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होगा भीषण युद्ध! मुस्लिम देशों का फ्रांस के खिलाफ बड़ा ऐलान, ये है बड़ी वजह

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने अरबी भाषा में ट्वीट कर कहा कि हम कभी घुटने नहीं टेकेंगे। हम शांति बनाए रखने के लिए सभी तरह के मतभेदों का सम्मान करते हैं। हम नफरत फैलाने वाले भाषणों को स्वीकार नहीं करेंगे।

Newstrack
Published on: 26 Oct 2020 10:29 AM GMT
होगा भीषण युद्ध! मुस्लिम देशों का फ्रांस के खिलाफ बड़ा ऐलान, ये है बड़ी वजह
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मैक्रों को सात दिन के लिए आईसोलेट कर दिया गया है। एक अधिकारी ने जानकारी दी कि मैक्रों अभी भी कार्यभार संभाल रहे हैं और वह आईसोलेशन में रहते हुए काम करेंगे।

लखनऊ: फ्रांस के खिलाफ मुस्लिमों देशों ने जंग छेड़ दिया है। फ्रांस ने इस्लामिक कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के लिए कहा है। इसके बाद से मुस्लिमों देशों में फ्रांस के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस बीच फ्रांस और तुर्की के तनाव चरम पर पहुंच गया है। तुर्की ने फ्रांस पर आरोप लगाया है कि इस्लामोफोबिया को बढ़ावा दे रहा है। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि उनका देश कभी झुकेगा नहीं।

गौरतलब है कि फ्रांस के एक स्कूल में स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान एक टीचर ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। इसके बाद पैगंबर का कार्टून दिखाने वाले टीचर की सिर काटकर बेदरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति ने मैक्रों ने हमलावर को इस्लामिस्ट बताया था। उन्होंने कहा कि पैगबंर मोहम्मद के कार्टून को लेकर वो पीछे हटने वाले नहीं है।

राष्ट्रपति मैक्रों ने बोले- कभी घुटने नहीं टेकेंगे

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने अरबी भाषा में ट्वीट कर कहा कि हम कभी घुटने नहीं टेकेंगे। हम शांति बनाए रखने के लिए सभी तरह के मतभेदों का सम्मान करते हैं। हम नफरत फैलाने वाले भाषणों को स्वीकार नहीं करेंगे। हम तार्किक बहस को संरक्षण देंगे और हमेशा मानवीय मूल्यों की तरफ खड़े होंगे। मैक्रों ने इस्लामिक कट्टरपंथ की आलोचना की और पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित होने का बचाव किया।

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France-Turkey

इसके बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दवान ने फ्रांस के राष्ट्रपति को दिमागी इलाज कराने की सला दी थी। इसके बाद फ्रांस ने तुर्की से अपने राजदूत को वापस बुला लिया। मैक्रों ने टीचर की हत्या से पहले कहा था कि इस्लाम संकट में है। इस पर कई मुस्लिम देशों ने आपत्ति जताई थी। कई देशों ने फ्रांस के सामान का बॉयकॉट किया है।

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मुस्लिम देशों ने फ्रांस के सामान का किया बहिष्कार

मुस्लिम देशों में सोशल मीडिया पर फ्रांस की चीजों का बहिष्कार तेज हो गया है। तुर्की के दोस्त कतर ने फ्रांस के कल्चरल वीक के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। कतर की दो डिस्ट्रिब्यूटर्स चेन ने कहा कि वे फ्रांस की बनी हुई वस्तुओं का बहिष्कार करेंगे। कुवैत की कई ट्रैवल एजेंसियों ने फ्रांस की यात्रा रोक दी है।

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कुवैत ने अपने रिटेल स्टोर्स 'को-ओप' से फ्रांसिसी प्रोडक्ट्स को हटा दिया है। कुवैत में गैर-सरकारी संघ उपभोक्ता सहकारी समितियों ने बहिष्कार का आदेश जारी किया है। इन समितियों में 70 से अधिक स्टोर शामिल हैं। कई स्टोर्स ने फ्रांसीसी कंपनियों द्वारा निर्मित हेयर एंड ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसी वस्तुओं को हटा दिया है। इससे पहले सऊदी अरब ने फ्रांसीसी सुपरमार्केट रिटेलर 'कैरेफोर' के बहिष्कार का ऐलान किया था।

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