India Biggest Car Bazar: विश्व पटल पर तैयार है भारत, 2028 तक बनेगा सबसे बड़ा कार बाजार, चीन, अमेरिका भी रह जाएंगे पीछे
India Biggest Car Bazar by 2028: साल 2022 में यात्री और कमर्शियल सहित कुल 4.25 मिलियन से अधिक वाहनों की बिक्री के साथ भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल व्हीकल मार्केट बन चुका है| अब भारत देश दुनियां का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल व्हीकल मार्केट का खिताब अपने नाम कर चुका है।
Biggest Car Bazar India 2028: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑटो सेक्टर में सभी दिग्गज देशों को पीछे छोड़ते हुए भारत देश विश्वपटल पर एक गौरवशाली इबारत दर्ज करने को पूरी तरह से कमर कस चुका है। साल 2022 में यात्री और कमर्शियल सहित कुल 4.25 मिलियन से अधिक वाहनों की बिक्री के साथ भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल व्हीकल मार्केट बन चुका है। अभी तक इस क्षेत्र में अपना प्रभुत्व जताने वाले दो देश चीन और अमेरिका दुनिया के पहले दो इंपोर्ट और एक्सपोर्ट ऑटोमोबाइल बाजार हैं, लेकिन अब यह फिगर बदल चुका है। अब भारत देश दुनियां का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल व्हीकल मार्केट का खिताब अपने नाम कर चुका है। आइए जानते हैं इस खबर से जुड़े डिटेल्स के बारे में.....
क्या कहते हैं मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आरसी भार्गव का मानना है कि अगले 5 सालों में इंडिया का ऑटोमोबाइल बाजार यूएस और चीन को भी पीछे छोड़ सकता है। भारत को ओईएम यानि मूल उपकरण निर्माता से नए निवेश मिलेंगे और एक्सपोर्ट में लाभ मिलेगा।
हाल ही में एक इंटरव्यू में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने कहा कि चीन और अमेरिका को पछाड़ते हुए भारत 2028 तक, अगले 5 वर्षों में विश्व का सबसे बड़ा कार बाजार बन जाएगा।
इन्वेस्टमेंट की प्रबल संभावनाएं
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कई विदेशी ऑटोमेकर कंपनियां अब भारत देश के ऑटोमोबाइल मार्केट में इन्वेस्टमेंट के साथ साथ काम करने को तैयार हैं। जिनमें जापानी कंपनी मारूति
मारुति सुजुकी, एमजी मोटर्स, हुंडई जैसी कई कंपनियों ने एक बड़ी राशि के तौर पर भारतीय बाजार में इन्वेस्टमेंट की योजना पर अपना कदम बढ़ा दिया है। जिनमें हुंडई का लक्ष्य अगले 10 वर्षों में तमिलनाडु में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है वहीं एमजी मोटर इंडिया अगले पांच वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की योजना पर काम कर रही है। मारूति सुजुकी ने हाल ही में सोनीपत, हरियाणा में अपने खरकोदा संयंत्र के लिए 18,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है, जिसे अगले 7 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है।
मिलियन कारों की हुई बिक्री
भार्गव ने स्वीकार किया कि चीन को पछाड़ना उसके बहुत बड़े बाजार के कारण अधिक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जहां कार की बिक्री अधिक है। उदाहरण के लिए, 2022 में, चीन ने सभी कैटिगरीज में भारत की 20.75 मिलियन यूनिट्स की तुलना में 26.86 मिलियन ऑटोमोबाइल बेचे।जबकि भारत में कुल 20.75 मिलियन वाहनों की बिक्री की गई। भारत देश में, पिछले वर्ष दिसंबर 2022 में, यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, दोपहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिलों की कुल 1,557,238 यूनिट्स का प्रोडक्शन हुआ था। ग्लोबल वाहन निर्माता ब्रैंड्स ने चीन में बिक्री में गिरावट देखते हुए अब वे भारत में अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं। भारत देश में बढ़ते इकोनॉमिकल स्ट्रक्चर और यंग जेनरेशन की बढ़ती स्ट्रेंथ इस बड़े बदलाव की मुख्य वजह हैं।