Bihar Journalist Murder: पत्रकार विमल यादव हत्याकांड मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, विपक्ष के निशाने पर नीतीश सरकार
Bihar Journalist Murder Case: पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो ऐसे हैं, जो हत्या के दौरान मौके पर मौजूद थे।
Bihar Journalist Murder Case: बिहार के अररिया जिले के रहने वाले पत्रकार विमल यादव की हत्या का मामला गरमाया हुआ है। हमलवारों ने जिस तरह सुबह-सुबह गोलियों से पत्रकार को भून दिया, वह राज्य में विधि-व्यवस्था के स्तर को दर्शाता है। पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो ऐसे हैं, जो हत्या के दौरान मौके पर मौजूद थे। पुलिस इनसे से पूछताछ कर अन्य आरोपियों के बारे में पता लगा रही है।
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बिहार पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि पत्रकार विमल यादव हत्याकांड मामले में रानीगंज पुलिस ने 8 लोगों को आरोपी बनाया है। जिनमें से चार आरोपियों विपिन यादव, आशीष यादव, भावेश यादव और उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन चारों की गिरफ्तारी अलग-अलग जगहों से हुई है।
2 आरोपी जेल में बंद और 2 चल रहे फरार
अररिया की रानीगंज पुलिस ने बताया कि पत्रकार विमल यादव के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह के बयान पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिन 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उनमें से चार गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, दो अभियुक्त वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में होने के कारण जेल में बंद हैं। जिनमें से रूपेश यादव सुपौल जेल में और क्रांति यादव अररिया जेल में बंद है। इन दोनों अभियुक्तों को विधिवत रिमांड पर लेने की कार्यवाही की जा रही है।
इस मामले में बचे दो अन्य नामजद अभियुक्त फरार चल रहे हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश चौधरी ने चार टीमों का गठन किया है, जो छापेमारी कर रही है। आरोपियों से संबंधित ठिकानों पर पुलिस टीम दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि बचे दोनों अभियुक्त भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
पत्रकार हत्याकांड पर राजनीति गरमाई
सीमांचल के अररिया जिले के रानीगंज थानाक्षेत्र में सरेआम किसी पत्रकार की उसके घर में हत्या ने बिहार में सियासी भूचाल ला दिया है। वारदात को लेकर महागठबंधन सरकार और सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एनडीए के नेताओं के निशाने पर हैं। चूंकि गृह विभाग मुख्यमंत्री के ही पास है, इसलिए बीजेपी और उनके सहयोगी दलों के निशाने पर सबसे अधिक वहीं हैं। वहीं, सत्तारूढ़ दल के नेता उनका बचाव करने में लगे हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने बिहार सीएम पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, ऐसा लगता है कि नीतीश बाबू का मुंगेरीलाल का हसीन सपना, बिहार के लिए एक दुःस्वप्न बन गया है, अराजकता का राज हो गया है, हत्याओं का अंतहीन सिलसिला शुरू हो गया है। पत्रकार, विधायक और इंस्पेक्टर सभी जंगलराज का दंश झेल रहे हैं।
शुक्रवार को हुई थी पत्रकार की हत्या
कल यानी शुक्रवार 18 अगस्त की सुबह 5 बजे रानीगंज थाना क्षेत्र में प्रेमगनर साधुआश्रम वार्ड संख्या पांच में रहने वाले पत्रकार विमल यादव को घर से बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्हें उनके घर के दरवाजे पर मौत के घाट उतारा गया था। हमलावरों की संख्या 4 थी और वे बाइक से आए थे। पत्रकार विमल के छोटे भाई की भी 2019 में अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में वह इकलौते गवाह थे। परिवार का कहना है कि उन्हें पिछले कुछ समय से जान से मारने की धमकी मिल रही थी।