2021 पीएम मोदी के लिए कैसा रहेगा, जानें प्रमुख राजनेताओं का भविष्यफल
भाग्येश शनि की आंशिक दृष्टि रोग/संक्रमण स्थान पर है अतः वैश्विक संक्रमण के इस दौरमें भी, संक्रमण के पश्चात, भारत में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक रही है।
पं. देवेन्द्र भट्ट (गुरुजी)
ज्योतिर्विद एवं वास्तुविद्
लखनऊ वैसे तो सनातन हिन्दू पंचांग, विक्रम संवत् का प्रयोग करता है। चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से वि0सं0 के साथ नये वर्ष का शुभारम्भ होता है परन्तु अन्तर्राष्ट्रीय मानक ईसवीं सन् के साथ नये वर्ष का शुभारम्भ मानता है। चूंकि नक्षत्रों एवं सितारों के आधार पर भविष्य कथन अखिल विश्व में प्रचलित है अतः ईसवी सन् के आधार पर भी फलित करना अपरिहार्य है।
विकासोन्मुख है भारत
स्वतंत्र भातर के 73 वर्ष एवं गणराज्य के 51 वर्ष पूरे हो चुके हैं। वृष लग्न एवं कर्क राशि का भारत, पराक्रम स्थान पर सूर्य, शनि, शुक्र एवं चन्द्रमा की युति के कारण अपने अस्तित्व के प्रारम्भ से ही निरन्तर चतुर्दिश विकासोन्मुख है तथा दक्षिण एशिया के देशों में मध्यस्थता की भी भूमिका में सफल रहा है। षष्ठम् स्थान का गुरु इसके आध्यात्मिक गुरु बनने की स्थिति बनाता रहा है।
कोविड संक्रमण के मामले कम होगे
वर्ष 2021 में गुरु और शनि की युति मकर राशि में है जो भाग्य स्थान है। भाग्येश शनि की आंशिक दृष्टि रोग/संक्रमण स्थान पर है अतः वैश्विक संक्रमण के इस दौरमें भी, संक्रमण के पश्चात, भारत में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक रही है। फरवरी के प्रारम्भ से ही कोविड संक्रमण के मामले भारत में बेहद कम होगे। बसन्त ऋतु में यह संक्रमण पूरी तरह समाप्त होगा। आय एवं आम आदमी की क्रय शक्ति बढ़ेगी। लौह अभियांत्रिकी के उद्योगों एवं आॅटो सेक्टर में ग्रोथ होगा। परन्तु वस्त्र उद्योग तथा अन्य पारम्परिक उद्योगों में मांग-आपूर्ति की समस्या बनी रहेगी।
सोने-चांदी के भाव
सोने-चांदी के भाव में थोड़े बहुत उतार-चढ़ाव के साथ लगभग स्थित रहेगें। इस वर्ष रोजगार सृजन के उपयुक्त अवसर हैं परन्तु मौसमी परिवर्तन के कारण कृषि क्षेत्र में अच्छे सुधार की सम्भावना नहीं दिख रही। इस वर्ष में राजा तथा मंत्री दोनों ‘भौम’ हैं अतः केन्द्र व राज्यों के मध्य अधिकारों को लेकर सामंजस्य बना रहेगा।
विश्व में युद्ध जनित परिथिति उत्पन्न होगी। पूरब के एक देश के विरुद्ध अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर विभिन्न देश एकजुट होगें। निःशस्त्रीकरण के प्रयास सफल नहीं होगें। शस्त्र बाजार में तेजी होगी।
हिंसक वातावरण उत्पन्न होगा
भारत में स्त्रियों एवं बच्चों पर अत्याचार की घटनाओं में कमी नहीं दिख रही है। साम्प्रदायिक उन्मादियों द्वारा हिंसक वातावरण उत्पन्न किया जायेगा। किसी ख्यातिलब्ध व्यक्तित्व के अहित से राष्ट्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। आद्र्रा प्रवेशांग विचार से वर्षा मध्यम रहेगी। राष्ट्र के दक्षिणी हिस्से में जलसंकट भी संभव है। इसका कृषि पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
वर्ष 2021 में देश के पांच राज्यों में (असम, पं0 बंगाल, तमिलनाडु, केरल एवं पाण्डिचेरी) चुनाव प्रस्तावित हैं।असम में सत्तारुढ़ सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है। यहां चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत से पुनर्वापसी करेगी।
