Automatic Parking Assist: क्या है ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट सिस्टम, कैसे दिलाएगा कार चालकों को पार्किग की समस्या से निजात

Automated Parking Assistance System: ट्रैफिक कंट्रोल की चुनौती को संभालने के साथ ही गाड़ियों को पार्क करना भी एक बड़ी समस्या बन चुका है। अंडर ग्राउंड पार्किंग की व्यवस्थाएं तेज़ी के साथ विस्तार ले रहीं हैं बावजूद इसके ये समस्या जस की तस बनी हुई है।

Written By :  Jyotsna Singh
Update: 2023-11-16 11:04 GMT

Automatic Parking Assist System in car  (photo: social media )

Automatic Parking Assist: वाहनों की तेज़ी से बढ़ती संख्या के साथ अब सड़कों पर लगातार ट्रैफिक का लोड भी बढ़ता जा रहा है। दिल्ली और मुंबई जैसी मेट्रोपॉलेटिन सिटी अब तक हैवी ट्रैफिक के लिए जानी जाती थी, लेकिन ये नजारा हर शहर और राज्य में आम हो गया है। ऐसे में ट्रैफिक कंट्रोल की चुनौती को संभालने के साथ ही गाड़ियों को पार्क करना भी एक बड़ी समस्या बन चुका है। अंडर ग्राउंड पार्किंग की व्यवस्थाएं तेज़ी के साथ विस्तार ले रहीं हैं बावजूद इसके ये समस्या जस की तस बनी हुई है। ऐसे में वाहन मालिकों के लिए गाड़ी को पार्क करना भी चैलेंजिंग भूमिका निभाने जैसा काम होता है। खासकर तब जब कार को भीड़-भाड़ वाली जगह पर पार्क करना पड़े या पार्किंग में भी बेहद लिमिटेड स्पेस बचा हो ऐसी स्थिति में अपनी कार को पार्क करना और भी ज्यादा दिक्कत की वजह बन जाता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए

अब अपनी अप कमिंग कारों को ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट फीचर से लैस कर उन्हें बिक्री के लिए मार्केट में पेश कर रहीं हैं। इस फीचर की मदद से आप ऑटोमैटिक तरीके से गाड़ी को पार्क कर सकते हैं। वहीं हुंडई जैसी कई कार कंपनियां गाड़ियों के लिए रिमोट पार्किंग और मल्टी-डायरेक्शनल पार्किंग तकनीक को भी अपनी गाड़ियों में शामिल करने की तैयारी कर रहीं हैं। इस तकनीक की मदद से आप अपनी गाड़ियों को केवल रिमोट की मदद से ही पार्क करने में सक्षम होंगे। वर्तमान समय में भारतीय बाजार में कई ऐसी गाड़ियां बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, जिसमें ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम को शामिल किया गया है। इस खास फीचर से लैस इन गाड़ियों में बेंटले कॉन्टिनेंटल, पोर्शे 718 और BMW की X5 जैसी गाड़ियों का नाम प्रमुखता के साथ आता है। इसी के साथ कई विदेशी ऑटोमेकर कंपनियां भारत में ट्रैफिक व्यवस्था के हिसाब से ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट सिस्टम को अपडेट कर वाहन का निर्माण कर रही है।

इसमें भारत में निर्मित की जा रही टेस्ला कार का नाम सबसे पहले आता है, भारत में अपना मॉडल-3 और मॉडल-Y लाने वाली हैं साथ ही भारत में AI फीचर्स से लैस कार को पेश करेगी।ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट सिस्टम फीचर को कई अन्य कंपनियां इस समय अपने वाहनों में लैस करने पर काम कर रही हैं।आइये जानते हैं ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट सिस्टम से जुड़े डिटेल्स के बारे में....

क्या है ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक?

