Traffic Rules in The World: आखिर विदेश में क्यों है राइट और भारत में लेफ्ट ड्राइविंग रूल, जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह
Traffic Rules in The World: कई देशों में गाड़ियां सड़क के दायीं ओर यानि राइट हैंड साइड पर चलती हैं, जबकि उनकी स्टीयरिंग बाई ओर होती है। वहीं इसके उलट भारत में गाड़ियां सड़क पर बायीं ओर यानि लेफ्ट हैंड साइड चलती हैं, लेकिन उनकी स्टीयरिंग ठीक उसके विपरीत यानी दाहिनी तरफ होती है।
Traffic Rules in The World: क्या आपने कभी सोचा है कि देश विदेश में गाड़ियों के ड्राइव करने की दिशा में फर्क क्यूं होता है और इससे आखिर क्या लाभ होता है। क्या इस नियम के अनुसार ही अलग अलग देशों की गाड़ियों की बनावट में भी फर्क होता है। अगर आपने गौर किया हो तो हम पाते हैं कि कुछ देशों में गाड़ियां सड़क के दायीं ओर यानि राइट हैंड साइड पर चलती हैं, जबकि उनकी स्टीयरिंग बाई ओर होती है।
वहीं इसके उलट भारत में गाड़ियां सड़क पर बायीं ओर यानि लेफ्ट हैंड साइड चलती हैं, लेकिन उनकी स्टीयरिंग ठीक उसके विपरीत यानी दाहिनी तरफ होती है। इसके पीछे एक खास वजह ये है कि हर देश की अपनी भौगोलिक स्थिति और नियम होते हैं। ऐसा ही एक नियम गाड़ियों की ड्राइविंग से सम्बंधित है जो कि कई देशों में अलग अलग है। आइये इस लेख में जानते हैं कि भारत में लेफ्ट ड्राइविंग क्यों की जाती है और विश्व के अन्य देशों में इसके क्या नियम हैं, आइए इस दाएं और बाएं ड्राइविंग रूल को विस्तार से समझते हैं...
कितने देशों में लागू है लेफ्ट और राइट के नियम
सभी यूरोपीय देशों (ब्रिटेन, आयरलैंड, माल्टा और साइप्रस को छोड़कर) में सड़क पर राइट हैंड साइड चलने का नियम है। जानकारी के मुताबिक, इस समय दुनिया में लगभग 163 देशों में सड़क पर दायीं यानि राइट हैंड चलने के नियम का है। वहीं 76 देशों में सड़क पर बायीं ओर यानि लेफ्ट हैंड साइड चलने का नियम लागू है। चीन में सड़क पर दायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है, लेकिन चीन के आधिपत्य वाले हांगकांग और मकाऊ में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का अनुसरण किया जाता है।
18वीं शताब्दी में हुई दायीं ओर से चलने की शुरुआत
18वीं शताब्दी में दायीं ओर से चलने की शुरुआत हुई थी। ऐसा माना जाता है, कि सदियों पहले सदियों सडकों पर बायीं ओर (लेफ्ट हैंड साइड) चलने के नियम का ही पालन किया जाता था। लेकिन सडकों पर दायीं ओर (राइट हैंड साइड) चलने की शुरुआत पहली बार 18वीं शताब्दी में हुई थी. जानकारी के मुताबिक, रोमन साम्राज्य में सड़कों पर बायीं ओर चलने का नियम था।1300 ईस्वी में, पोप बॉनिफेस अष्टम ने आदेश दिया कि दुनिया के विभिन्न देशों से रोम की ओर आने वाले लोगों को अपनी यात्रा के दौरान सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का पालन करना चाहिए। इसके बाद 17वीं शताब्दी के अंत तक लगभग सभी पश्चिमी देशों में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का ही अनुसरण किया गया।
अपने देश क्यूं बना बाईं ओर चलने का नियम
अपने देश में बाईं ओर चलने का नियम बनाने के पीछे एक बहुत बड़ी वजह छिपी हुई है। ब्रिटेन में कभी भी टीमस्टर्स को नहीं चलाया गया और इस वजह से ब्रिटेन में सड़क संबंधी नियमों में बदलाव की जरुरत नहीं पड़ी। ब्रिटेन ने भारत पर लगभग दो सदियों तक राज किया। जिसे भारत में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम की वजह बताया जाता है। वहीं 1756 में इंग्लैंड बायीं ओर चलने के नियम को कानूनी रूप दे चुका था।
टीमस्टर्स' से हुई दाईं ओर चलने की शुरुआत
अमेरिका में 18वीं शताब्दी में 'टीमस्टर्स' (एक बड़ी घोड़ा-गाड़ी) की शुरुआत हुई। इस गाड़ी को कई घोड़ों द्वारा खींचा जाता था। इसे चलाने वाला बायीं ओर बैठकर, दाएं हाथ से चाबुक से सभी घोड़ों पर कंट्रोल रखता था। यही वजह अमेरिका में सड़क पर बायीं ओर चलने के नियम का कारण बनी। इस नियम को सबसे पहले 1792 में अमेरिका में लागू किया गया था। जिसके चलते सड़क पर चलने के नियम में बदलाव कर, इसे दाईं ओर किया गया।