चुनावी हिंसा की घटनायें
पं. बंगाल में सत्ता संघर्ष दिख रहा है। चुनावी हिंसा की घटनायें होगीं। भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ेगी। विधान सभा में सीटों की संख्या भी भाजपा की बढ़ेगी। उपलब्धियों के लिहाज से सत्तारुढ़ तृणमूल कांगे्रस एवं वामपंथियों को सीटों का नुक्सान दिख रहा है। इन सबके बावजूद सत्ता में उलट फेर नहीं होगा। सुश्री ममता बनर्जी पुनः पं0 बंगाल की मुख्यमंत्री बनेंगी।
तमिलनाडु में सत्तारुढ़ ए.आई.ए.डी.एम.के. तथा विपक्षी डी.एम.के. में किसी को भी पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं होगा। पिछली चुनाव के मुकाबले आई.एन.सी. के सीटों में आशातीत वृद्धि होगी। डी.एम.के. एव आई.एन.सी. को मिलाकर सरकार बनेगी।
केरल में माकपा सत्ता में पुनर्वापसी करेगी। पाण्डिचेरी में कांग्रेस $ डी.एम.के. की ही सरकार रहेगी।
प्रमुख राजनेताओं का वर्ष 2021
नरेन्द्र दामोदर दास मोदी
वृश्चिक लग्न एवं राशि है। वर्ष 2021 उनके जीवन का 71वां एवं 72 वर्ष है। भाग्येश चन्द्रमा की महादशा इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में पूर्ण हो रही है। 10 वर्ष के चन्द्रमा की महादशा ने उन्हें ख्याति पद प्रतिष्ठा दी है। यद्यपि इसी वर्ष से मंगल की महादशा 7 वर्ष चलेगी। पद प्रतिष्ठा बनी रहेगी परन्तु रोग एवं श़त्रु का भय बना रहेगा। यद्यपि की पार्टी का नेतृत्व बना रहेगा परन्तु चुनाव परिणाम एवं संगठनात्मक चयन पर दबाव भी बना रहेगा। गुरु की दशम स्थान पर दृष्टि के कारण आर्थिक नीतियों में सफलता मिलेगी।
अमित शाह
मेष राशि एवं कन्या लग्न के साथ मिथुन राशि का राहु दशम में है। 2021 के उत्तरार्द्ध में राहु की महादशा पूर्ण हो रही है। अन्तर्दशा में मंगल, अष्टम् स्थान का स्वामी है जिसके कारण रक्त सम्बन्धी व्याधि के कारण शारीरिक कष्ट दिख रहा है। आय-सम्पत्ति के सम्बन्ध में जवाबदेही बढ़ेगी। यद्यपि सभी प्रकार की चिन्तायें दूर होगी एवं दूरगामी हानिकारक परिणाम नहीं दिख रहे हैं। इनके नेतृत्व में गृह विभाग सुचारु रुप से कार्य करेगें एवं देश में आन्तरिक शान्ति एवं प्रतिष्ठा के मामले में ख्याति अर्जित करेंगे।
राजनाथ सिंह
वृश्चिक राशि एवं लग्न तथा नीचस्थ चन्द्रमा भाग्येश होकर त्रिकोण में विराजमान होने के कारण राजसत्ता में आशातीत सफलता दिलायी है। वर्ष 2021 पूरी तरह राहु एवं चन्द्रमा के प्रभाव में रहेगें। यद्यपि यह संघर्ष का वर्ष है परन्तु लोकप्रियता के लिहाज से सकारात्मक स्थिति रहेगी। आगामी चुनाव के दृष्टिकोण से किसी राज्य में संगठन सम्बन्धी जिम्मेदारी मिलेगी। जिसका निर्वहन सफलता से करेंगें। त्रिकोण पंचम का राहु वर्ष भर वृष राशि में रहेगा अतः संतान पक्ष के लिए सुखद है। संतति के राजनीतिक कैरियर में मजबूती आयेगी।
जगत प्रकाश नड्डा
वृष राशि एवं कुम्भ लग्न वाले जातक हैं। लग्नेश काफी मजबूत है एवं कुण्डली में शनि एवं शुक्र कारक ग्रह हैं। शनि की महादशा ने पिछले सात वर्षों में राजनीति के क्षेत्र में वृहद सफलता दिलायी है। वर्ष 2021 में पूर्ण रुप से शनि एवं शुक्र के प्रभाव में रहेंगें। अच्छी उपलब्धि के साथ सफल पार्टी का नेतृत्व करेंगें। प्रतिष्ठा एवं ख्याति दोनों प्राप्त होगी। चुनाव में किये गये प्रयोग के तौर पर ‘पार्टी गठबंधन’, अप्रत्याशित सफलता दिलायेंगें। पूरब दिशा की अपेक्षा पश्चिम एवं दक्षिणी दिशा के प्रयास अधिक सफल होगें।
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ममता बनर्जी
