भूकंप से हिला देश: ताबड़तोड़ झटकों से कांप उठे लोग, खतरे में पूरी दुनिया

तजाकिस्तान में बृहस्पतिवार यानी आज तेज-तर्रार झटके महसूस किए गए। यहां भूकंप दोपहर करीब 3:02 पर आया था। वहीं नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 मापी गई है।

Newstrack
Published on: 29 Oct 2020 11:27 AM GMT
भूकंप से हिला देश: ताबड़तोड़ झटकों से कांप उठे लोग, खतरे में पूरी दुनिया
X
तजाकिस्तान में बृहस्पतिवार यानी आज तेज-तर्रार झटके महसूस किए गए। यहां भूकंप दोपहर करीब 3:02 पर आया था। वहीं नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 मापी गई है।

नई दिल्ली। भूकंप के ताबड़तोड़ झटकों से लगभग हर दिन धरती कांप रही है। दुनियाभर से कहीं न कहीं भूकंप के झटकों की खबर से वैज्ञानिक परेशान है। ऐसे में तजाकिस्तान में बृहस्पतिवार यानी आज तेज-तर्रार झटके महसूस किए गए। यहां भूकंप दोपहर करीब 3:02 पर आया था। वहीं नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 मापी गई है। फिलहाल जोरदार झटकों से डरे-सहमे लोग घरों से बाहर निकल आए थे।

ये भी पढ़ें... खत्म होती पाकिस्तानी सेना: भारतीय वायुसेना कर देती तबाह, कांपा था इमरान

लोगों में डर का माहौल

भूकंप से वजह से धरती में लगातार कंपन हो रहे हैं। लगभग हर दिन भूकंप के आने की खबर मिलती है। इससे लोगों में और वैज्ञानिकों में चिंता की लहर है। तजाकिस्तान में तेज झटकों से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। अपनी जान बचाने के लिए लोग घरों से निकल कर सुरक्षित जगह पर आ गए थे।

इससे पहले दक्षिण अमेरिका के चिली में 5.8 तीव्रता का भूंकप महसूस किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार, चिली के ला सेरेना से 40 मील दूर झटके महसूस किए गए। इस बारे में अमेरिका के जियॉलजिकल सर्वे ने कहा कि इस भूकंप की गहराई जमीन से 27 मील नीचे थी। फिलहाल इसमें किसी के घायल होने या किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

earthquake फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...नहीं देनी होगी लिखित परीक्षा, बिना शुल्क दिए यहां कर सकते हैं नौकरी के लिए आवेदन

भूकंप और ज्वालामुखी का केंद्र

ऐसे में मौके पर मौजूद शख्स के अनुसार, उनकी आंखें झटकों की वह से ही खुलीं और इमारतें हिल रही थीं। ला सेरेना की आबादी करीब 2 लाख है और यह चिली की राजधानी सैंटियागो से 300 मील दूर है। चिली का तट Pacific Ring of Fire पर आता है। साथ ही यह क्षेत्र टेक्टॉनिक मूवमेंट की वजह से भूकंप और ज्वालामुखी का केंद्र रहता है।

चिली से पहले अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। यहां बुधवार को 4.2 तीव्रता का भूंकप आया। इस बार भूकंप का केंद्र राजधानी काबुल से 270 किमी दूर था। इसमें भी किसी के घायल होने या संपत्ति को नुकसान की खबर नहीं है।

ये भी पढ़ें...अभी-अभी शोक में देश: नहीं रहे ये दिग्गज नेता, दुखी हुए पीएम मोदी

ये भी पढ़ें...हिंसा से कांपा बिहार: जला दी गईं पुलिस चौकियां, मच गई हर तरफ अफरा-तफरी

Newstrack

Newstrack

Next Story