Bihar Politics: राष्ट्रपति पद के लिए नीतीश कुमार का नाम उछलने पर गरमाई बिहार की सियासत

Bihar Politics: राष्ट्रपति पद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम सामने आने के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है।;

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-02-23 14:00 IST

बिहार मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार (Social Media)

Bihar Cm Nitish Kumar: देश में अगले राष्ट्रपति पद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar presidential candidate) का नाम उछलने के बाद बिहार (Bihar today live news) की सियासत गरमा गई है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana Chief Minister K Chandrashekhar Rao) की ओर से इस बाबत की गई पहल के बाद बिहार की सियासत में भी भूचाल आ गया है। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar cm Nitish kumar) इन चर्चाओं को पूरी तरह निराधार और बेदम बता रहे हैं।

 मगर बिहार के विभिन्न राजनीतिक दोनों ने खुलकर इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया जतानी शुरू कर दी है। कांग्रेस (Congress) के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और विधानपरिषद सदस्य समीर सिंह ने नीतीश कुमार को इस पद के लिए योग्य बताकर नया शिगूफा छोड़ दिया है।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी नीतीश को राष्ट्रपति पद के लिए पूरी तरह उपयुक्त बताया है। हालांकि राज्य के मुख्य विपक्षी दल राजद का मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राष्ट्रपति पद के लिए नाम उछालकर सिर्फ हवा बनाने का काम किया जा रहा है मगर भाजपा ऐसा कतई नहीं होने देगी। 

केसीआर की पहल से उछला नीतीश का नाम 

मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल जुलाई में समाप्त होना है। मगर उसके पहले ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री ही केसीआर नीतीश की उम्मीदवारी को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने इस बाबत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार से चर्चा की है। कुछ दिनों पहले केसीआर की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बातचीत हुई थी। 

केसीआर और ममता की ओर से गैर भाजपाई और गैर कांग्रेसी तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश की जा रही है और इसी कड़ी में अब राष्ट्रपति पद के लिए नीतीश का नाम उछाला गया है। सियासी जानकारों का मानना है कि सोची-समझी रणनीति के तहत यह कदम उठाया गया है ताकि कांग्रेस भी नीतीश का समर्थन करने के लिए मजबूर हो जाए।

कांग्रेस नेता ने किया नीतीश का समर्थन 

राष्ट्रपति पद के लिए नीतीश का नाम उछलने के बाद बिहार की सियासत भी गरमा गई है। बिहार कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष समीर सिंह ने भी नीतीश कुमार के नाम की वकालत करके नया शिगूफा छोड़ दिया है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के लिए पूरी तरह योग्य उम्मीदवार हैं। उन्हें सियासत का लंबा तजुर्बा है और वे केंद्र में मंत्री रहने के साथ ही कई बार बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे हैं। अपनी योग्यता और तजुर्बे के बल पर नीतीश इस पद के लिए सर्वथा उपयुक्त है। 

अगर बिहार का कोई नेता देश का राष्ट्रपति चुना जाता है तो यह पूरे प्रदेश के लिए काफी गौरव की बात होगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश को कांग्रेस के समर्थन का आखिरी फैसला राहुल गांधी ही करेंगे। बिहार ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के रूप में देश को पहला राष्ट्रपति दिया था और यदि बिहार का नेता राष्ट्रपति बनता है तो हम उसका स्वागत करेंगे।

बिहार के कई अन्य नेता भी समर्थन में 

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी नीतीश कुमार का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति समेत देश में किसी उच्च पद को संभालने में पूरी तरह सक्षम है। मांझी ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी और समय आने पर देखा जाएगा कि नीतीश को राष्ट्रपति बनाया जाए या नहीं। नीतीश की पार्टी जेडीयू का भी कहना है कि इसमें किसी भी प्रकार की दो राय नहीं होनी चाहिए कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति मटीरियल हैं। 

बिहार के मंत्री और जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा कि देश में सभी लोग यह बात जानते हैं कि नीतीश कुमार में किसी भी बड़े पद को संभालने की पूरी क्षमता है। राष्ट्रपति बनाए जाने के संबंध में पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है।

राज्य के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद का मानना है कि अभी तो रामनाथ कोविंद ही राष्ट्रपति हैं और अगले राष्ट्रपति के बारे में फैसला समय आने पर लिया जाएगा। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही इस बाबत आखिरी फैसला करेगा। 

भाजपा नहीं बनने देगी नीतीश को राष्ट्रपति 

दूसरी और हर मुद्दे को लेकर एनडीए से दो-दो हाथ करने को तैयार रहने वाले राष्ट्रीय जनता दल का मानना है कि देश में सिर्फ नीतीश कुमार के लिए हवा बनाने का काम किया जा रहा है। सच्चाई तो यह है कि भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री पद से भी बेदखल करने की तैयारी में जुटी हुई है। पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार की गलत नीतियों की वजह से जदयू बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी बन चुकी है और वे जनता की विश्वसनीयता पूरी तरह खो चुके हैं। 

राजद नेता ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए उन्हें शुभकामनाएं तो दी जा सकती हैं मगर भाजपा उन्हें इस उच्च पद पर कभी नहीं बैठने देगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का कई मौकों पर मजाक उड़ाया है और भाजपा इस बात को अभी तक भूल नहीं पाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें समाजवादी होने का प्रमाण पत्र भले ही दे दिया हो मगर भाजपा उनकी राह में रोड़े अटकाने से बाज नहीं आएगी।

प्रशांत किशोर भी हुए नीतीश के लिए सक्रिय 

बिहार की सियासत में कभी नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी राष्ट्रपति पद पर नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को लेकर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। पिछले दिनों नीतीश की दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी प्रशांत किशोर से मुलाकात भी हुई थी। हालांकि इस मुलाकात के बाद नीतीश कुमार का कहना था कि राजनीति में इस तरह की मुलाकातें होती रहती हैं और इसमें कुछ भी नया नहीं है। 

उधर जानकारों का कहना है कि केसीआर की पहल के बाद प्रशांत किशोर ने इस संबंध में नीतीश कुमार से गहन चर्चा की है। नीतीश कुमार की ओर से भले ही इस मामले में अनभिज्ञता जताई जा रही हो मगर पर्दे के पीछे इस बाबत तैयारियां चल रही हैं। 

पांच राज्यों में चुनाव के बाद होगा उलटफेर 

नीतीश कुमार को सियासत का माहिर खिलाड़ी माना जाता है और यही कारण है कि वे समय से पहले इस बाबत अपने पत्ते नहीं खोलना चाहते। बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश की भाजपा से तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। केंद्र की ओर से इस बाबत मांग को कराए जाने के बाद नीतीश सर्वदलीय बैठक बुलाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। 

माना जा रहा है कि बैठक के बाद नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के नतीजों का भी इंतजार किया जा रहा है और माना जा रहा है कि इसके बाद कोई बड़ा सियासी उलटफेर हो सकता है। 

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