मेष लग्न एवं वृष राशि की हैं। गुरु, शनि एवं चन्द्रमा उच्च होकर क्रमशः चैथे, सातवें एवं दूसरे भाव में स्थित हैं। नवमांश में गुरु एवं बुद्ध वर्गोत्तम का है। यह स्थिति जातक को पूर्ण राजयोग कारी एवं शत्रुहन्ता बनाता है। आगामी वर्ष 2021 के प्रारम्भ के तीन माह मानसिक उलझन भरा होगा। विभिन्न षड़यन्त्रों एवं शत्रु द्वारा पीड़ा होगी। परन्तु अप्रैल माह से आगामी समय सफलता एवं उपलब्धियों भरा होगा। यद्यपि चुनाव परिणाम में पिछले चुनाव की अपेक्षा नुकसान दिख रहा है परन्तु मुख्यमंत्री पद बना रहेगा।
कांग्रेस एवं राहुल, सोनिया व प्रियंका
कांग्रेस के लिए वर्ष 2021 के वर्षफल को दिनांक 12 नवम्बर 1969 के कांग्रेस इन्दिरा गुट के निर्माण से देखना होगा। वृश्चिक राशि एवं मकर लग्न है जहाँ ‘मंगल’ लग्न में विराजमान है। वर्ष 2021 पूरी तरह मंगल के प्रभाव में रहेगा। संगठन के आन्तरिक मतभेद इसी तरह रहेगें। किसी स्थायी समाधान की और सहमति नहीं बन सकेगी। वास्तव में मंगल की महादशा कांग्रेस पर पिछले पांच वर्षों से प्रभावी है एवं संगठन तथा आन्तरिक कलह तभी से जारी है। अक्टूबर 2022 के अन्त तक ही इसके स्थायी समाधान की संभावना है। तत्पश्चात देश में होने वाले चुनाव में कांग्रेस पुनः सुदृढ़ हो सकेगी।
राहुल गांधी
धनु राशि एवं वृश्चिक लग्न के हैं। वर्ष 2021 में राहु एवं गुरु के प्रभाव में रहेगें। प्रियंका वृश्चिक राशि की हैं एवं मिथनु लग्न है। वर्ष 2021 में वह बुद्ध एवं शुक्र के प्रभाव में होगा। प्रियंका की लोकप्रियता बढ़ेगी जबकि राहुल लोकप्रियता में आगामी वर्ष कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं होगी। कांग्रेस संगठन में कपिल सिब्बल जैसे नेताओं का कद बढ़ेगा। श्रीमती सोनिया गांधी का स्वास्थ्य चिन्तनीय रहेगा। सामाजिक गतिविधियां सीमित होगीं। वर्ष 2021 के पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का उल्लेखनीय नुक्सान नहीं दिख रहा। आंशिक परिवर्तनों के साथ राज्यों में सरकारें बनी रहेंगी।
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बसपा एवं मायावती
मकर राशि एवं कर्क लग्न सुश्री मायावती के लिए वर्ष 2021 बुद्ध ग्रह के प्रभाव में रहेगा। स्वभाव से न्यूट्रल इस ग्रह के कारण मायावती की सामाजिक गतिविधियां लगभग नही ंके बराबर होंगीं । इसी के अनुरुप राजनीतिक गतिविधियां भी नहीं के बराबर होगी। बहुजन समाज के नेतृत्व से भी वंचित होना पड़ सकता है अर्थात् अस्तित्व के लिए संघर्ष का समय है।
सपा (श्री मुलायम सिंह, अखिलेश यादव एवं शिवपाल)
सपा के लिए वर्ष 2021 का समय खुला जनांदोलन के माध्यम से लोकप्रियता बटोरने का बेहतर समय है। वैसे तो कोई आधिकारिक राजनीतिक फायदा नहीं दिख रहा परन्तु जनाधार विस्तृत होने का शुभ अवसर है। सपा संरक्षक श्री मुलायम सिंह यादव का स्वास्थ्य चिंताजनक बना रहेगा। अखिलेश यादव व शिवपाल यादव साथ-साथ एक मंच पर आयेगें। कुटुम्ब के आपसी मतभेद कम होगें।
योगी आदित्यनाथ
मजबूर सिंह लग्न एंव कुम्भ राशि के हैं। मजबूत लग्न ने इन्हें कठोर परिश्रमी बनाया। वर्ष 2021 में केतु ग्रह के प्रभाव में रहेगें। यद्यपि वे विभिन्न समस्याओं का हल निकालने में सफल होगें परन्तु प्रदेश में बढ़ते अपराध को नियंत्रण में लाने के प्रयास सफल नहीं होेगे। करीबी लोगों के षड़यंत्र के कारण मानसिक पीड़ा होगी। प्रदेश में अर्थव्यवस्था एवं रोजगार की दिशा में किये गये प्रयास सफल होगे।