओर से ओपॉयड पीड़ितों के इलाज के लिए मांगी गई राशि के मुकाबले जॉनसन एंड जॉनसन को काफी कम भुगतान करने का आदेश दिया है। राज्य सरकार ने 17 अरब डॉलर की मांग की थी।

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यूपी में की सबसे ज्यादा मुनाफाखोरी

राज्य राशि (करोड़ में)

यूपी 54.05

महाराष्ट्र 41.36

हिमाचल प्रदेश 33.02

पश्चिम बंगाल 15.31

कर्नाटक 11.74

दिल्ली 9.66

बेबी क्रीम पर वसूली सबसे ज्यादा कीमत

उत्पाद राशि

बेबी क्रीम 13.13 करोड़

बेबी लोशन 3.70 करोड़

शैम्पू 2.52 करोड़

लोशन-क्रीम 2.27 लाख

टीटीटी वॉश 1.77 लाख

लोशन-एसएपीआर 1,689 रुपये

Roshni Khan

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