Electric VS Hybrid: Electric व्हीकल्स से कहीं ज्यादा लुभा रहीं Hybrid गाड़ियां, इस सेगमेंट में मिलेंगी ढेरों खूबियां
Electric VS Hybrid Vehicles: मार्केट में इलेक्ट्रिक के साथ ही साथ पेट्रोल और डीजल ऑप्शन के साथ पेश की जाने वाली हाइब्रिड गाड़ियों की डिमांड और भी ज्यादा चौकाने वाली है।
Electric VS Hybrid Vehicles: पर्यावरण अनुकूल ईंधन का प्रयोग करने वाले वाहनों के विकल्प में इलेक्ट्रिक वाहनों को ऑटोमार्केट में लॉन्च किया गया। जिसके बाद घरेलू बाजार में इस साल की दूसरी तिमाही में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री में 120 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसी के साथ मार्केट में इलेक्ट्रिक के साथ ही साथ पेट्रोल और डीजल ऑप्शन के साथ पेश की जाने वाली हाइब्रिड गाड़ियों की डिमांड और भी ज्यादा चौकाने वाली है। हाल ही में आई ताजा रिपोर्ट के अनुसार यह बात सामने आई है कि हाइब्रिड कारों की मांग में 400 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। ज्यादातर ग्राहक किफायती हाइब्रिड मॉडल की डिमांड करते नजर आते हैं।
हाइब्रिड कारों में डीजल या फिर पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल होता है। इसलिए भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ईंधन की खपत अधिक होने की संभावना रहती है। इससे माइलेज पर सीधा प्रभाव पड़ता है। पर हाइब्रिड कारों में अपनी खास खूबियों के तहत गति धीमी होने पर बैटरी विकल्प पर चलती हैं जिससे डीजल या पेट्रोल जैसे महंगे और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले ईंधन की खपत नहीं होती है। हाइब्रिड गाड़ी की एक और सबसे बड़ी खूबी है कि इसमें शामिल बैटरी गाड़ी के चलने के साथ ही साथ खुद ब खुद चार्ज हो जाती हैं।
घरेलू बाजार में बढ़ रही ग्राहक इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियों की लोकप्रियता
भारतीय ऑटोमार्केट में बाजार का रुख काफी बदलाव के दौर से गुज़र रहा है। अब घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक के साथ हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ती जा रही है। ये रनिंग कॉस्ट के मामले में किफायती होने के साथ ही पर्यावरण अनुकूल भी साबित होती हैं। जोकि मौजूदा समय में सबसे बड़ी अवश्यकता बन चुकी है। मार्केट में हाइब्रिड कारों के चार वेरिएंट बिक्री किए जाते हैं। जो कि क्रमशः प्लग-इन हाइब्रिड, माइल्ड हाइब्रिड कार, स्ट्रांग हाइब्रिड कार,इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर कार।
इलेक्ट्रिक वाहन EV में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर
हाइब्रिड कारों के इस वेरिएंट की खूबियों की बात करें तो इलेक्ट्रिक वाहन EV में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर कार की बैटरी ड्रेन होने के बाद भी ये रेंज एक्सटेंडर इंजन को चालू रखता है। इलेक्ट्रिक हाइब्रिड कारों में शामिल यह एक इलेक्ट्रिक जनरेटर की तरह काम करता है।
प्लग-इन हाइब्रिड
प्लग-इन हाइब्रिड गाड़ियों की खूबियों की बात करें तो इन्हें PHEV भी कहा जाता है। प्लग इन हाइब्रिड कारों में भी फ्यूज इंजन और बैटरी पैक दोनों लगा हुआ है। एक बार बैटरी खत्म होने के बाद यह गाड़ी फ्यूल पर चलने लगती है।हालांकि, इन गाड़ियों का चलन देश में अभी लोकप्रिय नहीं हुआ है।
स्ट्रांग हाइब्रिड कार
सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाली लोकप्रिय हाइब्रिड कारों की रेंज में शुमार स्ट्रांग हाइब्रिड कार की खूबियों की बात करें तो भारतीय ग्राहकों द्वारा इनकी तगड़ी मांग रहती है। स्ट्रांग हाइब्रिड कारें लगभग 30-40 की स्पीड में बैटरी से चलती हैं और एक तय स्पीड के बात अपने आप फ्यूल पर चलने लगती हैं। ये हाइब्रिड कार फ्यूल इंजन के साथ एक पॉवरफुल बैटरी पैक के साथ बिक्री की जाती हैं। जिससे गाड़ी की माइलेज बढ़ जाती है।
माइल्ड हाइब्रिड कार
माइल्ड हाइब्रिड कार की खूबियों की बात करें तो हाइब्रिड सिस्टम में ये टेक्नालॉजी सबसे हल्की पॉवर देने वाली हाइब्रिड कार में शुमार होती हैं। इस कार में भी फ्यूल इंजन होता है और ये इंजन इलेक्ट्रिक मोटर के सपोर्ट से पावर जनरेट करता है। इससे कार का माइलेज पर हल्का फुल्का प्रभाव पड़ता है। माइल्ड हाइब्रिड कार में एक इलेक्ट्रिक मोटर और एक बैटरी ऑफर की जाती है।