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तिलमिलाए चीन-पाकिस्तान: चले थे भारत को फंसाने, बीच में आ गए ये दो देश

भारत के साथ मजबूती से खड़े संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और जर्मनी ने दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन को जबरदस्त जवाब दिया है।

Newstrack
Published on: 2 July 2020 8:45 AM GMT
तिलमिलाए चीन-पाकिस्तान: चले थे भारत को फंसाने, बीच में आ गए ये दो देश
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नई दिल्ली। भारत के साथ मजबूती से खड़े संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और जर्मनी ने दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन को जबरदस्त जवाब दिया है। कराची स्टॉक एक्सचेंज पर बीते सोमवार को हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान की तरफ से चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बयान जारी करने का प्रस्ताव लाया था। लेकिन अमेरिका ने खुरपेची करते हुए चीन प्रायोजित बयान को तुरंत पास नहीं होने दिया।

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भारत को कसूरवार ठहराया

बता दें, इससे पहले, जर्मनी की वजह से भी प्रस्ताव लटका रहा था। बाबत ये है कि पाकिस्तान पीएम इमरान खान और पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हमले के लिए भारत को कसूरवार ठहराया है।

ऐसे में अमेरिका और जर्मनी यह सुनिश्चित करना चाह रहे थे कि कहीं बयान में भारत के खिलाफ कोई जिक्र तो नहीं किया गया है।

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भारत विरोधी किसी साजिश की आशंका

इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में आतंकी हमलों की निंदा करते हुए बयान जारी करना सामान्य बात है लेकिन चूंकि प्रस्ताव चीन की तरफ से पेश किया गया था इसलिए भारत विरोधी किसी साजिश की आशंका से अमेरिका ने पूरे बयान को पढ़ने के लिए समय मांगा है।

इमरान खान ने संसद में कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हुए आतंकी हमले के लिए भारत को कसूरवार ठहराया था। ऐसे में इमरान खान ने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं है कि इस हमले के पीछे भारत का हाथ है।

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यूएन में आतंकी हमले पर बयान

पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी कहा था कि भारत को पाकिस्तान की शांति बर्दाश्त नहीं हो रही है इसलिए वो ऐसे हमले करवा रहा है। हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद यूएनएससी के बयान में भारत का कोई जिक्र नहीं हुआ।

पाकिस्तान के आरोपों के बाद यूएन में आतंकी हमले पर बयान लाने के पीछे का उद्देश्य को समझे बगैर इसे पास कर देना भारत को मुश्किल में डाल सकता था। पाकिस्तान-चीन की जुगलबंदी की कोशिशों को नाकाम करने के लिए अमेरिका ने आगे बढ़कर भारत की मदद की और प्रस्ताव पास करने से पहले और समय मांग लिया।

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