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श्रीलंका संसदीय चुनाव: शुरुआती रिजल्ट में ये पुरानी पार्टी भारी जीत की ओर

श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरूआती रुझानों में राजपक्षे परिवार की पार्टी श्रीलंका पीपल्स पार्टी (एसएलपीपी) बड़े जीत की ओर तेजी से बढ़ रही है।

Newstrack
Published on: 6 Aug 2020 7:44 PM IST
श्रीलंका संसदीय चुनाव: शुरुआती रिजल्ट में ये पुरानी पार्टी भारी जीत की ओर
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राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरूआती रुझानों में राजपक्षे परिवार की पार्टी श्रीलंका पीपल्स पार्टी (एसएलपीपी) बड़े जीत की ओर तेजी से बढ़ रही है।

ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि संसदीय चुनाव में यह पार्टी अन्य पार्टियों का खेल बिगाड़ सकती है। गुरुवार सुबह तक जो नतीजे सामने आए हैं उससे कुछ इसी तरह के संकेत मिल रहे हैं।

पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स से प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रीलंका की अन्य पार्टियों की तुलना में एसएलपीपी को ज्यादा वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि 225 सदस्यीय असेंबली में राजपक्षे परिवार की पार्टी आसानी से विजय हासिल कर लेगी।

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श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव की फ़ाइल फोटो श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव की फ़ाइल फोटो

एसएलपीपी की निगाहें जीत पर

एसएलपीपी की निगाहें बहुमत से जीत पर है क्योंकि इससे संविधान संशोधन करने में मदद मिलेगी जिसमें 2015 में बदलाव कर राष्ट्रपति की शक्तियां कुछ कम कर दी गई थीं। राष्ट्रपति गोटबाया ने तो दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाने का भरोसा जताया है।

यहां ये भी बताते चलें कि अभी तक दक्षिण इलाके के पांच क्षेत्रों के रिजल्ट अनाउंस हो चुके हैं। जिनमें 60 फीसदी वोट एसएलपीपी के खाते में मिलते दिखाई दे रहे हैं। दक्षिण के इस पूरे इलाके पर सिंहला समुदाय का प्रभाव माना जाता है।

यूएनपी से बेहतर परफॉर्म मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) करती नजर आ रही है। यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) चौथे पायदान पर जाती हुई दिखाई पड़ रही है। यह एकदम नई पार्टी है और इसका गठन पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार सजीत प्रेमदासा ने किया था। बता दें, जेवीपी श्रीलंका की सबसे पुरानी पार्टी है।

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श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव की फ़ाइल फोटो श्रीलंका में हुए संसदीय चुनाव की फ़ाइल फोटो

उत्तर में तमिल अल्पसंख्य समुदाय का दबदबा

जबकि उत्तर में तमिल अल्पसंख्य समुदाय का दबदबा है। यहां की मुख्य तमिल पार्टी ने जाफना पोलिंग डिविजन में विजयी हो चुकी है। राजपक्षे की गठबंधन वाली पार्टी ईलम पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (ईपीडीपी) ने दूसरे जाफना पोलिंग डिविजन में तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) को हरा दिया है।

ज्ञात हो कि श्रीलंका में बुधवार को संसदीय चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। गुरुवार सुबह मतों को गिनने का काम शुरू हुआ जो खबर लिखे जाने तक जारी है।

जैसे ही सुबह में वोटों की गिनती का काम शुरू हुआ उसके बाद एसएलपीपी के संस्थापक और राष्ट्रीय संयोजक बासिल राजपक्षे का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अगली सरकार बनाने जा रही है।

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