Bihar: भागलपुर में श्रद्धा मर्डर से भी ज्यादा निर्मम हत्याकांड, बीच सड़क शकील ने काटे नीलम के दोनों हाथ और स्तन
Bihar Crime News: बिहार के भागलपुर जिले में एक महिला की निर्मम हत्या की गई। हत्या आरोपी शकील ने महिला के स्तन, दोनों हाथ और कान धारदार हथियार से काट डाले।
Bihar Crime News: बिहार के भागलपुर जिले में श्रद्धा मर्डर केस से भी ज्यादा रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है। इस भयावह घटना के बारे में जिसने भी सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। पहली बार तो ये लगा आखिर कोई इतना निर्मम हो कैसे सकता है। भागलपुर जिले के पीरपैंती (Pirpainti) की रहने वाली नीलम देवी(Nilam Devi) की हत्या शकील नामक शख्स ने अपने भाई के साथ मिलकर अंजाम दिया।
इस हत्याकांड में आरोपी शकील और उसके भाई ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। आरोपी शकील ने सबसे पहले नीलम को धक्का देकर गिरा दिया। फिर उसने नीलम के शरीर से एक-एक अंग को काटना शुरू किया। धारदार हथियार से शकील ने महिला के स्तन काटे। फिर उसके दोनों हाथ, कान सहित अन्य अंगों को काटने लगा। बताया जाता है शकील नीलम के पैर भी काटना चाहता था। मगर, तभी उसे अहसास हुआ कि उस तरफ कोई आ रहा है। जिसके बाद शकील मौके से फरार हो गया।
क्या था मामला?
जानकार बताते हैं कि, ये मामला शकील के चरित्र से जुड़ा था। आरोपी शकील ने जिस नीलम देवी की हत्या की है, उसके पति अशोक ने इस मामले पर अलग ही बात कही है। मृतका के पति का कहना है कि, शकील उसी गांव का निवासी है जहां उसके किराने की दुकान है। नीलम के पति अशोक ने शकील पर आरोप लगाया था कि उसका चरित्र ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि, शकील आए दिन नीलम के पास बैठा जाया करता था। बिना काम के ही वो घंटों बैठा रहता था। दरअसल, नीलम भी किराने की दुकान चलाने में अपने पति का हाथ बंटाती थी। नीलम जब दुकान पर होती थी तो शकील दुकान पर आकर बैठ जाया करता था।
चरित्र पर सवाल, नहीं हुआ बर्दाश्त
अशोक ने बताया, एक दिन नीलम ने शकील से बातों-बातों में कहा कि, तुम्हारा चरित्र सही नहीं है। तुम मेरी दुकान पर मत आया करो। नीलम को इस प्रकार बिना काम शकील के उसके दुकान पर घंटों बैठना अच्छा नहीं लगता था। मृतका के पति के मुताबिक, इस घटना के बाद शकील ने उसकी दुकान पर बैठना छोड़ दिया था। लेकिन, चरित्र पर उठे सवाल को शकील बर्दाश्त नहीं कर पाया। वो अंदर ही अंदर घुटता रहा। जिसका अंजाम नीलम की निर्दयतापूर्ण हत्या के रूप में सामने आया।
घात लगाकर कर रहा था इंतजार
मृतका नीलम देवी के बेटे कुंदन ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'पीरपैंती बाजार से लौटने के दौरान सिंघिया पुल के पास उसने अपनी मां को साइकिल से उतार दिया था। उसे किसी अन्य काम से वहीं रुकना। जिसके बाद नीलम साइकिल से उतरकर पैदल ही घर की तरफ जाने लगी। शायद शकील को इस बात का अंदाजा था। वह घात लगाकर नीलम का इंतजार कर रहा था। शकील ने महिला को अकेला पाकर उस पर हमला बोल दिया। शकील ने नीलम को अकेला आते देख उसे दबोच लिया और अपने भाई के साथ मिलकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
श्रद्धा हत्याकांड से भी अधिक निर्ममता
शकील ने सुनसान बीच सड़क पर नीलम पर हमला बोल दिया ,पहले उसने पीड़िता को निर्वस्त्र किया। फिर, बारी-बारी से उसके शरीर के अंगों को काटने लगा। शकील ने मृतका के दोनों हाथ काट डाले। उसकी आंखों को चाकुओं से गोद डाला। दोनों कान काट डाले। और तेज धारदार हथियार से स्तन भी काट डाले। इसी दौरान शकील को किसी के आने की भनक लगी तो घायल महिला को बीच सड़क छोड़ भाग खड़ा हुआ। आनन-फानन में घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां नीलम ने दम तोड़ दिया।
इलाके में माहौल तनावपूर्ण
इस निर्मम हत्याकांड के बाद बिहार पुलिस महकमे में हलचल तेज है। पुलिस नहीं चाहती कि इस मामले को किसी प्रकार सांप्रदायिक रंग दिया जाए। मौके का लाभ उठाने वाले इसी केस को गलत दिशा में ले जाएं। बिहार पुलिस माहौल खराब न हो, इसलिए भागलपुर में हुए इस वारदात को लेकर बेहद संवेदनशील है। इलाके में माहौल तनावपूर्ण है।