ट्रैफिक और पार्किंग की बढ़ती समस्या के बीच ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक खासा लोकप्रिय होती जा रही है साथ ही वाहन चालकों के लिए काफी मददगार भी साबित हो रहा है। इस फीचर की मदद से गाड़ियों को वर्टिकल पार्क करना बेहद आसान हो जाता है। ये सिस्टम वाहन चालक की हेल्प से गाड़ी को पार्क करता है। कार चालक को जब अपनी अपनी गाड़ी को पार्किंग में रखना होता है तो पार्किंग स्थल पर जाकर ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम को चालू करने के लिए मौजूद बटन दबाकर इस सिस्टम को ऑन कर देते हैं। इस सिस्टम के एक्टिवेट होने के बाद गाड़ी खुद ब खुद पार्किंग के चारों ओर मौजूद खाली स्पेस की जांच करती है बस इस दौरान चालक को गाड़ी का गियर बदलने की जरूरत होती है। गाड़ी सिस्टम से मिले कमांड के चलते जरूरत के अनुसार अपनी स्टीयरिंग और स्पीड बदलती है। खाली स्पेस को डिडेक्ट कर खुद ब खुद पार्क हो जाती है।


ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम फीचर्स

ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम की की खूबियों केवाईसीअल्ट्रासोनिक सेंसर, 360 डिग्री कैमरा की मदद से पार्किंग की समीक्षा करता है और गाड़ी में लगे कंप्यूटर सिस्टम को लगातार इसकी जानकारी देते रहता है।

इसके बाद कंप्यूटर सिस्टम सेंसर द्वारा भेजे गए डाटा की जांच करता है। यदि सामने कोई गाड़ी है तो ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम इसकी जानकारी डैशबोर्ड पर देता है। जरूरत पड़ने पर यह अपने आप गाड़ी की स्पीड भी कम कर देता है ताकि टक्कर से बचाव किया जा सके।


ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम से वाहन चालकों को क्या है लाभ?

ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम की मदद से वाहन चालकों को गाड़ी को सिर्फ पार्क ही नहीं, बल्कि पार्किंग से निकालना भी उतना ही आसान हो जाता है।

यह सिस्टम पार्किंग के दौरान लगने वाले लंबे समय में कटौती कर बेहद कम समय में ही आपकी गाड़ी को पार्क कर देता है। ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम की मदद से ज्यादा से ज्यादा कारों को एक कॉम्पैक्ट पार्किंग एरिया में आसानी से पार्क किया जा सकता है। साथ ही आपकी महंगी। गाड़ियों में स्क्रैच और ठोकर आदि लगने का भी खतरा नहीं रही रहता है।


ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम फीचर्स

ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम के फीचर्स की बात करें तो गाड़ी में लगे कंप्यूटर सिस्टम को अल्ट्रासोनिक सेंसर, 360 डिग्री कैमरा की मदद से पार्किंग निर्देश देने का काम करता है।

इसके बाद कंप्यूटर सिस्टम सेंसर द्वारा भेजे गए डाटा की जांच करता है। यदि सामने कोई गाड़ी है तो ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम इसकी जानकारी डैशबोर्ड पर भेज देता है। दूसरी किसी गाड़ी से बचाव के लिए आप गाड़ी की स्पीड को जरूरत के मुताबिक कम और ज्यादा भी कर सकता है।


लोगों को भा रही ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक से लैस गाड़ियां

देश में पिछले कुछ वर्षों में ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम वाली गाड़ियों की बिक्री में तेज़ी आई है। कार चलाने से ज्यादा मुश्किल काम पार्किंग बन गया है, इसी के साथ महंगी कारों में दूसरी कारों से खरोंच लगने या उनसे टकराने से बड़े नुकसान का भी डर बना रहता है। यही खास वजहें हैं कि ग्राहक से लेकर कार निर्माता अपनी कारों में पार्किंग असिस्टेंस फीचर को खासा महत्व दे रहें हैं। नए कार चालकों के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।

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