Automatic vs Manual Car: ऑटोमैटिक और मैनुअल कार में क्या होता है फर्क, कौन सी car का सौदा है फायदेमंद
Automatic vs Manual Car: ऑटोमैटिक और मैन्युअल कार में एक महत्वपूर्ण बुनियादी अंतर होता है। मैन्युअल कारें ड्राइवर को गियर बदलने की जिम्मेदारी देती हैं, जबकि ऑटोमैटिक कारें स्वचालित रूप से गियर बदलती हैं। मैन्युअल कारें आपको अधिक नियंत्रण और लिंगविस्थापन की सुविधा प्रदान करती हैं, जबकि ऑटोमैटिक कारें आपको शिफ्टिंग की तकनीकी मुश्किलों से बचाती हैं।
Automatic vs Manual Car: आजकल ऑटोमार्केट में स्मार्ट फीचर्स से लैस हाईटेक तकनीक वाली कारों का चलन बढ़ गया है। ऑटोमेकर कंपनियां अब अपने व्हीकल्स में ज्यादा से ज्यादा हाई क्वालिटी के सेंसर, इंटरनेट और कंप्यूटराइज्ड सिस्टम से चलने वाले फीचर्स को शामिल कर गाड़ियों को लॉन्च कर रहीं हैं। इन ऑटोमेटिक गाड़ियों में जबरदस्त सुविधाएं और कंफर्ट को शामिल किया जाता है। लेकिन इन्हीं खूबियों के साथ ही इन गाड़ियों की कीमतों में भी भारी इजाफा हो जाता है। जबकि मैन्युअल कार एक सामान्य फीचर्स के साथ बजट फ्रेंडली साबित होती हैं। आजकल जो कारें लॉन्च हो रही हैं वे एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है।
वहीं कई ऑटोमेकर कंपनियां अपने कस्टमर्स के बजट और उनकी डिमांड का खयाल रखते हुए मैन्युअल कार के साथ-साथ ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के ऑप्शन के साथ कारें लॉन्च कर रही हैं। आजकल कारों में AT और CVT गियरबॉक्स भी अब शामिल किया जा रहा है। सामान्य तौर पर देखा जाए तो ऑटोमार्केट में ऑटो मैन्युअल ट्रांसमिशन गियर बॉक्स लो बजट गाड़ियों में बेहद इकोनॉमिकल साबित हो रहा है। आइए जानते हैं कि ऑटोमैटिक और मैन्युअल गियर बॉक्स में क्या बुनियादी फर्क होता है और इस बात पर भी नजर डालते हैं कि इन दोनों ही विकल्पों में कौन सी गाड़ी लेना मुनाफे का सौदा साबित होता है। आइए जानते हैं इससे जुड़े डिटेल्स....
ऑटोमैटिक कार फीचर्स
ऑटोमैटिक गियर वाली गाड़ी की खूबी की बात करें तो सबसे ज्यादा सुविधाजनक होता है इनका ड्राइविंग एक्सपीरियंस। ऑटोमैटिक गियर बॉक्स वाली गाड़ियां मैन्युअल गियर बॉक्स वाली कारों की तुलना में कही। ज्यादा सुविधाजनक साबित होती हैं। ऑटोमैटिक गियर वाली गाड़ियों में सबसे ज्यादा कंफर्ट की बात ये होती है कि इन गाड़ियों में भीड़ भाड़- भाड़ वाली व्यस्त सड़को पर या फिर लॉन्ग जर्नी में क्लच को बार-बार क्लच दबा कर गियर चेंज करने का झंझट नहीं रहता। ऑटोमेटिक फीचर्स और एक्टिव सेंसर्स के चलते इन गाड़ियों में लगे इंजन पर दबाव के हिसाब से बिना कुछ किए ही जरूरत के हिसाब से ऑटोमैटिक गियर चेंज होता रहता है। यही वजह है कि ऑटोमैटिक गियर चेंज होने वाली तकनीक के चलते मैन्युअल गियरबॉक्स वाली कारों के मुकाबले ऑटोमैटिक गियर बॉक्स वाली गाड़ियों को चलाना बेहद आसान साबित होता है। अगर कोई कार चलाना सीख रहा है तो उसके लिए ऑटोमेटिक कार ड्राइव करना कोई मुश्किल काम नहीं होता। क्योंकि वाहन चालक को बार-बार स्पीड के हिसाब से खुद गियर नहीं चेंज करने पड़ते हैं।भीड़-भाड़ और खराब रास्तों पर ऑटोमैटिक कारों को चालान मैनुअल कारों की तुलना में कही ज्यादा सुविधाजनक होता है।
मैन्युअल ट्रांसमिशन कार की खूबियां
मैन्युअल ट्रांसमिशन कार की खूबियों की अगर हम बात करें तो इन कारों की सबसे बड़ी विशेषता होती है इनका कम बजट में उपलब्ध होना। भारत में आजकल ऑटोमेटिक कारों की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। खास कर इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में ऑटोमैटिक फीचर्स की भरमार है। ऐसे में मैन्युअल गियरबॉक्स वाली कारों की भारतीय ऑटो बाजार में हर वर्ष सबसे ज्यादा बिक्री होती है। मैन्युअल गियर बॉक्स से लैस गाडियां अपने दमदार इंजन पॉवर के चलते भी कहीं ज्यादा बेहतर साबित होती हैं। हिल स्टेशन पर ऑटोमैटिक गाड़ियां चढ़ाई में अक्सर फेल हो जाती हैं, जबकि दमदार इंजन पावर के चलते मैन्युअल कार हर तरह के रास्तों पर सफर तय करने के लिए पूरी तरह मुफीद साबित होती है।
मैन्युअल गियरबॉक्स वाली गाड़िया ऑटोमेटिक गियरबॉक्स वाली कारों की मुकाबले मेंटीनेस पर बेहद कम खर्च आता है। जबकि किसी भी गाड़ी की सबसे बड़ी खूबी उसका रेंज होती होती है। मैन्युअल इंजन बॉक्स से लैस गाडियां माइलेज के मामले में भी अपनी कीमतों की तरह ऑटोमेटिक गाड़ियों को मात देती हुई नजर आती हैं।