TRENDING TAGS :
नासा के वैज्ञानिकों ने रचा इतिहास, अंतरिक्ष में पहली बार किया ये बड़ा काम
अन्तरिक्ष के जिस चैम्बर में मूली को उगाया गया है, वहां लाल, नीली और हरी और व्हाइट एलईडी लाइट की रोशनी डाली गई थी जिससे पौधे की ग्रोथ अच्छी हो। अंतरिक्ष में उगाई गई मूली की तुलना फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर में उगाई गई मूली से की जाएगी।
वाशिंगटन: नासा के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में बड़ा करनामा कर दिखाया है। अंतरिक्ष में पहली बार वैज्ञानिकों ने मूली की फसल उगाई गई है।
नासा की अंतरिक्ष यात्री और फ्लाइट इंजीनियर केट रूबिन्स ने पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में उगाई गई मूली की फसल काटी है।
2021 में इसे धरती पर लाया जाएगा। काटी गई फसल में से मूली के 20 पौधों को पैक कर के 2021 में पृथ्वी पर लाने के लिए कोल्ड स्टोरेज में रख दी गई है।
नासा के वैज्ञानिकों ने रचा इतिहास, अंतरिक्ष में पहली बार किया ऐसा काम ( फोटो: सोशल मीडिया)
Made-in-China : चीन का एलान, सूरज पर भी होगा उसका अधिकार
नासा ने इस बारें में ट्वीट करके दी जानकारी
इस बारें में खुद नासा ने ट्वीट करके जानकारी दी है। नासा ने मूली उगाने के एक्सपेरिमेंट को एक नया नाम प्लांट हेबिटेट-02 दिया है।
मूली को स्पेस स्टेशन में उगाने के पीछे नासा के वैज्ञानिकों की अपनी एक अलग सोच थी। उन्हें पूरा विश्वास था कि यह 27 दिन में पूरी तरह तैयार हो जाएगी। मूली की इस फसल में पोषक तत्व भी हैं और यह खाने लायक भी है।
ट्विटर पर नासा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मूली हैबिटैट अध्ययन करने के काम में लाई जाती है क्योंकि ये पौष्टिक और तेजी से उगने वाली फसल होती है।
मूली तेजी से उगती है लेकिन हो सकता है इतनी तेजी से न हो। इतना ही नहीं मूली को उगाने में बेहद कम देखभाल की आवश्यकता पड़ती है।
नासा के वैज्ञानिकों ने रचा इतिहास, अंतरिक्ष में पहली बार किया ऐसा काम ( फोटो: सोशल मीडिया)
चीन बदलेगा मौसम: बारिश-बर्फबारी करेगा मन मुताबिक, करने जा रहा ऐसा काम
नासा ने बताया मूली उगाने के पीछे का राज
अन्तरिक्ष के जिस चैम्बर में इसे उगाया गया है, वहां लाल, नीली और हरी और व्हाइट एलईडी लाइट की रोशनी डाली गई थी जिससे पौधे की ग्रोथ अच्छी हो। अंतरिक्ष में उगाई गई मूली की तुलना फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर में उगाई गई मूली से की जाएगी।
मूली को एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट में उगाया जाता है। एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट पौधे के शोध के लिए विकास का चैंबर है। ये पौष्टिक होने के साथ तेजी से बढ़ती है और जेनेटिक तौर पर अंतरिक्ष में अक्सर अध्ययन किया जाने वाला पौधा अराबिडोप्सिस के बराबर है।
बिछ गईं लाशें ही लाशें: 18 मजदूरों की दर्दनाक मौत, ये बनी वजह
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।