Bihar Politics: गठबंधन टूटने पर BJP का का वार, कहा नितीश ने दिया बिहार की जनता को धोखा
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में मंगलवार का दिन खास रहा। नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया। हालांकि, कई दिनों से बीजेपी और जेडीयू के बीच खटास की ख़बरें आ रही थी।
Bihar BJP Press Conference : बिहार की सियासत में आज बड़ा उलटफेर देखने को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते कई दिनों से चल रहे सियासी घमासान का पटाक्षेप कर दिया। नीतीश की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने मंगलवार (09 अगस्त 2022) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) से गठबंधन तोड़ लिया। नीतीश राज्य की बड़ी विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से मिलकर प्रदेश में नई सरकार बनाने जा रहे हैं। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
नीतीश कुमार अब विपक्षी दलों के साथ मिलकर एक बार फिर बिहार की सत्ता में काबिज होने जा रहे हैं। बिहार के इसी घटनाक्रम पर भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार शाम एक प्रेस कांफ्रेंस किया। बीजेपी ने नीतीश कुमार पर जनता के साथ धोखा देने का आरोप लगाया। प्रेस कांफ्रेंस में बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल (Bihar BJP President Sanjay Jaiswal), बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad), बीजेपी विधायक नितिन नवीन (Nitin Naveen) आदि मौजूद थे।
74 सीटें जीतने के बाद भी नीतीश को CM बनाया
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, 'साल 2020 के चुनाव में NDA गठबंधन के तहत हम सभी ने चुनाव लड़ा था। बिहार की जनता ने बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड को जनादेश दिया। बीजेपी 74 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। बावजूद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जी ने जो वादा किया था, उसे निभाया। हमने उस वादे को पूरा करते हुए नीतीश कुमार को इस गठबंधन का मुख्यमंत्री बनाया।'
बिहार की जनता के साथ धोखा हुआ
संजय जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कि 'आज राज्य की राजनीति में जो कुछ भी हुआ, वह बिहार की जनता और भारतीय जनता पार्टी के साथ धोखा है। यह उस जनादेश का उल्लंघन है, जो बिहार की जनता ने हमें दिया था। प्रदेश की जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।'
..सही जवाब नीतीश कुमार ही देंगे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया ने जब सवाल पूछा तो संजय जायसवाल ने कहा, कि 'आज जो कुछ भी हुआ, उसका सही जवाब मुख्यमंत्री ही दे सकते हैं। ये जनता के साथ धोखा है। साल 2017 की जो परिस्थितियां बनीं थीं, उसके बारे में वो खुद बताएं। बताएं कि उस भ्रष्टाचार में अब क्या अंतर आ गया। साथ ही, उन बातों में क्या अंतर आ गया।'
रविशंकर प्रसाद क्या बोले?
दरअसल, मंगलवार शाम बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक हुई। इस दौरान बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा, 'लालू यादव के जंगलराज और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आए थे। साल 2000 में हमें बहुमत नहीं था। तब भी बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने कहा, आज नीतीश कुमार का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी उनके दल को तोड़ने का काम किया है। यह आरोप सरासर झूठा है। वर्ष 2013 में नीतीश एनडीए से अलग हुए थे। फिर महागठबंधन में गए। 2017 में महागठबंधन से NDA में आए। साल 2022 में आज फिर वापस महागठबंधन में चले गए।
'हमने सीएम बनाया, लेकिन वो पलट गए'
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा मजाक बनाकर रख दिया। उन्होंने कहा, बीजेपी ने नीतीश कुमार की हमेशा मदद की। 2019 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने JDU को ज्यादा सीटें देने के लिए अपने सीटिंग सांसदों का टिकट काटा। 2020 में जदयू 43 सीट हासिल की। बिहार का विकास तेजी से हो इसीलिए बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन वह तो आज पलट गए।
गिरिराज सिंह के निशाने पर नीतीश
पटना में बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक खत्म हो गई। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा जागी है। बिहार की जनता उनको फिर सबक सिखाएगी। अगर, उनमें हिम्मत है तो बताएं कि उनको कौन तोड़ेगा। वो बिहार की राजनीति को तोड़ने वालों में शामिल हो गए हैं। नीतीश जीवन में कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।'
नीतीश भाजपा के साथ क्यों थे?
BJP की कोर कमेटी की बैठक में राधामोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, संजय जायसवाल समेत कई नेता मौजूद थे। बैठक से पहले प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार पर धोखा दिया है। वहीं रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि 2020 में नीतीश भाजपा के साथ क्यों थे? इसके बाद 2017 में भी वे साथ आए। 2019 में लोकसभा और 2020 में विधानसभा चुनाव भी मिलकर लड़ा। अब ऐसा क्या हुआ जो हम खराब हो गए।'